5 देसी चीजें जिनमें छिपा है 10 बीमारियों का इलाज, दूर रहेंगे कई रोग

आपकी रसोई में रखी कुछ चीजें दवा के जैसा काम करती है। आयुर्वेदिक डॉक्टर ऐसी ही 5 चीजों के बारे में बता रही हैं, जो 10 बड़े रोगों से आपको बचा सकती हैं।
image

अगर हम आपसे कहें कि आपकी रसोई असल में औषधियों का भंडार है, तो क्या आपतो हमारी बात पर यकीन होगा? अगर नहीं हो तो हमारी बात पर यकीन कर लीजिए क्योंकि हर पूरी तरह से सच है। हमारे घर में मौजूद एक नहीं बल्कि अनेक चीजें औषधीय गुणों से भरपूर हैं और अगर आपको इनके गुणों और इस्तेमाल करने के सही तरीके के बारे में पता चल जाए, तो कई रोग आपसे कोसों दूर रहेंगे और शरीर में ताकत भी बनी रहेगी। हमारी ये देसी चीजें असल में गुणों की खान हैं और दादी-नानी के नुस्खों में पीढियों से इनका इस्तेमाल होता आया है। चलिए आयुर्वेदिक डॉक्टर से 5 ऐसी चीजों के बारे में जानते हैं जो असल में 10 रोगों का काल हैं। इस बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर आनंदी माहेश्वरी जानकारी दे रही हैं।

हल्दी

haldi for fatty liver

हल्दी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। रोजाना हल्दी वाला दूध या पानी पीने से सेहत को कई लाभ मिल सकते हैं। हल्दी एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। इसमें कर्क्युमिन होता है। हल्दी का नियमित सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है, डाइजेशन में सुधार होता है, स्किन हेल्दी होती है और कई मौसमी इंफेक्शन्स से भी बचाव होता है। यह क्रॉनिक इंफ्लेमेशन से लड़ने में भी मदद करती है।

दालचीनी

दालचीनी का पानी पीने से सेहत को कई फायदे मिल सकते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकती है, इम्यूनिटी मजबूत करती है, डाइजेशन में सुधार होता है, मेटाबॉलिज्म दुरुस्त होता है और वजन कम करने में मदद मिलती है। दालचीनी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करती है। इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल सही होता है, शरीर में हार्मोनल बैलेंस बना रहता है और पीसीओडी के लक्षण भी रिवर्स हो सकते हैं।

गिलोय

giloy juice for digestion

गिलोय को आयुर्वेद में अमृत कहा जाता है। यह एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी- बायोटिक, एंटी-एजिंग, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल, एंटी-डायबिटिक और एंटी-कैंसर गुणों से भरपूर होता है। खाली पेट गिलोय का सेवन करने से कई बीमारियों से बचाव हो सकता है। इससे वायरल फीवर, कफ, कोल्ड और डायबिटीज जैसी दिक्कतों में आराम मिल सकता है। यह इम्यूनिटी को मजबूत करता है।

यह भी पढ़ें-गर्मियों में बार-बार हो जाती है पेट में गड़बड़? नानी मां के इस देसी नुस्खे से दुरुस्त होगा हाजमा

तुलसी

तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं। यह इंफेक्शन से लड़ने में मदद करती है। इससे सर्दी और खांसी के लक्षणों भी कम हो सकते हैं। तुलसी कोलेस्ट्रॉल और बीपी को कंट्रोल कर सकती है। खाली पेट तुलसी की पत्तियां चबाने से डाइजेशन सही होता है और इम्यूनिटी मजबूत होती है।

लहसुन

garlic for fatty liver

लहसुन को आयुर्वेद में औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। फैटी लिवर के लक्षणों को कम करने, हार्ट हेल्थ को सुधारने, इंफ्लेमेशन को कम करने और डायबिटीज को कंट्रोल करने तक इसके कई फायदे हैं। लहसुन में डाइजेशन को सुधारने वाले गुण भी पाए जाते हैं। यह वजन और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।यह भी पढ़ें- डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए रसोई में मौजूद इन 4 चीजों को करें डाइट में शामिल, 3 महीने में दिख सकता है असर

इन देसी चीजों को डाइट में शामिल करके आप कई बीमारियों से बचाव कर सकती हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit:Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP