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day when we should not worship god

भगवान को कब नहीं करना चाहिए नमन?

क्या आप जानते हैं कि कुछ समय, दिन या परिस्थितियां ऐसी भी होती हैं जब भगवान की पूजा करना, उन्हें नमन करना या फिर मंदिर जाना उचित नहीं माना जाता है।
Editorial
Updated:- 2025-01-15, 15:57 IST

कोई भी दिन हो, पर्व हो या समय हो, भगवान की पूजा के बिना अधूरा है। हम सब किसी न किसी देवी-देवता की पूजा करते हैं, उन्हें नमन करते हैं, उनका ध्यान करते हैं और त्यौहारों के वक्त विशेष तौर पर उनकी सेवा करते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि कुछ समय, दिन या परिस्थितियां ऐसी भी होती हैं जब भगवान की पूजा करना, उन्हें नमन करना या फिर मंदिर जाना उचित नहीं माना जाता है। आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से।

कब भगवान की पूजा नहीं करनी चाहिए?

kab bhagwan ko naman nahi kiya jata hai

लोक मान्यताओं में ऐसा उल्लेख मिलता है कि पीरियड्स के दौरान भगवान की पूजा या उनका ध्यान नहीं करना चाहिए जबकि शास्त्रों में ऐसा कुछ स्पष्ट रूप से वर्णित नहीं है क्योंकि अगर ऐसी बात है तो महाभारत में यह बताया गया है कि श्री कृष्ण ने जब द्रौपदी को चीर हरण से बचाकर सौहार्द भाव से गले लगाया था तब द्रौपदी रजस्वला थीं।

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ऐसे में यह धारणा किस हद तक मानी जानी चाहिए, यह पूर्णतः व्यक्तिगत सोच पर निर्भर करता है, लेकिन शास्त्रों में कुछ ऐसे विशेष समय बताये गए हैं जब भगवान की पूजा करने से बचना चाहिए। शास्त्रों के मुताबिक, किसी की मृत्यु हो जाने पर सूतक लग जाते हैं उस समय 13 दिनों तक भगवान की पूजा नहीं करनी चाहिए।

kab bhagwan ki puja nahi ki jati hai

वहीं, जब घर में किसी बच्चे का जन्म होता है तब सोबड़ लग जाते हैं, उस समय भी भगवान की पूजा करना वर्जित माना गया है। इसके अलावा, ग्रहण के दौरान भी भगवान की पूजा नही करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सूतक, सोबड़ और ग्रहण के दौरान भगवान की पूजा करने से दोष उत्पन्न होता है और पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता।

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इसके अलावा, रात के समय या दोपहर में भी भगवान की पूजा नहीं करनी चाहिए। अगर आप किसी रोग से ग्रस्त हैं और शारीरिक रूप से पूजा करने के लिए सक्षम नहीं है तो तब भी भगवान की पूजा न करें। हां, मगर आप भगवान के नाम का जाप कर सकते हैं। बीमारी की अवस्था में भी। मंत्र जाप न करें सिर्फ नाम जपना ही उचित होगा।

kab bhagwan se prarthna nahi karna chahiye

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