खान-पान से जुड़ी आदतें लोगों की निजी पसंद होती हैं। ऐसे में स्वाद और शौक के चक्कर में लोग अक्सर गलत आदतों का शिकार हो जाते हैं। ये आदतें आगे चलकर सेहत से जुड़ी समस्याओं की वजह बन जाती हैं, जैसे कि पेट की समस्याओं के लिए गलत खान-पान काफी हद तक जिम्मेदार होता है। बता दें कि गलत खान-पान के चलते अपच और गैस जैसी सामान्य समस्याओं से लेकर पेट में अल्सर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है। इसलिए समय रहते ऐसी आदतों पर नियंत्रण पाना जरूरी है।
इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसी ही आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पेट के अल्सर के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। बता दें कि हमने इस बारे में लखनऊ के जनरल फिजिशियन डॉ. बृजेंद्र सिंह से बात की और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
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डॉ. बृजेंद्र सिंह बताते हैं कि आम भाषा में समझा जाए तो पेट का अल्सर एक घाव है, जो पेट या छोटी आंत में होता है। यह घाव पेट में बनने वाले एसिड के अलावा बैक्टीरियल इंफेक्शन और नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं के दुष्प्रभाव की वजह से हो सकता है। असल में अल्सर में पेट के एसिड या बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण पेट की सुरक्षात्मक परत कमजोर पड़ जाती है। ऐसे में पेट में खुला घाव बन जाता है, जिसके कारण गैस, पेट में दर्द और अपच की समस्या पेश आती है।
डॉ. बृजेंद्र सिंह बताते हैं कि पाचन में हुई गड़बड़ी, पेट के अल्सर को बढ़ावा देती है। चूंकि खान-पान से जुड़ी गलत आदतें पाचन की समस्या को जन्म देती हैं, ऐसे में ये आदतें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों ही रूप में पेट के अल्सर की वजह बन सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि समय रहते ऐसी आदतों पर नियंत्रण कर, पेट के अल्सर के जोखिम को कम किया जाए। चलिए अब इन आदतों के बारे में जरा विस्तार से जानते हैं।
स्वाद के लिए लोग स्पाइसी फूड पसंद करते हैं, जबकि असल में ये अल्सर और पेट से जुड़ी समस्याओं की वजह बनता है। मिर्च-मसाले वाले भोजन में कैप्साइसिन नामक यौगिक पाया जाता है, जो पेट में एसिड को बढ़ावा देता है। इसलिए जिन लोगों को पेट में जलन की समस्या बनी रहती है, उन्हें मसालेदार भोजन के सेवन से बचना चाहिए।
आजकल लोग काम की व्यस्तता के चलते अक्सर समय पर खाना नहीं खा पाते हैं, जबकि यह आदत उनके सेहत के लिए सीधे तौर पर नुकसानदेह साबित होती है। अधिक समय तक भूखे रहने से पेट में एसिड बनती है और इस एसिड की अधिकता पेट में अल्सर की वजह बन सकती है।
चाय-कॉफी का अधिक सेवन करना कामकाजी लोगों की आम आदतों में शुमार होता है, जबकि सेहत के लिहाज से यह आदत काफी नुकसानदेह है। असल में चाय-कॉफी की तलब कई सारी स्वास्थ्य समस्याओं की वजह बनती है, जिसमें पेट का अल्सर भी एक मुख्य समस्या के रूप में शामिल है। बता दें कि चाय-कॉफी में पाए जाने वाले कैफीन से पेट में गैस बनती है। ऐसे में चाय-कॉफी के अधिक सेवन से पेट में अल्सर का खतरा पैदा होता है।
अल्कोहल का सेवन भी पेट के अल्सर की वजह बन सकता है। असल में अल्कोहल के अधिक सेवन से पेट में गैस्ट्रिक एसिड बनता है, जिसके कारण पेट की परत कमजोर पड़ती है। ऐसी स्थिति में अल्सर का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए बेहतर होगा कि समय रहते अल्कोहल का सेवन छोड़ दें या इसे सीमित कर दें।
मानसिक तनाव से दूसरी शारीरिक समस्याओं के साथ ही पेट के अल्सर का खतरा भी बढ़ता है। असल में तनाव के चलते शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन का उत्पादन बढ़ता है। इस हार्मोन के कारण पाचन और पेट की परत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में यह पेट के अल्सर को जन्म दे सकता है। इसलिए पेट के अल्सर से बचाव के लिए जरूरी है कि तनाव को कम से कम करने की कोशिश की जाए।
स्मोकिंग, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और फास्ट फूड के सेवन से भी पेट के अल्सर का खतरा हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि समय रहते ही इन सभी आदतों पर नियंत्रण पा लिया जाए। उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।
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