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Specialty of Goddess of Justice

कानून अब अंधा नहीं... न्याय की देवी की आंखों से हटी पट्टी, जानें क्यों बंधी होती थी पहले

सर्वोच्च न्यायालय में स्थापित नई महिला न्यायाधीश की प्रतिमा ने अपनी आंखों से पट्टी हटा दी है ताकि यह संदेश दिया जा सके कि भारत में कानून अंधा नहीं है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आखिर अभी तक न्याय की देवी की आंखों पर पट्टी क्यों बंधी हुई थी। 
Editorial
Updated:- 2024-10-17, 12:53 IST

Lady Of Justice: कानून के बारे में छोटे बच्चे से लेकर दुनिया के हर एक इंसान को पता होगा। बचपन से ही हमें कानून के नियम तौर तरीकों के बारे में बताया और समझाया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी अदालत और न्यायालय में रखी न्याय की देवी के बारे में जानने की कोशिश की है। इसके अलावा वास्तविक रूप से लेकर फिल्मों में भी न्याय की देवी की आंखों पर काला कपड़ा बंधा हुआ होता है। लेकिन बता दें, कि सुप्रीम कोर्ट में नई लेडी जस्टिस की प्रतिमा ने अपनी आंखों पर से पट्टी हटा दी है।

क्या आपने सोचा कि आखिर अभी तक न्याय की देवी के हाथ में तराजू और आंख पर पट्टी बांधकर खड़ी होती है। इस आर्टिकल में आज हम आपके इस प्रश्न का उत्तर देने जा रहे हैं कि 'जस्टिस ऑफ गॉड' की आंखें बंद क्यों होती है।

अदालत में क्यों रखी जाती है न्याय की देवी

Where did Goddess of Justice come from

अक्सर फिल्मों में देखने को मिल जाता है कि जज के बगल में एक मूर्ति रखी है और काले कपड़े की मदद से उसकी आंखों को बंद किया गया है। इसके साथ ही उनके एक हाथ में तराजू और दूसरे में तलवार होता है। इस मूर्ति को विश्वभर में न्याय की देवी यानी लेडी जस्टिस के नाम से जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि ये मूर्ती न्याय व्यवस्था को दर्शाने का काम करती है। हालांकि बहुत कम लोग इस मूर्ति के प्रतीक और महत्व के बारे में जानते हैं।

न्याय मूर्ती में क्या-क्या किए गए बदलाव

नई मूर्ति में तलवार की जगह संविधान की किताब और आंख पर बंधी पट्टी को हटा दिया गया है। आंख से पट्टी हटाने का मतलब कि कानून अब अंधा नहीं है। न्याय की मूर्ति के एक हाथ में संविधान और एक हाथ में तराजू है, ताकि देश में यह संदेश जाए कि वह संविधान के अनुसार न्याय करती हैं। तलवार हिंसा का प्रतीक है, लेकिन अदालतें संवैधानिक कानूनों के अनुसार न्याय करती हैं।"

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न्याय की देवी पर क्यों होती थी काली पट्टी

न्याय की देवी के हाथ में तलवार और तराजू वहीं आंख बंद होने के पीछे की बेहद ही खास वजह है। न्याय मूर्ती के आंख पर पट्टी बंधी होने के पीछे का कारण इस बात का संकेत देता है कि अदालत में हो रहे न्याय की जंग में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा। अमीर-गरीब, छोटा-बड़ा किसी के भी बीच मतभेद नहीं किया जाएगा। न्याय करते समय  दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सच का साथ देते हुए निष्पक्ष न्याय किया जा सके।

न्याय की देवी के हाथ में तराजू का मतलब

Symbols of Goddess of Justice

जस्टिस ऑफ गॉड के एक हाथ में तराजू और दूसरे में तलवार होता है। आपको बता दें कि मिस्र में तराजू को न्याय का प्रतीक माना जाता है। उसके साथ न्याय करते समय किस प्रकार से संतुलन को बनाए रखना है। इस बात का भी तराजू प्रतीक है।

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Image credit- Freepik, Shutterstock

 

 

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