आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं। जिम जाना, डाइट फॉलो करना और महंगी दवाइयां लेना, ये सारी चीजें हमारी प्राथमिकता बन गए हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे बड़े-बुज़ुर्ग, खासकर हमारी दादी-नानी, हमें जो छोटे-छोटे नुस्खे बताया करती थीं, वे कितने असरदार थे? उनकी बातें सिर्फ कहानियां नहीं थीं, बल्कि सदियों के अनुभव और प्राकृतिक ज्ञान का निचोड़ थीं। ये वह 'हेल्थ मंत्र' हैं, जो हमें बिना किसी साइड इफेक्ट्स के हेल्दी और खुशहाल जीवन जीने का रास्ता दिखाते हैं। आज मैं आपको कुछ ऐसे ही अनमोल और आसान हेल्थ मंत्रों के बारे में बता रही हूं, जो अक्सर मेरी दादी और नानी मां मुझे बताती थी। इन उपायों को मैंने आजमाया और मुझे काफी फायदा भी हुआ है। लेकिन, अगर आपको कोई गंभीर समस्या है, तो इसे इस्तेमाल करने से पहले किसी डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
बीमारियों से बचाने वाली दादी-नानी के मंत्र
- दादी मां का कहना है, ''खाना आराम से चबाकर खाओ, दिमाग और पेट दोनों रिलैक्स होते हैं।'' जी हां, जब हम भोजन को अच्छी तरह चबाते हैं, तब डाइजेशन प्रोसेस मुंह से ही शुरू हो जाता है। लार में मौजूद एंजाइम भोजन को तोड़ते हैं, जिससे पेट पर कम प्रेशर पड़ता है। धीरे-धीरे खाने से दिमाग को पेट भरने का संकेत मिलता है, जिससे हम ज्यादा खाने से बचते हैं और वजन कंट्रोल रहता है।
- रोज खुद को शीशे में देखकर मुस्कुराओ, हल्का लव बढ़ता है। यह सिर्फ एक छोटी सी आदत नहीं, बल्कि पावरफुल साइकोलॉजिकल टूल है। जब आप शीशे में देखकर मुस्कुराते हैं, तब दिमाग एंडोर्फिन रिलीज करता है, जिससे आपका मूड तुरंत अच्छा होता है। इससे तनाव कम होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।
- नाक से सांस लो, मुंह से नहीं, फेफड़े हेल्दी रहते हैं। नाक हवा को फिल्टर करती है, उसे गर्म और नम करती है, जिससे फेफड़ों तक साफ और सही तापमान वाली हवा पहुंचती है। मुंह से सांस लेने से फेफड़ों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है और नींद पर भी बुरा असर होता है।
- खाना जमीन पर बैठकर खाओ, डाइजेशन तेज होगा। जी हां, जब हम पालथी मारकर बैठते हैं, तब पेट पर हल्का प्रेशर पड़ता है, जिससे डाइजेशन सही तरीके से होता है और भोजन को पचाना आसान होता है।
- नाभि में तेल लगाओ, स्किन और डाइजेशन दोनों को फायदा होगा। नाभि में तेल लगाना दादी मां का बताया बहुत ही पुराना नुस्खा है। माना जाता है कि यह शरीर का केंद्र बिंदु है और इसमें तेल लगाने से त्वचा को नमी मिलती है, डाइजेशन अच्छा होता है और पेट या पीरियड्स में होने वाला दर्द दूर होता है।
- मिट्टी से जुड़ो, हफ्ते में एक बार गार्डनिंग जरूर करो। आजकल हम प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं। गार्डनिंग या मिट्टी के संपर्क में आने से तनाव कम होता है, मूड अच्छा होता है और शरीर को कुछ गुड बैक्टीरिया मिलते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं।
- जोड़ों का दर्द है तो तिल का तेल हल्का गुनगुना करके लगाओ। तिल का तेल अपने वात-शामक गुणों के लिए जाना जाता है। जोड़ों के दर्द में हल्के गुनगुने तिल के तेल से मालिश करने से दर्द और सूजन कम होती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और मसल्स को आराम मिलता है।
- दांतों के साथ जीभ की सफाई भी करो, ओरल हेल्थ अच्छी होगी। ज्यादातर लोग दांतों को तो अच्छे से ब्रश करते हैं, लेकिन जीभ की सफाई नहीं करते हैं। जीभ पर बैक्टीरिया और फूड कण जमा होते हैं, जो बदबू और इंफेक्शन का कारण बनते हैं। जीभ साफ करने से सांस ताजा रहती है और स्वाद कलिकाएं बेहतर काम करती हैं।
- धूप में 15 मिनट बैठो, विटामिन-D से मूड अच्छा होता है। सूर्य की रोशनी विटामिन-D का सबसे अच्छा नेचुरल स्रोत है। विटामिन-D हड्डियों के स्वास्थ्य, इम्यूनिटी और मूड को कंट्रोल करने के लिए जरूरी है।
- दिमाग तेज करना है, उल्टा हाथ इस्तेमाल करना शुरू करो। जी हां, अपने दिमाग को चुनौती देने से उसकी कार्यक्षमता बढ़ती है। अगर आप दाएं हाथ से काम करते हैं, तो बाएं हाथ से रोजमर्रा के कुछ काम करने से दिमाग के नए हिस्से एक्टिव होते हैं।
- ठंडी चीजें खाने के बाद गुनगुना पानी पियो, गले की प्रॉब्लम कम होंगी। ठंडी चीजें खाने के बाद शरीर का तापमान अचानक बदलता है, जिससे गले में खराश या सर्दी-जुकाम हो सकता है। गुनगुना पानी पीने से शरीर का तापमान नॉर्मल बना रहता है, गले को आराम मिलता है और डाइजेशन सही रहता है।
- शुगर क्रेंविग हो तो डार्क चॉकलेट खाओ, तनाव कम होगा। डार्क चॉकलेट में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं और यह मूड-बूस्टिंग गुणों के लिए जानी जाती है। जब आप तनाव या उदासी महसूस करें, तब थोड़ी सी डार्क चॉकलेट खाने से एंडोर्फिन रिलीज होते हैं, जिससे आपका मूड अच्छा और तनाव कम होता है।
- मसल्स के लिए देसी घी की कुछ बूंदें रोज खाना शुरू करो। देसी घी को आयुर्वेद में अमृत माना गया है। यह मसल्स को मजबूत बनाता है, जोड़ों को लुब्रिकेशन देता है और शरीर को अंदर से पोषण देता है। यह एनर्जी का अच्छा स्रोत है और शरीर की शक्ति को बढ़ाता है।
- दिन में 1 बार पैर को ठंडे पानी में डुबाओ, तनाव कम होगा। पैरों को ठंडे पानी में डुबाना अच्छा स्ट्रेस बस्टर है। यह न केवल पैरों की थकान दूर करता है, बल्कि पूरे शरीर को आराम देता है और तनाव के लेवल को कम करता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को भी सही बनाता है।
- आंखों में जलन है तो गुलाब जल की 2 बूंदें डालो। गुलाब जल आंखों के लिए नेचुरल कूलिंग और क्लींजर है। आंखों में जलन, थकान या रेडनेस होने पर गुलाब जल की 1-2 बूंदें डालने से तुरंत राहत मिलती है। यह आंखों को साफ करता है और उन्हें तरोताजा महसूस कराता है।
- आम के साथ दही मत लो, पाचन बिगड़ेगा। आयुर्वेद में कुछ फूड्स के कॉम्बिनेशन को 'विरुद्ध आहार' माना जाता है, यानी वे एक साथ खाने पर शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आम और दही को साथ खाना ऐसा ही है। दोनों की तासीर और पचने का समय अलग-अलग होता है, जिससे डाइजेस्टिव सिस्टम पर प्रेशर पड़ता है और गैस, अपच या त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
ये दादी-नानी के बताए गए नुस्खे भले ही आसान लगें, लेकिन इनका असर गहरा होता है। ये हमें प्रकृति से जुड़ने, अपने शरीर को समझने और बैलेंस लाइफस्टाइल को अपनाने की प्रेरणा देते हैं। इन आदतों को अपनाकर आप बिना किसी परेशानी के हेल्दी और खुशहाल जीवन जी सकती हैं।
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik & Shutterstock
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