herzindagi
vivah panchami 2024 vrat katha for good fortune and happy married life

Vivah Panchami Vrat Katha 2024: विवाह पंचमी के दिन जरूर पढ़ें श्री राम-सीता विवाह की ये कथा, मिलेगा अखंड सौभाग्य का वरदान

हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को माता सीता और प्रभु श्रीराम का विवाह संपन्न हुआ था। इस पवित्र विवाह से जुड़ी कथा अत्यंत रोचक है। आइए, इस लेख के माध्यम से हम विस्तार से जानते हैं कि कैसे हुआ था यह दिव्य मिलन।
Editorial
Updated:- 2024-12-05, 18:12 IST

सनातन धर्म में विवाह पंचमी को सबसे पवित्र दिनों में से एक माना जाता है। इसी दिन भगवान राम और माता सीता ने विवाह बंधन में बंधकर आदर्श दांपत्य जीवन का उदाहरण पेश किया था। हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाने वाली इस पर्व पर पूरे विधि-विधान से राम-सीता की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा विवाह संबंधी समस्याओं का समाधान करती है। हालांकि, विवाहित जोड़ों को इस दिन एक साथ राम-जानकी की पूजा नहीं करनी चाहिए। लेकिन अविवाहिताओं को व्रत के साथ-साथ पूजा-पाठ जरूर करनी चाहिए। अगर कोई इस दिन व्रत रखता है तो उसे राम-जानकी की कथा जरूर सुननी चाहिए। आइए ज्योतिषाचार्य अरविंद त्रिपाठी जी से इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

विवाह पंचमी के दिन श्रीराम और माता सीता की कथा जरूर पढ़ें

Vivah panchami

पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने अवतार लेकर राजा दशरथ के घर श्रीराम के रूप में जन्म लिया था। दूसरी ओर, मिथिला के राजा जनक हल चलाते समय धरती से उत्पन्न एक कन्या को पाते हैं, जिन्हें वे अपनी पुत्री मानकर सीता नाम देते हैं।
सीता के स्वयंवर का आयोजन किया जाता है, जिसमें एक शर्त रखी जाती है कि जो भी भगवान शिव का अदम्य धनुष तोड़ेगा, वही सीता का हाथ प्राप्त करेगा। इस अद्भुत धनुष को तोड़ना असंभव माना जाता था।
स्वयंवर में अनेक राजकुमार आते हैं, परंतु कोई भी धनुष को तोड़ने में सफल नहीं होता। तभी श्रीराम, जो अपने गुरु वशिष्ठ के आदेश पर स्वयंवर में आए थे, धनुष के पास जाते हैं। शांतचित्त होकर वे धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाते हैं और जैसे ही वे खींचते हैं, धनुष दो टुकड़ों में बंट जाता है।

इसे जरूर पढ़ें - Vivah Panchami 2024 Kab Hai: कब है विवाह पंचमी, जानें शुभ मुहूर्त और भगवान राम के साथ माता सीता की पूजा का महत्व

इस अद्भुत घटना से सभी चकित रह जाते हैं। श्रीराम और सीता का विवाह धूमधाम से संपन्न होता है। इस प्रकार श्रीराम और सीता की पवित्र जोड़ी का मिलन होता है।

विवाह पंचमी के दिन व्रत कथा पढ़ने का महत्व

vivah panchami 2024

विवाह पंचमी के दिन भगवान राम और सीता की कथा का पाठ करना वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि लाने का एक विशेष उपाय माना जाता है। इस कथा के श्रवण से वैवाहिक जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और दांपत्य जीवन मधुर बनता है। अविवाहितों के लिए यह कथा मनचाहा जीवनसाथी पाने का आशीर्वाद लेकर आती है। विवाह पंचमी के दिन सुबह के समय इस कथा का पाठ करने से अधिक लाभ मिलता है।

इसे जरूर पढ़ें - Vivah Panchami 2024: विवाह पंचमी के दिन माता सीता और श्री राम को क्या अर्पित करें?

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- HerZindagi

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।