
हमारे यहां भारत में हर कोई खाने-पीने का बहुत शौकीन है। यहां कई तरह की चीजें खाई जाती हैं। स्पाइसी से लेकर स्वीट्स तक, सभी को खूब पसंद आते हैं। यहां पर सभी राज्यों में कोई न कोई खास व्यंजन जरूर सर्व किए जाते हैं। इन व्यंजनों के किस्से तो पूरी दुनिया में मशहूर हैं। विदेशी भी जब भारत आते हैं तो यहां के व्यंजनों का स्वाद जरूर चखते हैं। हालांकि, अब यहां पर खाना बनाने के तरीकों में काफी बदलाव आ गया है।
पहले जहां चूल्हे पर खाना पकाया जाता था, वहीं अब ओवन, माइक्रोवेव, एयर फ्रायर और न जाने किन-किन चीजों का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है। आपको बता दें कि खाना बनाने का तरीका उसके स्वाद को पूरी तरह से बदल देता है। चाहे बात चिकन की हो, सब्जियों की या किसी खास डिनर की, कुकिंग का तरीका ही तय करता है कि खाने में कितनी खुशबू, क्रिस्पनेस और स्वाद रहेगा।
आजकल दो तरीके सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं। पहला ताे ग्रिलिंग और दूसरा रोस्टिंग। दोनों के अपने फायदे हैं, लेकिन इन दोनों में अंतर समझना जरूरी है ताकि सही डिश के लिए सही तरीका चुना जा सके। हम आपको अपने इस लेख में यही तरीका बताने जा रहे हैं।
-1761812054152.jpg)
इसे भी पढ़ें: चटपटा खाने की शौकीन हैं आप, तो घर पर कुछ इस तरह बनाएं स्पाइसी तंदूरी सैंडविच
ग्रिलिंग में खाना सीधे आग या गरम ग्रिल प्लेट पर कुक किया जाता है। इससे खाने को बाहर से हल्का जला हुआ यानी स्मोकी फ्लेवर और अंदर से नरम स्वाद मिलता है।
ग्रिलिंग की सबसे बड़ी खूबी इसका स्मोकी फ्लेवर होता है। तंदूरी चिकन, पनीर टिक्का या कॉर्न, इन सबमें जो खास खुशबू आती है, वो ग्रिलिंग से ही आती है। ग्रिलिंग में टेंपरेचर ज्यादा होता है, जिससे खाना जल्दी पकता है और अंदर का रस बना रहता है। बाहर का हिस्सा हल्का कुरकुरा और अंदर का भाग नरम रहता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसमें ज्यादा तेल या मसाले की जरूरत नहीं पड़ती है। असली स्वाद इंग्रेडीएंट्स का ही उभरकर आता है। ग्रिलिंग का माहौल ही अलग होता है। बाहर खुली जगह, सिजलिंग आवाज और धुएं की खुशबू। यही वजह है कि बार्बेक्यू पार्टियां हमेशा फेमस रहती हैं।\

रोस्टिंग आमतौर पर ओवन में की जाती है, जहां धीमी और बराबर गर्मी से खाने को कुक किया जाता है। इससे स्वाद धीरे-धीरे अंदर तक पहुंचता है। ओवन की गर्मी हर तरफ से लगती है, जिससे खाना बराबर कुक हो जाता है। सब्जियां गोल्डन और हल्की मीठी लगती हैं क्योंकि उनमें मौजूद नेचुरल शुगर हल्की कैरेमलाइज हो जाती है। ओवन का टेंचरेचर कंट्रोल में होने के कारण खाना ड्राई नहीं होता। चिकन, फिश या मशरूम जैसी चीजें अंदर से जूसी और सॉफ्ट रहती हैं। ओवन में आप कम तेल में भी खाने को क्रिस्पी बना सकती हैं। ट्रे ओवन में रख देने के बाद बार-बार पलटने की जरूरत नहीं होती।
अगर आप तेज, स्मोकी और दमदार स्वाद चाहती हैं तो ग्रिलिंग आपके लिए सही है, लेकिन अगर पसंद है हल्का, जूसी और कम तेल वाला खाना, तो रोस्टिंग बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है। आपको बता दें कि ये दोनों ही तरीके खाने को स्वादिष्ट बनाते हैं।
इसे भी पढ़ें: टोफू को परफेक्ट ग्रिल करने के लिए अपनाएं ये कुकिंग टिप्स
अब अगर आपको भी स्मोकी फ्लेवर चाहिए तो ग्रिलिंग चुन सकती हैं। वहीं क्रिस्पनेस और हेल्दी डिश चाहिए तो आपके लिए ओवन बेहतर रहेगा। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- Freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।