हल्‍दी से हल करें सेहत से जुड़ी ये 3 परेशानियां

क्‍या आप रोजमर्रा की छोटी-मोटी समस्‍याओं का इलाज घर पर ही करना चाहती हैं? लेकिन आपको इस बारे में सही जानकारी नहीं है कि परेशानी होने पर किस चीज का इस्‍तेमाल किया जाए, तो आइए जानते हैं -

first aid with turmeric

जब सब्जियां काटते समय आपकी उंगली कट जाए या जब आपका बच्‍चा साइकिल चलाते समय गिरकर घायल हो जाता है या जब आप गार्डनिंग करते समय घायल हो जाते हैं, तो आप क्या करते हैं?

डॉक्टर के पास जाने से पहले हम जो पहला काम करते हैं, वह फर्स्‍ट एड लेना है। आपकी किचन में फर्स्‍ट एड किट की यह 1 चीज मौजूद है। अगर आप अभी तक इसके बारे में नहीं जानते हैं, तो अपना किचन कैबिनेट खोलें और इसमें रखी हल्‍दी का इस्‍तेमाल करें।

हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बायोटिक और हीलिंग जैसे अद्भुत गुण होते हैं, इसलिए इसे सबसे अच्‍छी फर्स्‍ट एड मेडिसिन माना जाता है। हमारे घरों में मामूली घाव, कटने, जलने और खरोंच के इलाज के लिए इसका इस्‍तेमाल लंबे समय से कई तरीकों से किया जा रहा है।

सर्दी-जुकाम और पेट दर्द को दूर भगाने के लिए भी आप हल्‍दी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। बीमारियों को दूर भगाने के लिए हल्‍दी का इस्‍तेमाल कैसे किया जा सकता है? आइए इसके बारे में आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट जीतूंचदन बता रही हैं।

एक्‍सपर्ट का कहना है, ''हल्‍दी कई रोगों का रामबाण इलाज है, इसलिए आपको इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। यह लिवर को डिटॉक्‍स करती है और इसे अच्‍छी तरह से काम करने में मदद करती है। यह न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर जैसे अल्‍जाइमर (यह समस्‍या तब होती है, जब तंत्रिका तंत्र में तंत्रिका कोशिकाएं समय के साथ काम करना बंद कर देती हैं) से सुरक्षा देती है। साथ ही, हल्‍दी डायबिटीज को कंट्रोल करती है और मेटाबॉलिज्‍म को मजबूत बनाती है। इसके अलावा, यह पेट से जुड़ी समस्‍याओं को दूर करती है।''

दांतों की समस्‍याओं का इलाज

oral care

हल्‍दी एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-सेप्टिक होती है। इसकी मदद से आप दांतों की समस्‍याओं को दूर कर सकती हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन से मसूड़ों में सूजन और दर्द को दूर किया जा सकता है। यह दांतों से प्लैक और बैक्टीरिया हटाती है और इससेदांतों को सफेदबनाया जा सकता है। साथ ही, इनेमल की समस्या को दूर किया जा सकता है।

विधि

  • ए‍क चम्‍मच सरसों के तेल में आधा चम्‍मच नमक और थोड़ी सी हल्‍दी मिलाएं। इसे अपने दांतों और मसूडों पर दिन में दो बार मसाज करें।

जलने का इलाज

turmeric powder

हल्‍दी में मौजूद करक्यूमिन दर्द और घाव दोनों के इलाज की सबसे अच्‍छी दवा है। इसमें भी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं, जो जलन कम करने में मददगार होते हैं। यह औषधीय जड़ी-बूटी कटने, जलने और खरोंच के लिए एंटी-सेप्टिक के रूप में काम करती है।

विधि

  • जलने पर तुरंत ठंडा पानी डालें, फिर चुटकी-भर हल्दी पाउडर के साथ ताजा एलोवेरा जेल को मिक्‍स करके लगाएं।

दर्द का इलाज

joint pain

हल्दी का इस्तेमाल खाने का रंग और स्वाद बढ़ाने के साथ ही खूबसूरती बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह सेहत के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होती है। यह बात तो सभी जानते हैं, लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि हल्‍दी से दर्द को भी दूर किया जा सकता है।

हल्‍दी में मौजूद एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स शरीर के फ्री रेडिकल्‍स से लड़ते हैं। साथ ही इसमें एंटी-बैक्‍टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के साथ प्रोटीन, विटामिन-सी, के, फाइबर, पोटैशियम, कैल्शियम, कॉपर, आयरन और जिंक मौजूद होते हैं। हल्‍दी में पाया जाने वाला करक्‍यूमिन घुटने और जोड़ों के दर्द को दूर करता है।

विधि

  • दर्द और सूजन को दूर करने के लिए हल्‍दी वाला दूध पिएं।
  • इसके लिए 1 चम्‍मच हल्‍दी और 2 चम्‍मच अदरक का पाउडर मिक्‍स करें। फिर इस पेस्‍ट को दर्द वाले हिस्‍से पर लगाएं।

आप भी हल्‍दी से अपनी इन समस्‍याओं को हल कर सकते हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे लाइक और फेसबुक पर शेयर जरूर करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

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Image Credit: Freepik

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