बदलते दौर में महिलाओं ने अपनी काबिलियत का लोहा पूरे देश में मनवाया है। आज लगभग हर सेक्टर में महिलाएं सफलतापूर्वक काम कर रही हैं। ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं, जिन्हें इंटरनेशनल स्तर पर भारत को रिप्रेजेंट किया है, वहीं बहुत सी महिलाएं अलग-अलग पदों पर काम करते हुए भारत देश को आगे बढ़ने में अपना सक्रिय योगदान दे रही हैं, जिसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। महिलाओं ने आज अपनी मेहनत के बल पर जो मुकाम हासिल किया है, उसके बारे में शायद ही कभी किसी ने सोचा हो। लेकिन भारत देश का एक स्याह सच यह भी है कि लाख कोशिशों के बावजूद भी महिलाएं पुरूषों की सोच को पूरी तरह बदलने में सक्षम नहींं हो पाई हैं। महिलाओं ने भले ही नाइट ड्यूटी करना शुरू कर दिया हो, लेकिन देर रात काम पर निकलने वाली महिलाओं के प्रति पुरूषों की सोच आज भी वही है। महिलाओं के प्रति बढ़ते क्राइम किसी भी तरह कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे में जरूरत है कि महिलाएं खुद ही अपनी सुरक्षा के लिए कुछ कदम उठाएं। कई बार ऐसा होता है कि काम से घर लौटते समय महिलाएं किसी अप्रिय स्थिति में फंस जाती हैं। लेकिन उस समय उन्हें डरने के स्थान पर हिम्मत दिखाने की जरूरत होती है। अगर महिलाएं कुछ कदम उठाएं तो वह खुद को किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा सकती हैं। साथ ही सही समय पर पुलिस की मदद भी पा सकती हैं। इस लेख में केशवपुरम थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर नरेन्द्र कुमार शर्मा बता रहे हैं कि इस स्थिति में महिलाओं को क्या करना चाहिए-
डायल करें 112

यह एक इमरजेंसी नंबर है और अगर आप किसी बुरी स्थिति में फंस गई हैं तो ऐसे में आप इस नंबर पर डॉयल करके तुरंत पुलिस की मदद प्राप्त कर सकती हैं। बता दें कि जैसे ही 112 पर कॉल किया जाएगा वैसे ही पुलिस को इसकी जानकारी मिल जाएगी। कॉल डिस्ट्रिक्ट कमांड सेंटर द्वारा रिसीव की जाएगी और तुरंत ही इमर्जेंसी गाड़ियां भेज दी जाएंगी। इससे आपको तुरंत पुलिस ही पुलिस की मदद मिल जाएगी।
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तत्पर ऐप

यह दिल्ली पुलिस का मोबाइल ऐप है, जो वास्तव में महिलाओं के लिए बेहद ही उपयोगी है। वैसे तो इसमें लगभग 50 ऐप की सुविधाएं है। जिसकी मदद से चालान भरने से लेकर एफआईआर दर्ज करवाई जा सकती हैं, लेकिन महिलाएं अगर किसी अप्रिय स्थिति में हैं तो वह तुरंत पुलिस की मदद पा सकती हैं। दरअसल, इस ऐप में एक एसओएस बटन का भी ऑप्शन दिया गया है। अगर उस लाल बटन को प्रेस कर दिया जाए तो इससे हमारी लोकेशन सीधे पुलिस तक पहुंच जाती है और आसपास मौजूद पीसीआर वैन तुरंत वहां पहुंच जाती है। यह ऐप महिलाओं की सुरक्षा हेतु बेहद ही लाभदायक है।
हिम्मत प्लस एप

इस ऐप को खासतौर से महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया गया है। पहले हिम्मत एप बनाया गया था, जिसमें सुधार करके दोबारा हिम्मत प्लस नाम से लॉन्च किया गया। यह ऐप सुनिश्चित करता है कि रात में घर लौटने वाली कामकाजी महिलाएं सुरक्षित रहें। इस पर रजिस्टर करने के लिए आपको अपना नाम, पता ,फ़ोन नंबर और भरना है। इसके बाद आप इस ऐप में कोई भी दो विश्वसनीय लोगो के नंबर दें। आप चाहे तो अन्य लोगों के नंबर भी इसमें शामिल कर सकती है। जब आप इस ऐप को खोलेंगे तो इसमें sos का ऑप्शन आएगा। ऐसे में किसी भी अप्रिय स्थिति में आप इसके sos बटन दबाएं। इससे ना सिर्फ पुलिस, बल्कि आपके चुने हुए करीबी लोगों को अलर्ट मेसेज मिल जाएगा और आपको उनकी मदद मिलेगी। इस एप की खासियत यह है कि इसमें क्यूआर कोड भी है, और इसमें एअरपोर्ट समेत 5 मेट्रो स्टेशन के बाहर खड़े होने वाले टैक्सी, ऑटोरिक्शा, कैब इत्यादि को रजिस्टर किया गया है, जिससे उस वाहन की लोकेशन समेत पूरी जानकारी पुलिस को मिल जाएगी। ऐसे में आपका रात में एक जगह से दूसरी जगह जाना बेहद सुरक्षित हो जाएगा। इसके साथ-साथ sos बटन दबाते ही आपके फ़ोन से वीडियो और ऑडियो रिकॉर्ड होना शुरू हो जाएगा।
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बरतें सावधानी

यकीनन महिलाएं अब आत्मनिर्भर हैं, लेकिन फिर भी अपनी सुरक्षा के लिए वह कुछ कदम उठा सकती हैं, ताकि उन्हें किसी भी तरह के बुरे अनुभव से ना गुजरना पड़े। मसलन, जब भी आप घर से बाहर निकलें तो हमेशा अपने बैग में आप छोटा चाकू या पैपर स्प्रे आदि रखें। यह आपको सुरक्षित रखने में मदद करेगा।
- अगर आप देर रात में ट्रेवल कर रही हैं तो ऐसे में किसी करीबी से आप जीपीएस लोकेशन जरूर शेयर करें। इससे उन्हें पता रहेगा कि आप किस समय कहां पर हैं।
- अगर आपको किसी का इंतजार करना है और आपको जगह सुनसान लग रही है तो ऐसे में आप कोशिश करें कि आसपास खड़ी पीसीआर वैन पर ही खड़ी होकर इंतजार करें। आप चाहें तो वैन में मौजूद पुलिस से कुछ देर रूकने के लिए कह सकती हैं।
- अगर आपने कोई कैब आदि बुक की है तो हमेशा ड्राइवर की सीट के ठीक पीछे बैठें। इससे आपको कई लाभ होंगे। सबसे पहले तो ड्राइवर आपकी एक्टिविटी को नहीं देख पाएगा। इसके अलावा, ठीक पीछे की सीट पर ड्राइवर एकदम से हमला नहीं कर सकता। वहीं अगर वह कुछ करने की कोशिश करता भी है तो आप अपने स्टॉल या चुनरी से उसके गले को बांध सकती हैं। यह आपके लिए अपेक्षाकृत आसान होगा और आप खुद भी अपनी रक्षा कर पाएंगी।
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Image Cedit: samacharanama, prabhasakhi, googleusercontent, dailyhunt
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