herzindagi
ENO Fake packet

Fake ENO से बचें...दिल्ली में बड़ी खेप पकड़ी गई, एक झटके में पहचानें असली और नकली ईनो में अंतर

दिल्ली में जब से ईनो की नकली फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ है तब से लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि जो ईनो वे इस्तेमाल में ले रहे हैं वह असली है या नकली, जानते हैं कैसे करें पता... 
Editorial
Updated:- 2025-10-30, 18:08 IST

हाल ही में दिल्ली में नकली ईनो बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ है। इस फैक्ट्री से न जानें कितने हजारों पैकेट ईनो के जप्त हुए हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि जो ईनो का पैकेट हम इस्तेमाल में ले रहे हैं वह नकली है या असली। कुछ तरीकों से नकली और असली पैकेट का पता लगाया जा सकता है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि नकली और असली ईनो की पहचान क्या है। पढ़ते हैं आगे...

नकली और असली ईनो की पहचान

बता दें ईनो में स्वर्जिकसार (शुद्ध) और निम्बुकामल (शुष्क) पाया जाता है जो न केवल पेट की गैस को शांत करने में उपयोग किया जाता है बल्कि एसिड को भी कम करता है। इसके अलावा इसमें कई केमिकल्स जैसे- सोडियम बाई कार्बोनेट, सिट्रिक एसिड और सोडियम कार्बोनेट, ये मौजूद होते हैं जो पेट के लिए बेहद उपयोगी होते हैं।

eno

जबकि, नकली ईनो की बात करें तो उसमें न केवल हानिकारक केमिकल्स पाए जाते हैं बल्कि घटिया क्वालिटी के केमिकल्स भी मिले जाते हैं।

जब आप ईनो खरीदने जाएं तो सबसे पहले आप उसकी पैकिंग पर ध्यान दें, जो असली ईनो होता है उसकी पैकिंग चमकदार और साफ प्रिंट वाली नजर आती है। वहीं जो नकली पैकिंग होती है उसमें लोगो और पैकिंग दोनों ही धुंधली नजर आ सकती है।

असली पैकेट का साइज और नकली पैकेट का साइज दोनों ही एक दूसरे से अलग हैं। बता दें कि नकली पैकेट थोड़ा-सा छोटा हो सकता है। ऐसे में आप जब भी ईनो को खरीदें तो उसके साइज पर जरूर ध्यान दें।

इसे भी पढ़ें -साराभाई वर्सेज साराभाई ही नहीं, सतीश शाह और रत्ना पाठक की जोड़ी एक और सीरियल में थी हिट, क्या आपको पता है शो का नाम

जब आप ईनो खरीदें तो उसकी एमआरपी और बैच नंबर का भी ध्यान रखें। बता दें कि नकली ईनो में एमआरपी और बैच नंबर दोनों का प्रिंट अधूरा और गायब है। ऐसे में इन्हें खरीदने से बचें। असली ईनो ₹10 में मिलता है जबकि नकली ईनो का दाम थोड़ा सा कम होता है। ऐसे में यदि कोई आपको ₹5 में ईनो बेच रहा है तो वह नकली है। ऐसे में तुरंत सतर्क हो जाएं।

बता दें कि नकली ईनो के लेने से कोई बड़ा साइड इफेक्ट नजर नहीं आया है, लेकिन, यह न केवल पेट की दिक्कतों को बढ़ा सकता है बल्कि इससे फूड प्वाइजनिंग और एसिडिटी की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में इसे खरीदने से परहेज करें।

eno fake

जब भी आप ईनो खरीदने जाएं तो सबसे पहले आप मैन्युफैक्चरिंग डिटेल्स को ध्यान से पढ़ें। इसके अलावा कंपनी का नाम, एक्सपायरी डेट, एमआरपी, बैच नंबर, कीमत और साइज इन सभी का ध्यान रखें।

इसे भी पढ़ें -National Unity Day: 31 अक्टूबर को ही क्यों मनाते हैं राष्ट्रीय एकता दिवस? जानें इस दिन से जुड़ा इतिहास

आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

Images: Freepik/pinterest

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।