लिवर हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा है। खाने के पचाने, खाने से न्यूट्रिएंट्स को अब्जॉर्ब करने और शरीर को डिटॉक्स करने में यह मदद करता है और ऐसे में इसका सही से काम करना बहुत जरूरी है। लेकिन, आजकल खराब खानपान, जंक फूड, कम फिजिकल एक्टिविटी और एल्कोहल के सेवन जैसी आदतों के कारण लिवर में फैट जमना शुरू हो सकता है, जिसे फैटी लिवर डिजीज कहा जाता है। हालांकि, जो लोग एल्कोहल का सेवन नहीं करते हैं, उनमें भी आज के समय में फैटी लिवर के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। इसे नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर कहा जाता है।
अगर यह स्थिति ग्रेड 1 में है, तो इसे समय रहते बदला जा सकता है। अगर इसे नजरअंदाज किया गया, तो यह ग्रेड 2 या ग्रेड 3 में पहुंच सकता है, जहां लिवर डैमेज, सिरोसिस और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अच्छी बात यह है कि सही लाइफस्टाइल बदलाव और डाइट से Grade 1 Fatty Liver को आसानी से रिवर्स किया जा सकता है। अगर आपकी रिपोर्ट में ग्रेड 1 फैटी लिवर आ गया है, तो एक्सपर्ट के बताए इन 5 कामों को करने से इसे ठीक करने में मदद मिलती है। इस बारे में डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट नंदिनी जानकारी दे रही हैं।
फैटी लिवर को कम करने के 5 असरदार उपाय
- फैटी लिवर को रिवर्स करने के लिए सबसे जरूरी है अपने खाने में बदलाव करना। हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, फल, दालें, लो-फैट डेयरी और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स को डाइट का हिस्सा बनाएं।
- तली-भुनी चीजें, रेड मीट, प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड, चीनी और शुगर वाली ड्रिंक्स से दूर रहें। दिनभर में छोटे-छोटे मील लें। हैवी मील्स को पचाने में लिवर को अधिक काम करना पड़ता है।
- फिजिकल एक्टिविटी, फैटी लिवर को कम करने में बेहद असरदार है। इसलिए, रोजाना कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज करें।
- आप तेज चलना, जॉगिंग, साइक्लिंग, योगा और डांस जैसी एक्टिविटीज को रूटीन में शामिल करें। इससे न सिर्फ फैट बर्न होता है, बल्कि लिवर में ब्लड फ्लो और मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है। अगर ज्यादा समय नहीं है, तो दिन में 10-10 मिनट की छोटी-छोटी वॉक करें।
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- फैटी लिवर का सबसे बड़ा कारण ज्यादा चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का सेवन करना है। सफेद ब्रेड, मैदा, पेस्ट्री, सोडा, पैकेज्ड जूस से बचें। इनकी जगह मल्टीग्रेन ब्रेड, ओट्स, क्विनोआ और ब्राउन राइस को डाइट में शामिल करें।
- शुगर क्रेविंग्स होने पर ताजे फल खाएं। वजन को कम करने की कोशिश करें। ओवरवेट या मोटापे से ग्रस्त लोगों में फैटी लिवर का खतरा ज्यादा होता है। क्रैश डाइट से बचें, क्योंकि इससे लिवर पर और स्ट्रेस पड़ सकता है।
- सॉफ्ट ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स से बचें, क्योंकि इनमें हाई शुगर होती है। पानी, नारियल पानी, ग्रीन टी और हर्बल ड्रिंक को डाइट में शामिल करें।
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फैटी लिवर के लक्षणों को कम करने के लिए एक्सपर्ट की सलाह पर ध्यान दें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik, Shutterstock
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