महिलाओं के लिए यह बेहद जरूरी है कि उनके पीरियड्स सही समय पर ना आए। जब कभी पीरियड्स मिस हो जाते हैं या फिर लंबे समय तक बिलकुल ठीक चलने के बाद अचानक से अनियमित होने लगते हैं। तो यह हार्मोनल गड़बड़ी की ओर इशारा करता है। अधिकतर महिलाओं के मन में सबसे पहले यही आता है कि कहीं उन्हें पीसीओडी तो नहीं हो गया। यह सच है कि पीसीओडी होने पर महिलाओं को अनियमित पीरियड्स की समस्या का सामना करना पड़ता है। लेकिन हर बार ऐसा ही हो, यह जरूरी नहीं है। अनियमित पीरियड्स के पीछे कई वजहें जिम्मेदार हो सकती हैं। खराब खान-पान से लेकर नींद या फिर बहुत अधिक तनाव आपकी सेहत पर नेगेटिव असर डाल सकता है। जिससे पीरियड्स भी समय से नहीं आते हैं। ऐसे में हम लगातार परेशान होने लगती हैं और बार-बार कई तरह की दवाइयों का सेवन करना शुरू कर देती हैं। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको कुछ ऐसे ही कारणों के बारे में बता रही हैं, जिनकी वजह से आपके पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं-
क्रैश डाइटिंग करना
अगर आप कम समय में बहुत अधिक वजन कम करने के लिए क्रैश डाइटिंग करती हैं तो यह काफी हद तक संभव है कि आपको पीरियड्स अनियमित हो जाएं। दरअसल, बहुत देर तक भूखा रहना या फिर एकदम से वजन कम करने से शरीर कन्फ्यूज़ हो जाता है। क्रैश डाइटिंग करते हुए जब आप बहुत कम खाती हैं तो इससे शरीर स्टार्वेशन मोड पर चला जाता है, जिससे वह पीरियड्स जैसे ज़रूरी कामों को रोक देता है। इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि आप धीरे-धीरे लेकिन एक कंसिस्टेंसी के साथ हेल्दी वजन को बनाए रखने की कोशिश करें। खुद को भूखा ना रखें और ना ही ओवरईटिंग करें। हमेशा बैलेंस फूड लें।
थायराइड डिसऑर्डर
थायराइड ग्रंथि हमारे शरीर में कई हार्मोन कंट्रोल करती है। पीरियड्स भी उन्हीं में से एक है। अगर किसी को हाइपोथायराइडिज्म या हाइपरथायराइडिज्म है तो यह काफी हद तक संभव है कि उनके पीरियड्स रेग्युलर ना हों। हाइपोथायराइडिज्म पीरियड्स धीरे-धीरे लेट आने लगते हैं। इसके अलावा, आपको अधिक थकान महसूस होना, ज्यादा ठंड लगना या फिर बाल झड़ने जैसी शिकायत हो सकती है। वहीं, हाइपरथायराइडिज्म में शरीर में थायराइड हार्मोन ज़रूरत से ज्यादा बनने लगता है। जिससे मेटाबॉलिज़्म तेज़ हो जाता है। ऐसे में संभव है कि आपको काफी लंबे समय तक पीरियड्स ना आएं या फिर वो बहुत ही हल्के हों। कई बार ऐसी स्थित में पिरियड के दौरान पेट दर्द की समस्या भी होती है।
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बहुत अधिक तनाव लेना
अगर आप तनावग्रस्त हैं और ऐसे में अंदर से थकी हुई महसूस कर रही हैं तो यह भी संभव है कि इसका असर आपके पीरियड्स पर पड़े। दरअसल, बहुत अधिक तनाव लेने से शरीर में कोर्टिसोल नाम का हार्मोन रिलीज होने लगता है। यही कोर्टिसोल हॉर्मोन दिमाग़ के उस हिस्से को प्रभावित करता है जो पीरियड्स को कंट्रोल करता है। जरूरत से ज्यादा तनाव लेने से आपके पीरियड्स लेट हो सकते हैं या मिस भी हो सकते हैं। इसलिए तनाव को मैनेज करने के लिए प्रकृति, योग, मेडिटेशन या जर्नलिंग का सहारा लें।
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Image Credit- freepik
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