शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक सोमनाथ मंदिर एक बेहद ही पवित्र और महत्वपूर्ण मंदिर माना जाता है। यह मंदिर वास्तुकला में भी बेहद विशिष्ट है। देवी-देवताओं की मूर्तिंयों के साथ-साथ मंदिर में की कई बेहतरीन नक्काशी यकीनन देखने लायक है। यह एक ऐसा मंदिर हैं, जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां पर आते हैं।
कहा जाता है कि इस पौराणिक मंदिर को इतिहास में कई बार तोड़ा गया था, लेकिन हर बार इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया। यह एक ऐसा मंदिर है, जो स्वयं में ना केवल एक समृद्ध इतिहास समेटे हुए है, बल्कि इससे जुड़े ऐसे कई तथ्य हैं, जो बेहद ही रोचक हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको सोमनाथ मंदिर से जुड़े कुछ अमेजिंग फैक्ट्स के बारे में बता रहे हैं-
चन्द्र देव से है गहरा नाता
यह एक बेहद ही प्राचीन मंदिर है, जिसका कनेक्शन चन्द्र देव से भी है। किंवदंती है कि मंदिर की प्रारंभिक संरचना सबसे पहले चंद्रमा भगवान द्वारा बनाई गई थी जिन्होंने सोने से मंदिर का निर्माण किया था। सूर्य देव ने इसके निर्माण में चांदी का प्रयोग किया था, जबकि भगवान कृष्ण ने इसे बनाने में चंदन की लकड़ी का योगदान किया था।
इस स्थान से संबंधित चंद्रमा के देवता सोम के बारे में एक पौराणिक कथा है। कहा जाता है कि चंद्रमा के देवता सोम को किसी ने श्राप दिया था। उसके कारण चंद्रमा के देवता ने अपना तेज खो दिया। जिसके बाद उन्हें बताया गया कि यदि वे सरस्वती नदी में स्नान करेंगे, तो उन्हें अपनी चमक वापस मिल जाएगी। फिर, उन्होंने सरस्वती नदी में स्नान किया और अपनी चमक को पुनः प्राप्त किया।
बेहद प्राचीन है यह मंदिर
आपको जानकर शायद हैरानी हो, लेकिन यह मंदिर इतना पुराना है, जिसके बारे में शायद आप सोच भी नहीं सकते हैं। स्वामी गजानंद सरस्वती के अनुसार, पहला मंदिर 7,99,25,105 साल पहले बनाया गया था। इतना ही नहीं, इस मंदिर पर कई बार आक्रमण हुआ और इसे नष्ट करने का प्रयास किया गया।
इस मंदिर को 15 से अधिक बार विनाश का सामना करना पड़ा। यह मंदिर 1024 में महमूद गजनी, 1296 में खिलजी की सेना, 1375 में मुजफ्फर शाह, 1451 में महमूद बेगड़ा और 1665 में औरंगजेब के हाथों नष्ट हो गया था। लेकिन फिर भी हर बार इस मंदिर का पुनः निर्माण करवाया गया।(द्वारकाधीश मंदिर से जुड़े रोचक तथ्य)
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मंदिर में स्थित है बेहद खास मणि
ऐसा कहा जाता है कि प्रसिद्ध स्यमंतक मणि शिवलिंग के खोखलेपन के भीतर सोमनाथ मंदिर में सुरक्षित रूप से छिपा हुआ है। और यह भगवान कृष्ण से जुड़ा है। कहा जाता है कि इस पत्थर में सोना पैदा करने की क्षमता है और इसमें कीमिया और रेडियोधर्मी गुण हैं, जो इसके जमीन के ऊपर तैरने का कारण है।
यह भी माना जाता है कि भगवान कृष्ण ने इस मंदिर में अपनी लीला समाप्त की और स्वर्ग चले गए।(कितना जानते हैं मीनाक्षी अम्मन मंदिर के बारे में?)
बदल जाएगा मंदिर का नाम
स्कंद पुराण के अनुसार, हर बार जब दुनिया का पुनर्निर्माण होगा तो सोमनाथ मंदिर का नाम बदल जाएगा। ऐसा माना जाता है कि जब भगवान ब्रह्मा हाल ही में समाप्त होने के बाद एक नई दुनिया का निर्माण करेंगे, तो सोमनाथ को प्राण नाथ मंदिर का नाम प्राप्त होगा।
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तो आपको सोमनाथ मंदिर से जुड़ी ये रोचक जानकारी कैसी लगी? हमें अवश्य बताइएगा। साथ ही, इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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Image Credit- gujarattourism
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