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curse of dogs story in hindi

आखिर क्यों द्रौपदी का श्राप आज भी भोग रहे हैं कुत्ते?

महाभारत में कई ऐसी कथाएं हैं जो किसी न किसी भयंकर श्राप से जुड़ी हुई हैं। ऐसी ही एक कथा है द्रौपदी के उस श्राप से जुड़ी जो उन्होंने कुत्तों को दिया था। 
Editorial
Updated:- 2024-01-03, 10:21 IST

Draupadi Ne Kyu Diya Dogs Ko Shrap: महाभारत में कई ऐसी कथाएं हैं जो किसी न किसी भयंकर श्राप से जुड़ी हुई हैं। ऐसी ही एक कथा है द्रौपदी के उस श्राप से जुड़ी जो उन्होंने कुत्तों को दिया था। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि द्रौपदी का दिया कौन सा श्राप आज भी भोग रहे हैं कुत्ते।   

द्रौपदी ने कौन सा श्राप कुत्तों को दिया था? 

महाभारत कथा के अनुसार, जब अर्जुन द्रौपदी को स्वयंवर में जीत कार लाये थे तब सभी पांडव और द्रौपदी (द्रौपदी की मृत्यु कैसे हुई) माता कुंती के पास उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे। माता कुंती ने बिना देखे भोजन पकाते पकाते यह बोल दिया कि जो भी लाए हो आपस में बांट लो। 

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इसके बार माता का कथन पूरा करने हेतु द्रौपदी पांचों पांडवों की पत्नी बन गईं और पांचाली कहलाईं। समस्या यह थी की पांच पांडवों की एक पत्नी थीं द्रौपदी, ऐसे में मर्यादा का पालन कैसे किया जाए। इसके लिए द्रौपदी और पांचों पांडवों ने रास्ता निकाला।

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यह तय हुआ कि जो भी भाई द्रौपदी के कक्ष में जाएगा। वह अपनी चरण पादुका यानी कि जूते द्रौपदी के कक्ष के बाहर उतारेगा, जिससे अगर कोई दूसरा भाई द्रौपदी से मिलने आए तो जूते देखकर वहीं रुक जाए और मर्यादा का पूर्णतः पालन हो सके।

एक बार जब युधिष्ठिर द्रौपदी से मिलने उनके कक्ष पहुंचे तब अर्जुन ने भी उसी समय द्रौपदी के कक्ष में प्रवेश कर लिया। अर्जुन (अर्जुन के दिव्यास्त्र) ने जब देखा कि द्रौपदी के साथ युधिष्ठिर कमरे में मौजूद हैं तो वह बहुत लज्जित हुए और दोनों से क्षमा मांगने लगे।   

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वहीं, द्रौपदी और युधिष्ठिर भी बहुत लज्जित महसूस करने लगे। अर्जुन जल्दी में कमरे से बाहर चले आए और पीछे-पीछे द्रौपदी एवं युधिष्ठिर भी आए। जब द्रौपदी ने गुस्से में अर्जुन से पूछा कि उन्हें भाई के जूते कमरे के बाहर नहीं दिखे तो अर्जुन ने मना किया।

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इसके बाद द्रौपदी समेत सभी पांडव युधिष्ठिर के जूते ढूंढने लगे जो महल के आंगन मेंखेल रहे कुत्तों के पास मिले। यह देख द्रौपदी ने कुत्तों को श्राप दे दिया कि जैसे उन्हें लज्जित होना पड़े वैसे ही कुत्तों को भी कलयुग में दुत्कारा जाएगा। वह दर-दर भटकेंगे।  

 

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर कौन सा श्राप था जो द्रौपदी द्वारा कुत्तों को मिला था और आज भी कुत्तों की प्रजाति उस श्राप को क्यों भोग रही है। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। 

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