बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल शादी से पहले कई यंगस्टर्स की ड्रीम में आती थी और लोग उन्हें बड़े परदे पर एक्टिंग करते हुए देख बेहद ही खुश होते थे। लेकिन 1980 में उन्होंने धर्मेन्द से शादी की और उनके बीच का यह प्यार आज भी ऐसे ही कायम है।
हालांकि, धर्मेन्द्र और हेमा मालिनी की लव लाइफ एक रोलर कोस्टर से कम नहीं थी। जहां एक ओर धर्मेन्द्र हेमा मालिनी से शादी करने से पहले ही शादीशुदा थे और चार बच्चों के पिता थे। धर्मेन्द्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर उन्हें तलाक देने के लिए तैयार नहीं थी। वहीं, दूसरी ओर हेमा मालिनी का परिवार भी इस रिश्ते से खुश नहीं था।
लेकिन इस जोड़े ने धर्म बदलकर विवाह किया। शादी के बाद धर्मेन्द्र ने अपने दोनों परिवार के प्रति अपना कर्तव्य बखूबी निभाया। लेकिन क्या आपको पता है कि शादी के 43 साल बाद भी हेमा मालिनी कभी भी धर्मेन्द्र के पुश्तैनी घर में नहीं गईं। यहां तक कि उनकी बेटियों ने भी इस घर में कदम नहीं रखा। लेकिन बाद में साल 2015 में एक खास वजह से हेमा इस घर में पहली बार गईं-
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धर्मेन्द्र ने खरीदा था नया घर
जब साल 1980 में धर्मेन्द्र ने हेमा मालिनी से शादी की, तो उन्होंने हेमा के लिए खासतौर पर नया घर खरीदा और उस घर में ही अपने नए गृहस्थ जीवन की शुरुआत की। बता दें कि धर्मेन्द्र के पुश्तैनी घरमें उनकी पहली पत्नी प्रकाश कौर और उनके चार बच्चे सनी देओल, बॉबी देओल, विजेता देओल और अजिता देओल रह रहे थे। नए घर खरीदने के पीछे का अर्थ साफ था कि हेमा धर्मेन्द्र के पुश्तैनी घर में नहीं रहेंगी।
तालमेल बिठाने के लिए उठाया कदम
जिस समय धर्मेन्द्र ने हेमा मालिनी के साथ शादी की थी, उस समय हर किसी ने इस रिश्ते को रजामंदी नहीं दी थी। ऐसे में धर्मेन्द्र नहीं चाहते थे कि उनके दोनों परिवारों के बीच किसी भी तरह का तनाव पैदा हो।
ऐसे में उन्होंने हेमा के लिए एक नए घर में गृहस्थ जीवन शुरू करने का फैसला लिया था। यहां तक कि शादी के लगभग 43 साल बाद तक भी हेमा मालिनी ने अपने पति धर्मेंद्र के पुश्तैनी घर में कभी कदम नहीं रखा था। यहां तक कि हेमा ने अपनी बेटियों ईशा देओल तख्तानी और अहाना देओल वोहरा को भी अपने पिता धर्मेंद्र के पहले घर के जाने की इजाजत नहीं दी थी।
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साल 2015 में टूटी यह परंपरा
यूं तो शादी के बाद से ही हेमा और प्रकाश कौर दोनों ने एक-दूसरे से दूरियां बनाकर रखीं। लेकिन साल 2015 में हेमा मालिनी और ईशा देओल धर्मेन्द्र के पुश्तैनी घर में गईं। जिसके बाद उनके बीच की एक अनदेखी दीवार कहीं ना कहीं टूट गई। दरअसल, साल 2015 में धर्मेंद्र के भाई, अजीत देओल गंभीर रूप से बीमार हो गए थे। उन्हें लग रहा था कि उनका अंतिम समय निकट है। ऐसे में उन्होंने हेमा और धर्मेन्द्र की बेटी ईशा से मिलने की इच्छा जाहिर की। उनकी इच्छा को सम्मान देते हुए हेमा मालिनी अपनी बेटी ईशा के साथ धर्मेन्द्र के पुश्तैनी घर में गईं।
प्रकाश कौर ने किया स्वागत
धर्मेंद्र के भाई अजीत देओल ईशा देओल के साथ एक खास बॉन्ड शेयर करते थे। बचपन के दिनों में उसके साथ खेलने से लेकर उसे लाड़ प्यार करने तक, अजीत और ईशा का हमेशा ही बेहद करीबी रिश्ता रहा। इसलिए, जब अजीत देओल ने ईशा से मिलना चाहा तो वह अपने पिता के पुश्तैनी घर में गईं। जब ईशा वहां गईं तो प्रकाश कौर ने खुले दिल से उसका स्वागत किया और ईशा का बहुत ख्याल रखा। हालांकि, दुर्भाग्यवश, 23 अक्टूबर, 2015 को ईशा देओल से मिलने के बाद धर्मेंद्र के भाई, अजीत देओल का निधन हो गया।
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