कभी-कभी कोई किरदार एक कलाकार को सफलता की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाता है। वहीं दूसरी ओर वही किरदार उसे बांध भी देता है और उसके हाथ से कई बड़े ऑफर निकल जाते हैं। चूंकि दर्शक उस कलाकार किरदार के आधार पर ही देखते हैं। ऐसी ही एक अदाकारा है दीपिका चिखलिया। दीपिका ने रामायण सीरियल में सीता का किरदार निभाया था। इसके बाद उन्हें घर-घर में लोग सीता के नाम से जानने लगे थे। यहां तक कि उनकी पॉपुलैरिटी ने एक नया मुकाम हासिल किया था।
हालांकि, इस सीरियल में काम करने से पहले दीपिका बड़े परदे पर राज कपूर के साथ काम करना चाहती थीं। उन्होंने फिल्म राम तेरी गंगा मैली के लिए ऑडिशन भी दिया था। लेकिन अच्छी एक्टिंग करने के बावजूद भी राज कपूर ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया था। कहीं ना कहीं राज कपूर का उन्हें रिजेक्ट करना उनके करियर के लिए काफी अच्छा भी साबित हुआ। तो चलिए जानते हैं कि किस वजह से राज कपूर ने दीपिका चिखलिया को रिजेक्ट कर दिया था-
धार्मिक फिल्म समझकर दिया ऑडिशन
जब राज कपूर फिल्म राम तेरी गंगा मैली पर काम कर रहे थे, तब दीपिका चिखलिया को इसके बारे में पता चला। जब उन्हें फिल्म के नाम के बारे में सुना तो फिल्म में राम नाम होने के कारण उन्हें लगा कि यह कोई धार्मिक या पारिवारिक फिल्म होगी। इसलिए, वह इस फिल्म का ऑडिशन देने के लिए स्टूडियो पहुंच गई। उन्हें लगा कि वह इस फिल्म में एक अच्छा रोल कर सकती हैं।
इसे भी पढ़ें :इस वजह से धर्मेन्द्र को गरम-धरम कहकर पुकारने लगे थे लोग
नहीं लिया गया ऑडिशन
दीपिका के साथ एक दिलचस्प किस्सा यह भी हुआ कि जब वह स्टूडियो पहुंची तो उनका ऑडिशन ही नहीं लिया गया। फिल्म के डायरेक्टर राज कूपर ने दीपिका का ऑडिशन लेने की जगह उन्हें वापिस लौटा दिया। उनका कहना था कि अच्छे घर की लड़की यह रोल नहीं कर पाएगी। उस समय दीपिका को राज साहब की बात समझ नहीं आई और वह काफी निराश हो गई थीं। लेकिन साल 1985 में जब यह फिल्म रिलीज हुई तो दीपिका को यह बात समझ आई कि उन्हें फिल्म में कास्ट क्यों नहीं किया गया। दरअसल, इस फिल्म में मंदाकिनी ने मुख्य रोल निभाया था और उन्होंने उस समय के हिसाब से काफी बोल्ड सीन दिए थे। यहां तक कि झरने के नीचे वाला उनका सीन आज भी लोगों का पसंदीदा है।
इसे भी पढ़ें :आलिया भट्ट समेत ये सेलेब्स कर चुके हैं नेपोटिज्म पर खुलकर बात
मिल गया सीरियल
राज कपूर साहब के रिजेक्शन से भले ही उस समय दीपिका चिखलिया को बुरा लगा हो, लेकिन वास्तव में इससे दीपिका को फायदा ही हुआ। अगर दीपिका फिल्म में काम करतीं तो दर्शकों के बीच उनकी एक अलग इमेज बनती। इसके बाद शायद उन्हें रामायण सीरियल में कास्ट नहीं किया जाता, क्योंकि दर्शक उन्हें सीता के रूप में स्वीकार नहीं करते। इस सीरियल ने दीपिका चिखलिया को एक अलग पहचान दी थी। इस सीरियल व रोल के कारण ही लोग आज भी दीपिका को बेहद ही सम्मान के साथ देखते हैं। बता दें कि रामायण सीरियल का प्रसारण दूरदर्शन पर 25 जनवरी 1987 से 31 जुलाई 1988 तक हुआ था।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- instagram
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों