जब भी झारखंड घूमने की बात होती है तो लोग अक्सर यहां की प्राकृतिक खूबसूरती और वॉटरफॉल्स के बारे में बात करते हैं। यहां पर दसम वॉटरफॉल से लेकर हुंडरू वॉटरफॉल तक कई खूबसूरत झरने पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। हालांकि, झारखंड सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं जाना जाता है, बल्कि इस स्थान का धार्मिक महत्व भी कम नहीं है। झारखंड में कई हिन्दू मंदिर स्थित हैं, जिनके दर्शन करने के लिए सिर्फ राज्य से ही नहीं, बल्कि दूर-दूर से भी लोग आते हैं।
इस स्थान की धार्मिक महत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि झारखंड राज्य में स्थित देवघर को लोग भगवान शिव की नगरी कहकर भी पुकारते हैं। यहां पर स्थित बैद्यनाथ मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है। हालांकि, इसके अलावा अन्य भी कई मंदिर हैं, जिनके आपको एक बार दर्शन जरूर करने चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको झारखंड के कुछ ऐसे ही फेमस हिन्दू मंदिरों के बारे में बता रहे हैं-
पहाड़ी मंदिर, रांची
यह रांची रेलवे स्टेशन से लगभग 7 किमी की दूरी पर 300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यहां पर साल भर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। हालांकि, सावन के महीने में यहां पर भक्तों की एक अलग ही भीड़ दिखाई देती है। इस दौरान मंदिर में दर्शन करने का एक विशेष महत्व माना गया है। इसे रिची बुरु के नाम से भी जाना जाता है। लोग यहां पर मंदिर के दर्शन करने के साथ-साथ बर्चवाचिंग के लिए भी आते हैं।
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भद्र काली मंदिर, चौपारण
मां शक्ति को समर्पित यह हिन्दू मंदिर गया से लगभग 70 किमी दूर स्थित है। इस मंदिर में देवी मां के भद्रकाली स्वरूप की पूजा की जाती है। यह एक प्राचीन मंदिर है जो 7वीं से 10वीं शताब्दी ईस्वी पूर्व का है। यह 51 शक्तिपीठों में से एक है। यहां बौद्ध और जैन अवशेषों के अनेक अवशेष भी मिलते हैं। बौद्ध स्तूप और जैन तीर्थंकर और शीतलनाथ के पैरों के निशान संरक्षित हैं। इसलिए, यहां पर विभिन्न धर्मों के लोग दर्शन हेतु आते हैं।
सूर्य मंदिर, बुंडू
यह मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है और रांची से करीबन 40 किमी दूर स्थित है। यह मंदिर 18 पहियों वाले रथ की संरचना में बना है, जिसे सात सफेद घोड़े खींच रहे हैं। इस मंदिर की वास्तुकला बेहद ही विशिष्ट है। इस मिंदर में साल भर श्रद्धालु सूर्य देव की उपासना के लिए आते हैं, लेकिन छठ पूजा के दौरान यहां काफी भीड़ देखने को मिलती है। मंदिर में सूर्य देव के अतिरिक्त शिव, पार्वती और गणेश की मूर्ति भी विराजमान है (सूर्य देव के मंत्र के लाभ)।
जगन्नाथपुर मंदिर, रांची
17वीं शताब्दी में इस जगन्नाथपुर मंदिर को पुरी के जगन्नाथ धाम की तरह बनाया गया था। यह रांची से लगभग 10 किमी दूर एक पहाड़ी की चोटी पर एक किले की तरह स्थित है। यह मंदिर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को समर्पित है। इस मंदिर की विशेषता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। कि रथ यात्रा के दौरान लोग इस मंदिर के दर्शन अवश्य करते हैं।
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त्रिकुटी मंदिर, देवघर
देवघर से करीबन 10 किमी की दूरी पर स्थित त्रिकुटी मां शक्ति को समर्पित एक लोकप्रिय तीर्थस्थल है। त्रिकुटी को शिव के उद्यान के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इस स्थान पर वुड एप्पल के बहुत सारे पेड़ हैं। इस स्थान को एक बेहद ही पवित्र जगह माना जाता है। सावन के महीने और महा शिवरात्रि के त्योहार के दौरान इस मंदिर में भक्तों की बहुत बड़ी संख्या देखने को मिलती है (प्राचीन और प्रसिद्ध शिव मंदिर)।
तो अब आप जब भी झारखंड जाएं तो इन हिन्दू मंदिरों के दर्शन करना बिल्कुल भी ना भूलें। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- wikipedia
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