होली का त्योहार अपने साथ रंग और उत्साह लेकर आता है, लेकिन साथ ही साथ होली को लेकर एक आम धारणा है कि इस दिन बाहर जाना ज्यादा सुरक्षित नहीं होता है। यकीनन महिलाएं और बच्चे तो अपने घर से ज्यादा बाहर निकलने के बारे में सोचते ही नहीं हैं। होली का दिन ही कुछ ऐसा है जहां पर ये अपने आप सोच लिया जाता है कि रंग में भंग डालने वाले मिल ही जाएंगे। ये गलत भी नहीं है, हम हर साल न जाने कितनी स्टोरीज सुनते हैं जहां पर होली के दिन लड़कियों के साथ छेड़छाड़ होती है और बच्चे सुरक्षित नहीं होते।
होली का त्योहार बहुत ही खास होता है, लेकिन हम इस फैक्ट को नकार नहीं सकते हैं कि इस त्योहार के समय कुछ ऐसी हरकतें होती हैं जो 'बुरा न मानो होली है' कहकर टाल दी जाती हैं, लेकिन ये बेहद खराब स्थिति है। हर महिला और बच्चे को ये हक है कि वो खुशी से इस त्योहार को मना सके।
ये कहना बिल्कुल अच्छा नहीं लगता है, लेकिन ये एक ऐसा त्योहार है जहां आप अकेले ट्रैवल न करें तो ही बेहतर है और अगर कर भी रही हैं तो सुरक्षा के इंतजाम पूरे रखें।
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1. होली किसके साथ खेलनी है ये खुद तय करें-
होली का त्योहार एन्जॉय करने का हक सबका होता है और इसलिए आप भी खुलकर इस त्योहार को मनाएं, लेकिन आपको किसके साथ होली खेलनी है और बच्चे किसके साथ होली खेलें इसे तय जरूर कर लें। अपने इनर सर्कल में अगर आप होली खेलती हैं तो ये आपको और बच्चों के लिए भी सुरक्षित तरीका है। आपको न कहना सीखना होगा, होली के समय कई लोग जबरदस्ती रंग डालने की कोशिश करते हैं और इसके लिए न कहना आपका हक है।
बच्चों को भी न कहने की आदत सिखाएं और उन्हें इसका मतलब त्योहार से पहले ही समझाएं। कई बार बच्चे मस्ती में किसी के साथ भी होली खेलने को तैयार हो जाते हैं और ये सही नहीं है।
2. घर से बहुत दूर की जगह न चुनें-
भले ही आप अपनी गाड़ी से जाने के बारे में सोच रही हों, लेकिन होली के दिन अपने घर के आस-पास की जगह ही चुनें। ये आपके और बच्चों के लिए सुरक्षित होगा। दरअसल, होली के दौरान अधिकतर लोग नशे की हालत में रहते हैं और कई बार होली खेलते समय चोट भी लगने की गुंजाइश होती है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप होली खेलने के लिए ऐसी जगह चुनें जहां इमरजेंसी होने पर भी आप सुरक्षित माहौल में पहुंच पाएं।
3. बच्चों के लिए बनाएं सीक्रेट कोड-
ये टिप बच्चों को जरूर सिखाएं कि अगर होली खेलते समय उन्हें कोई गलत तरह से छूने की कोशिश करता है या फिर अपने साथ कहीं लेकर जाने की कोशिश करता है तो वो किस तरह से रिएक्ट करें। होली के समय बच्चे ये नहीं समझ पाते हैं कि कौन उनकी जान पहचान का है। कई बार ज्यादा रंग देखकर वो डर भी जाते हैं। ऐसे समय में अगर कोई उन्हें परेशान करने की कोशिश करता है तो कोई खास सिग्नल या सीक्रेट कोड उन्हें पता होना चाहिए जिससे वो आपको बता सकें या फिर खुद को सुरक्षित कर सकें।
बच्चों के हाथ में सेफ्टी बैंड या स्मार्ट वॉच बांधना भी ठीक होगा जो सीधे आपको सिग्नल दे सके।
4. खुद को और बच्चों को हाइड्रेटेड रखें-
अगर आप होली खेलने की प्लानिंग में हैं तो तबियत खराब होने की गुंजाइश भी हो सकती है। इसका सीधा कारण ये है कि इस दौरान धूप में होली खेली जाती है और कई घंटों तक डांस आदि होता है। बच्चों को भी समय-समय पर फ्लूइड्स देती रहें और खुद भी इन्हें पिएं। ये न भूलें कि होली के समय आपको बहुत ज्यादा अपनी तबीयत का ध्यान रखना होगा। कई बार रंग से ही कई लोगों को एलर्जी हो जाती है और साथ ही साथ रंग के मुंह के अंदर जाने के कारण वॉमिटिंग भी शुरू हो जाती है। ऐसे में पहले से ही हाइड्रेशन की तैयारी रखें।
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5. कुछ भी बिना सोचे समझे खाएं नहीं-
होली के समय कई चीज़ों में भांग मौजूद होती है। ऐसे में बच्चों को भी ये हिदायत दें कि वो कुछ बाहर से न खाएं और आपको भी ये समझना होगा कि आप ऐसा न करें। भांग का असर काफी ज्यादा हो सकता है और इसलिए ऐसा न होने दें।
भारत में ऐसा सुरक्षित माहौल होना चाहिए जिससे महिलाओं और बच्चों को इतना सोचने या अपनी सुरक्षा की प्लानिंग करने की जरूरत न पड़े, लेकिन निराशाजनक है कि ऐसा नहीं है।
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