घर में बागवानी करने वालों के लिए ये एक बेहतर तरीका हो सकता है। चावल का मांड, चावल पकाने के बाद निकलने वाला पानी है।
क्यों सही होता है पौधे में चावल का मांड डालना?
इन पोषक तत्वों के कारण, चावल का मांड पौधों के लिए एक अच्छाऑर्गेनिक फर्टिलाइजरहो सकता है। यह पौधों की वृद्धि में काफी बढ़ावा देता है। चावल के मांड में मौजूद पोषक तत्व पौधों की जड़ों को मजबूत करते हैं, जिससे पौधे को अधिक पानी और पोषक तत्वों को अब्जॉर्ब करने में मदद मिलती है। इससे पौधे अधिक स्वस्थ और मजबूत होते हैं।
चावल के मांड को पौधों में देने के कई तरीके हो सकते हैं। सबसे आसान तरीका है कि इसे पौधों को पानी देते समय पानी में मिला दिया जाए। इसके अलावा, चावल के मांड को पौधों के पत्तों पर भी छिड़का जा सकता है।
चावल के मांड में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे:
- प्रोटीन
- फाइबर
- अमीनो एसिड
- कैल्शियम
- फासफोरस
- आयरन
- जिंक
- पोटेशियम
- विटामिन बी
- विटामिन सी
- विटामिन ई
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चावल के मांड को पौधों में डालने से क्या होते हैं लाभ?
- पौधों की वृद्धि और विकास में काफी बढ़ावा मिलता है।
- पौधों की जड़ों को काफी मजबूत करता है।
- पौधों को अधिक पानी और पोषक तत्वों को अब्जॉर्ब करने में मदद करता है।
- पौधों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है।
- कीटों और रोगों से बचाता है।

चावल के मांड को पौधों में देने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- सबसे पहले, चावल के मांड को कमरे के तापमान पर ठंडा होने दें। इससे मिट्टी में मौजूद स्वस्थ बैक्टीरिया को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
- दूसरा, चावल के मांड को पौधों को पानी देने के लिए इस्तेमाल करें। इसे पौधों के पत्तों पर छिड़कने से बचें।
- तीसरा, चावल के मांड को अधिक मात्रा में न डालें। इससे पौधों की जड़ें सड़ भी सकती हैं।
- कुल मिलाकर, चावल का मांड एक प्राकृतिक और सुरक्षित उर्वरक है जो पौधों के लिए कई लाभ प्रदान करता है।
पौधे में चावल का मांड कैसे डालना चाहिए?
- चावल को अच्छे से उबाल लें, जिससे मांड गाढ़ा हो सके।
- चावल पक जाने के बाद, सारा पानी एक बर्तन में निकाल लें।
- पानी को कमरे के तापमान के हिसाब से ठंडा होने दें।
- चावल के मांड को पौधों को पानी देते समय पानी में मिला दें।
- ध्यान रखें कि चावल के मांड को अधिक मात्रा में न डालें।
- चावल के मांड को पौधों को पानी देने के लिए हर 2-3 सप्ताह में एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अगर आपके पौधे किसी बीमारी या कीटों से प्रभावित हैं, तो चावल के मांड को पानी में मिलाने से पहले उसे छान लें।
- चावल के मांड को मिट्टी में मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, यह तरीका ज्यादा समय ले सकता है।
चावल का मांड एक आसान और प्राकृतिक तरीका है जिससे आप अपने पौधों को पोषण दे सकते हैं। इसके लिए आपको बाजार पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा, इसके लिए आप घर पर पकने वाले चावल के मांड से ही ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर बना सकते हैं। साथ ही चावल से निकलने वाली भूसी को भी भिगो कर खाद बनाया जा सकता है।
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Pic: Freepik
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