बरगद का दूध बताशे में डालकर खाने से क्या होता है?

बरगद के दूध और बताशे के चमत्कारी फायदों के बारे आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट सिद्धार्थ एस कुमार से जानें। यह शक्तिशाली मिश्रण हड्डियों को मजबूत करता है, डाइजेशन को सुधारता है, मानसिक थकान और त्वचा रोगों को दूर करता है और शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है।
bargad ka doodh aur batasa ke fayade

आयुर्वेद में कई ऐसी अद्भुत चीजें हैं, जो हमारी सेहत से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में सहायक होती हैं। हालांकि, अक्सर लोगों को इनके बारे में पूरी और सही जानकारी नहीं होती है। इसीलिए, हम समय-समय पर आपके लिए ऐसे आयुर्वेदिक उपाय लेकर आते हैं, जिनकी मदद से आप अपनी रोजमर्रा की कई परेशानियों से निजात पा सकें। आज हम आपको 2 ऐसी खास चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें एक साथ मिलाकर खाने से आपको जबरदस्त स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं बरगद का दूध और बताशे के बारे में। इसकी जानकारी हमारे साथ आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट सिद्धार्थ एस कुमार ने शेयर की है।

एक्‍सपर्ट का कहना है, ''बरगद के पेड़ का दूध एक आयुर्वेदिक औषधि है। इसकी प्रकृति ठंडी होती है और शरीर में वात, पित्त और कफ को संतुलित करता है और कई स्वास्थ्य लाभ देता है, जैसे कि शरीर की गर्मी को कम करना, हड्डियों और जोड़ों के दर्द से राहत, शरीर को मजबूत बनाना और त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करना। साथ ही, भगवान को प्रिय प्रसाद बताशा खाने से भी आपको सेहत से जुड़े कई फायदे मिल सकते हैं। यह कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है, जो तुरंत एनर्जी देता है। डाइजेशन को सही करके एसिडिटी और कब्‍ज को दूर भागता है। साथ ही, यह एंटी-ऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है, जो कई बीमारियों से बचा सकता है। अगर, इन दोनों चीजें को मिला दिया जाए तो सोने पर सुहागा हो सकता है।''

बरगद का दूध और बताशे के चमत्कारी फायदे

हड्डियों को बनाता है मजबूत

strong bones with  bargad ka doodh aur batasa

बरगद के दूध में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और अन्य जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मजबूती देते हैं। ख़ासतौर पर गठिया, घुटनों में दर्द या बढ़ती उम्र के साथ होने वाली हड्डियों की कमजोरी जैसी कंडीशन में इसका सेवन काफी लाभकारी माना जाता है। यह बोन डेंसिटी को बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही, अगर आपको जोड़ों में बार-बार सूजन या दर्द महसूस होता है, तो बरगद का दूध इन सूजन को कम कर सकता है। बताशे के साथ लेने से यह शरीर में तेजी से अवशोषित होता है, जिससे दर्द से जल्दी राहत मिल सकती है।

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कब्ज और डाइजेशन संबंधी समस्याओं में फायदेमंद

बरगद के दूध में पेट साफ करने वाले गुण हो सकते हैं, जो कब्ज की पुरानी समस्या को दूर करते हैं। यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाने और पेट को साफ रखने में मदद करता है, जिससे पेट से जुड़ी अन्य परेशानियां भी कम हो सकती हैं।

मानसिक थकान होती है दूर

बरगद के दूध का नियमित और सीमित मात्रा में सेवन मानसिक थकान को दूर करने और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है। यह विद्यार्थियों और उन सभी लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है, जो दिमाग से जुडे काम करते हैं। यह दिमागी थकावट को कम करने में भी मददगार होता है।

बढ़ती है शरीर की इम्यूनिटी

strong immunity with bargad ka doodh aur batasa

बरगद का दूध उन तत्वों से भरपूर होता है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए जरूरी होते हैं। यह शरीर को बार-बार होने वाली सर्दी-खांसी, नॉर्मल इंफेक्‍शन या बदलते मौसम से होने वाली बीमारियों से बचाने में मदद करता है, जिससे आप हेल्‍दी और एनर्जी से भरपूर बने रहते हैं।

शरीर की गर्मी करता है शांत

बरगद के दूध की तासीर ठंडी होती है, इसलिए यह पित्त प्रकृति वाली महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद होता है। इस प्रकृति की महिलाओं के शरीर में गर्मी ज्यादा रहती है। इससे कई रोग पैदा होने लगते हैं।

त्वचा रोगों में फायदेमंद

glowing skin with bargad ka doodh aur batasa

बरगद का दूध ब्‍लड को शुद्ध करने का काम करता है। ब्‍लड शुद्ध होने से त्वचा संबंधी रोग जैसे दाने, फोड़े-फुंसी, एलर्जी और खुजली आदि में आराम मिल सकता है। हालांकि, इस तरह के इस्‍तेमाल से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी होता है।

बरगद का दूध और बताशे खाने का तरीका

  • सुबह खाली पेट एक बताशे में 2 बूंद ताजा बरगद का दूध डालकर खाएं।
  • ऐसा ज्‍यादा से ज्‍यादा 15-21 दिनों तक ही करें।
  • इस दौरान ऑयली, मसालेदार और खट्टा भोजन कम से कम लें।

बरगद का दूध शरीर पर तीव्र प्रभाव वाला होता है। इसलिए, इसे आयुर्वेदिक डॉक्‍टर की सलाह से ही खाएं। ज्‍यादा मात्रा में खाने से उल्‍टी, पेट में दर्द या एलर्जी जैसी समस्‍याएं हो सकती है। इसलिए, बताई गई मात्रा में ही खाएं। इसे प्रेग्‍नेंट और ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली महिलाएं और छोटे बच्चे बिल्कुल न खाएं। इसके अलावा, यदि गलती से बरगद का दूध त्वचा पर लग जाए और जलन हो, तो तुरंत उस जगह को पानी से धो लें और बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई और समस्या है, तो हमें बताएं हम अपने आर्टिकल्स के ज़रिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो, तो इसे शेयर ज़रूर करें। ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां पढ़ने के लिए हरजिंदगी से जुड़े रहें।

Image Credit: Freepik & Shutterstock

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FAQ

  • बरगद का दूध बताशे में खाने से क्या होता है? 

    हड्डियों को मजबूत करता है, डाइजेशन को सुधारता है, मानसिक थकान और त्वचा रोगों को दूर करता है और शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है।