Close
चाहिए कुछ ख़ास?
Search

    चलिए जानते हैं गुजरात में मौजूद द्वारकाधीश मंदिर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

    आज इस लेख में हम आपको गुजरात में मौजूद पवित्र मंदिर द्वारकाधीश मंदिर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं, जिसे शायद आप भी नहीं जानते होंगे।    
    author-profile
    Updated at - 2021-04-28,17:49 IST
    Next
    Article
    some interesting facts about dwarkadhish temple

    गुजरात में गोमती नदी के तट पर मौजूद द्वारकाधीश मंदिर गुजरात का सबसे पवित्र मंदिर है। भगवान कृष्ण को समर्पित यह मंदिर गुजरात के साथ-साथ भारत के सबसे पवित्र, भव्य और सबसे प्रमुख मंदिरों में से एक माना जाता है। द्वारका शहर में स्थित यह मंदिर अपने आप में एक पवित्र धाम है, जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक द्वारकाधीश मंदिर के दर्शन और इसके आसपास घूमने के लिए आते है। इस मंदिर का नाम तो लगभग हर कोई जानता है, लेकिन इस मंदिर से जुड़े कुछ रोचक और पौराणिक तथ्य के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। आज इस लेख में हम आपको द्वारकाधीश मंदिर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं, जिसे शायद आप भी नहीं जानते होंगे। तो चलिए जानते हैं।

    मंदिर का इतिहास 

    some interesting facts about dwarkadhish temple in gujrat inside

    ऐसा माना जाता है कि द्वारकाधीश मंदिर लगभग 2 हज़ार 2 सौ साल पुराना है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण कृष्ण काल में व्रजभान ने करवाया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि व्रजभान को भगवान कृष्ण जी का पड़पोता माना जाता है। पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि यह स्थान 'हरि गृह' यानि भगवान कृष्ण जी का निवास स्थल हुआ करता था, जिसे बाद में मंदिर के रूप में बनाया गया। 

    इसे भी पढ़ें: गुजरात में स्थित हैं भारत के कुछ बेहतरीन म्यूजियम, आप भी जानिए

    मंदिर के अन्य नाम 

    interesting facts about dwarkadhish temple in gujrat inside

    द्वारकाधीश मंदिर को कई नामों से जाना जाता है। इस मंदिर को कोई 'कृष्ण मंदिर', कोई 'द्वारिका मंदिर' तो कोई 'हरि मंदिर' के नाम से पुकारता है, लेकिन इस मंदिर को द्वारकाधीश मंदिर के बाद सबसे अधिक 'जगत मंदिर' के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर को 'निज मंदिर' के रूप में भी जाना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान श्री कृष्ण द्वारा समुद्र से प्राप्त भूमि के एक टुकड़े पर इस शहर को बनाया गया था, जहां आप मंदिर मौजूद है। (गुजरात के मुख्य धार्मिक स्थल)              

    मंदिर की वास्तुकला 

    some interesting facts about dwarkadhish temple in gujrat inside

    द्वारकाधीश मंदिर का निर्माण बेहद ही भव्य तरीके से किया गया है। कहा जाता है कि इस का मिर्माण चालुक्य शैली में निर्मित किया गया, जिसमें चूना पत्थर और रेत का इस्तेमाल किया गया है, जो भारत की प्राचीनतम शैली को दर्शाता है। यह भी कहा जाता है कि यह मंदिर एक पत्थर के टुकड़े पर बना हुआ है। पांच मंजिला यह मंदिर 72 स्तंभों पर बना हुआ है, जो किसी भी अद्भुत से कम नहीं है। 

    Recommended Video

    सूर्य और चंद्रमा का प्रतीक है ध्वज

    some interesting facts about dwarkadhish temple in gujrat inside

    इस मंदिर के चोटी पर एक ध्वज लहराता है, जिसे भक्त सूर्य और चंद्रमा का प्रतीक मानते हैं। कहा जाता है कि इस ध्वज की ऊंचाई लगभग 75 फिट है। ये भी कहा जाता है कि मंदिर के ध्वज को दिनभर में कम से कम पांच बार बदला जाता है, लेकिन प्रतिक वही रहता है। लोगों का मानना है कि यह प्रतिक भगवान श्री कृष्ण जी का है। कहा जाता है कि जब भी ध्वज को नीचे उतारा जाता है, तो भक्त उसे छूने के लिए उत्साहित रहते हैं।

    इसे भी पढ़ें: गुजरात में कुछ दिन गुजारने से पहले जरूर जान लें ये 5 बातें


    प्रवेश द्वार की मान्यता 

    some interesting facts about dwarkadhish temple inside

    इस मंदिर में मौजूद दो द्वार को बेहद भी महत्पूर्ण माना जाता है। एक द्वार उत्तर दिशा की ओर मौजूद है, जिसे 'मोक्ष द्वार' के नाम से जाना जाता है। दूसरा द्वार दक्षिण दिशा की ओर है जिसे 'स्वर्ग द्वार' भी कहा जाता है। दक्षिण द्वार से होते हुए आप गोमती नदी के किनारे भी जा सकते हैं।

    अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें, और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

    Image Credit:(@i.pinimg.com,www.revv.co.in)

     
    Disclaimer

    आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

    बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें

    Her Zindagi