जब एक बेबी पैदा होता है, तो उसे केवल ब्रेस्टफीड ही करवाया जाता है। लेकिन जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, उसकी जरूरतें बढ़ती हैं। आमतौर पर, जब बच्चा छह माह का हो जाता है, तो उसे सॉलिड फूड देना शुरू कर देना चाहिए। हालांकि, यह स्टेज बच्चे के लिए एकदम नई होती है और इसलिए बच्चे को सॉलिड फूड देते समय आवश्यक सावधानी बरतनी बेहद जरूरी होती है। यह देखने में आता है कि पैरेंट्स जब बच्चे को नए सॉलिड फूड से रूबरू करवाते हैं, तो वह उस दौरान कई छोटी-छोटी गलतियां कर बैठते हैं, जिससे बच्चे को समस्या होती है।
इतना ही नहीं, कभी-कभी पैरेंट्स का अति उत्साह भी बच्चे के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। ऐेसे में अगर आप भी बच्चे को सॉलिड फूड दे रही हैं तो आपको कई छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में दिल्ली के सरोज अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन डॉ. के के गुप्ता आपको बता रहे हैं कि आपको बेबी को सॉलिड फूड देते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
यह देखने में आता है कि जब पैरेंट्स बेबी को सॉलिड फूड देना शुरू करते हैं, तो वह बहुत अधिक जल्दबाजी करते हैं। वह दिन में कई बार बच्चे को सॉलिड फूड देते हैं। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। शुरूआत में बच्चे को दिन में केवल एक या दो बार ही दो से तीन चम्मच सॉलिड फूड देने की कोशिश करनी चाहिए। ध्यान दें कि अभी आपने बच्चे को सॉलिड फूड देना शुरू किया है और ऐसे में एकदम से अधिकता उसके पेट को परेशान कर सकती हैं।
यह भी एक जरूरी टिप है, जिसे पैरेंट्स को अवश्य फॉलो करना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि पैरेंट्स सुबह बच्चे को दाल का पानी देते हैं, तो शाम को ऑरेंज जूस देते हैं। लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए। आपको बच्चे की डाइट में नए फूड्स को धीरे-धीरे शामिल करना चाहिए। मसलन, अगर आपने सबसे पहले बच्चे को दाल खाने के लिए दी है तो दो-तीन दिन तक दाल ही दें। इसके बाद आप चावल उसकी डाइट में एड करें। अब आप बच्चे को दाल व चावल दे सकते हैं। तीन दिन ऐसा करने के बाद आप बच्चे को दाल, चावल व दही दे सकते हैं। इस तरह, एक-एक करके नए फूड्स उसे दें और कम से कम तीन-चार दिन तक एक जैसा फूड ही उसे दें। इससे बच्चे का टेस्ट भी डेवलप होता है।
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कुछ महिलाएं जब बच्चे को सॉलिड फूड देना शुरू करती हैं, तो वह उसका ब्रेस्टफीड बेहद कम कर देती हैं। उन्हें लगता है कि अगर वह बच्चे को ब्रेस्टफीड नहीं करवाएंगी, तो वह भूखा होगा और फिर सॉलिड फूड खाएगा। लेकिन यहां आपको यह ध्यान देना है कि आपको बच्चे का ब्रेस्टफीड छोड़ना नहीं है, बल्कि ब्रेस्टफीड से सॉलिड फूड को स्विच करना है। मसलन, अगर आप उसे 24 घंटे में 8 बार ब्रेस्टफीड करवाती आई हैं तो अब आप उसे छह बार ब्रेस्टफीड करवाएं और दो बार सॉलिड फूड दें।(नई मां के लिए मुश्किल होती है ब्रेस्टफीडिंग, इस गाइड की मदद से हो सकती है आसान)
बेबी को सॉलिड फूड देते समय आपको यह भी ध्यान देना चाहिए कि वह बच्चे के लिए एकदम सही हो। मसलन, वह ना तो बहुत अधिक नमकीन हो और ना ही बहुत अधिक मीठा। इसके अलावा, आप उसे अच्छी तरह मैश करके या एक पेस्ट बनाकर ही खाने के लिए दें। वहीं, खाना ना तो बहुत ठंडा होना चाहिए और ना ही बहुत अधिक गर्म।
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