किचन में हम सिर्फ भोजन ही नहीं पकाते, बल्कि उस जगह से हमारी सेहत का भी सीधा संबंध है। दरअसल, हम क्या खाते हैं और कैसे खाते हैं, यह सभी हमारी सेहत को प्रभावित करता है। दरअसल, किचन में हम जो कई साधारण चीजें इस्तेमाल करते हैं, उनका हमारी इम्युनिटी पर काफी असर पड़ सकता है। इसलिए सिर्फ हेल्दी फूड पर ध्यान देने से ही आप स्वस्थ नहीं रह सकतीं। आपको अपनी किचन और किचन में मौजूद चीजों पर भी विस्तार से ध्यान देने की जरूरत है। यूं तो किसी भी महिला या परिवार के प्रतिरक्षा तंत्र का हमेशा ही मजबूत होना जरूरी है, ताकि वह बीमारियों से दूर रह सकें।
लेकिन, इन दिनों जब कोरोना संक्रमण काफी अधिक बढ़ने लगा है तो ऐसे में आपको उन सभी चीजों से दूर रहना चाहिए, जो आपकी इम्युनिटी को विपरीत तरीके से प्रभावित करती हैं। इसकी शुरूआत आप अपनी किचन से कर सकती हैं। जी हां, किचन में ऐसी कई चीजें हैं, जिनका हम हर दिन इस्तेमाल करती हैं, लेकिन वह धीरे-धीरे आपकी इम्युनिटी को कमजोर बनाती हैं। तो चलिए आज हम आपको ऐसी ही कुछ किचन आइटम्स के बारे में बता रहे हैं, जिनसे दूर रहना ही आपके प्रतिरक्षा तंत्र के लिए अच्छा है-
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नॉन-स्टिक कुकवेयर
आज के समय में किसी के किचन में नॉन-स्टिक कुकवेयर ना हो तो ऐसा तो हो ही नहीं सकता। दरअसल, नॉन स्टिक बनाने के दौरान पॉलीटेट्रफ्लुओरोएथिलीन नामक रसायन का इस्तेमाल किया जाता है। जिसे टेफ्लॉन के नाम से जाना जाता है। यह फ्लोरीन और कार्बन परमाणुओं से बना है। टेफ्लॉन के निर्माण में Perfluorooctanoic acid (PFOA) का इस्तेमाल किया जाता है। अगर इससे बने कुकवेयर को ओवरहीट किया जाता है तो यह जहरीले धुएं का उत्सर्जन भी करता है। इसलिए अगर आप नॉन-स्टिक कुकवेयर का इस्तेमाल कर रही हैं तो वह PFOA मुक्त हो।
एल्युमिनियम के बर्तन
एल्युमिनियम के बर्तनों का इस्तेमाल लगभग हर घर में किया जाता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि एल्युमीनियम के बर्तनों में पकाए गए भोजन में 1 से 2 मिलीग्राम एल्युमिनियम हो सकता है, जो कई स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बन सकता है। यह भोजन के खनिजों और विटामिनों को बेअसर करता है, जिसके कारण भोजन करने के बाद भी आपको उसका कोई फायदा नहीं होता। इसके अलावा, शरीर में एल्युमिनियम का deposition गुर्दे की समस्याओं का कारण बन सकता है, क्योंकि यह मस्तिष्क और हड्डियों के विकारों का कारण बन सकता है। इस प्रकार, एल्यूमीनियम का शरीर में संग्रह प्रतिरक्षा को विपरीत तरीके से प्रभावित करता है।
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बीपीए प्लास्टिक कंटेनर
प्लास्टिक को भोजन के साथ मिलाना वैसे भी अच्छा विचार नहीं है। प्लास्टिक को लचीला बनाने के लिए कंटेनरों में कई रसायन मिलाए जाते हैं। यदि यह आपके भोजन (विशेष रूप से गर्म भोजन) के संपर्क में आता है, तो बिस्फेनॉल ए या बीपीए भोजन में रिस सकता है, जिससे मस्तिष्क, प्रोस्टेट ग्रंथियों और सामान्य भलाई की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए जहां तक हो सके, किचन में प्लास्टिक कंटेनर के इस्तेमाल से बचना चाहिए। वहीं, अगर आप प्लास्टिक कंटेनर का यूज कर रही हैं तो वह बीपीए फ्री हो।
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