herzindagi
benefits of period home for tribal women in hindi

पुरानी प्रथाओं को पीछे छोड़कर आदिवासी महिलाओं के लिए बनाया गया 'पीरियड होम'

पीरियड होम एक ऐसी पहल है जिससे आदिवासी महिलाओं को कई प्रकार से लाभ मिल रहा है। तो चलिए जानते है आकिर पीरियड होम होता क्या है। 
Editorial
Updated:- 2022-12-27, 14:16 IST

हमारे देश में आज भी ऐसे हैं आदिवासी इलाके जहां पर पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अपने घर से बाहर रहना पड़ता है और ऐसे में महिलाएं अपनी साफ- सफाई का भी ध्यान नहीं रख पाती हैं। इस परेशानी को हल करने के लिए सरकार ने हाल ही में 'पीरियड होम' या जिसे 'पीरियड हट्स' भी कहते हैं वह इन इलाकों में महिलाओं के लिए बनवाया है।

इन होम से पीरियड्स में आदिवासी महिलाओं को कई प्रकार से लाभ मिलता है। लेकिन आखिर ये पीरियड होम है क्या इसके बारे में हम आपको इस लेख में बताएंगे।

गांवों में यह प्रथा

आपको भले ही यह सुनकर विश्वास ना हो पर अधिकतर आदिवासी आबादी वाले गांव जैसे फासीतोला, इरंडी, परसवाड़ी, काकड़वेली, मेंडा आदि कई जगहों पर महिलाओं को पीरियड्स के दौरान घर से बाहर रहना होता है। इस प्रथा को कुर्मा कहा जाता है।

सिर्फ यही नहीं पीरियड्स में आदिवासी महिलाओं को पानी पीने के लिए हैंडपंप छूने की भी उन्हें स्वतंत्रता नहीं होती है। यह प्रथा इन गांवों में सालों से निभाई जा रही है। इन प्रथाओं के कारण पीरियड्स में महिलाओं को संक्रमण और बीमारियों भी हो जाती है क्योंकि वह पीरियड्स में खुद का सही से ख्याल भी नहीं रख पाती हैं।

इसे भी पढ़ें: पीरियड्स होने पर इस राज्य में खुशी से मनाया जाता है त्योहार, लड़की को नहीं मानते अछूत

जानें क्या होता है पीरियड होम

period home

महिलाओं को पीरियड के दौरान किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए सरकार की तरफ से पीरियड होम को इन गांवों में बनाया गया है। इन पीरियड होम को बनाने के लिए प्लास्टिक की पुरानी बोतलों और रेत का इस्तेमाल भी किया गया है।(कहीं आप भी सच तो नहीं मानती पीरियड्स से जुड़ी इन 5 बातों को?)

यह विडियो भी देखें

आपको बता दें कि जो कमरे इन घरों में बनाएं गए हैं वह बड़े हैं जिसमें लगभग 10 महिलाएं आराम से रह सकती हैं। कमरे के अलावा इस होम में शौचालय, एक अलमारी, बिस्तर, गद्दे, पंखे और सौर ऊर्जा से चलने वाली बिजली की सुविधा भी दी गई है।

पीरियड्स के दौरान घर से बाहर रहने की वाली प्रथा में महिलाएं पीरियड होम में आराम से रुक सकती हैं और उन्हें कहीं बाहर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

इसे जरूर पढ़ें- Period Custom: जानें आंध्र प्रदेश के पेडमनिषी पंडगा रिवाज के बारे में, जहां पीरियड्स के दौरान लड़कियों के साथ किया जाता है ऐसा व्यवहार

पहले कहां रहती थी महिलाएं?

गांव की आदिवासी महिलाएं पहले कुर्मा घर में रहती थी। इन घरों में बिजली, बेड, शौचालय की सुविधा नहीं होती थी। यहां तक की नहाने के लिए महिलाओं को नदी किनारे जाना होता था या कुर्मा घर की दीवार के पास नहाना होता था।(Period Customs: भारत के इस गांव में है अजीब प्रथा, पीरियड्स होने पर महिलाओं को निकाल दिया जाता है गांव से बाहर)

इस प्रथा के अनुसार पीरियड के दौरान महिलाएं खेत में तो काम करने जा सकती हैं लेकिन अपने घर में नहीं जा सकतीं। किसी से मेल-मुलाकात नहीं कर सकती हैं लेकिन पीरियड होम में उन्हें कई सारी सुविधाएं मिल रही हैं जिसका कई आदिवासी महिलाएं लाभ भी उठा रही हैं।

इस पहल से आदिवासी महिलाएं पीरियड्स में आरामदायक और सुविधाजनक जगह पर रह सकेंगी। आपको यह पहल कैसी लगी हमें कमेंट करके बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

image credit-ani

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।