अच्छी क्वालिटी का वॉटर प्यूरीफायर लंबे वक़्त तक चलाया जा सकता है, लेकिन यह इसके रख-रखाव पर निर्भर करता है। सही तरीक़े से साफ़-सफाई और रख-रखाव के जरिए ही इसे लंबे वक्त तक चलाया जा सकता है। इसके अलावा वॉटर प्यूरीफायर की नियमित सफाई की जानी चाहिए, क्योंकि गंदा पानी आपकी सेहत को भी नुक़सान पहुंचा सकता है। उचित रख-रखाव और देखभाल के बिना आपका वॉटर प्यूरीफायर ठीक से काम नहीं करेगा और इससे आप दूषित पानी पी सकती हैं। आज हम बताएंगे आरओ वॉटर प्यूरीफायर को मेंटेन रखने के लिए कुछ ऐसे टिप्स, जिसे आप फॉलो कर सकती हैं।
RO Membrane का रख-रखाव
वॉटर प्यूरीफायर में जब पानी को प्रेशर से पुश किया जाता है तो वह Membrane से होकर गुजरता है। पतली आरओ Membrane पानी से गंदगी को अलग करने का काम करती है। यह वॉटर प्यूरीफायर का सेंट्रल पार्ट होता है, इसलिए इसकी नियमित साफ-सफाई और रख-रखाव का ख्याल रखना जरूरी है, वरना आपको गंदा पानी पीना पड़ सकता है। वहीं रोमछिद्रों को बंद होने से बचाने के लिए आरओ Membrane को 3 से 4 महीने में बदलते रहना चाहिए।
कब बदलना चाहिए आरओ वॉटर प्यूरीफायर का फ़िल्टर
आरओ वॉटर प्यूरीफायर का फ़िल्टर हर तीन महीने में बदल दें। दरअसल लगातार पानी से निकलने वाली गंदगी फिल्टर को जाम कर देती है। वॉटर प्यूरीफायर को बार-बार साफ नहीं करने से इसकी साफ करने की क्षमता और पानी की गुणवत्ता दोनों प्रभावित होगी। हालांकि आरओ वॉटर प्यूरीफायर को साफ़ करने के लिए कम से कम 3 से 12 स्टेज होती हैं, इसलिए नियमित रूप से फिल्टर परिवर्तन को शेड्यूल करना महत्वपूर्ण है। हालांकि कई तरीके के फिल्टर मौजूद होते हैं, जिसमें सेडिमेंट फिल्टर और कार्बन फिल्टर शामिल हैं। बात करें सेडिमेंट की तो इसे साल में एक बार जरूर बदलना चाहिए, यह आरओ Membrane में गंदगी, और धूल मिट्टी को अंदर जाने से रोकता है। वहीं कार्बन फिल्टर को भी साल में एक बार जरूर बदलना चाहिए। कार्बन फिल्टर क्लोरीन और अन्य खतरनाक दूषित पदार्थों को हटाने में मदद करता है।
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पानी टपकना या फिर लीकेज को नज़रअंदाज़ ना करें
अगर वॉटर प्यूरीफायर से पानी टपक रहा है या फिर किसी तरह की लीकेज हो रही है तो इसे नजरअंदाज़ करने के बजाय किसी टेक्नीशियन को बुला लें। कई बार पानी का अधिक रिसाव वॉटर प्यूरीफायर को खराब कर सकता है, इसलिए तुरंत किसी टेक्नीशियन को बुलाएं और इसे ठीक करवाएं। वहीं पानी के रिसाव की वजह से ख़ुद छेड़-छाड़ ना करें, इससे मशीन डैमेज भी हो सकती है।
इस तरह कर सकते हैं आरओ टैंक की सैनिटाइजेशन और साफ़-सफ़ाई
सबसे पहले पाईप और अन्य पार्ट्स को टैंक से अलग कर लें, इससे आपको सफ़ाई करने में आसानी होगी। हल्का गुनगुने पानी और साबुन से ब्रश कर आरओ टैंक को साफ़ कर लें, ध्यान रखें कि अधिक साबुन का इस्तेमाल नहीं करना है, क्योंकि इससे कई बार साबुन चिपका हुआ रह जाता है। इसलिए बेहतर है स्क्रबर से साफ़ करने के बाद पानी से भी इसे दो से तीन बार साफ़ ज़रूर करें और फिर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें। सारा पानी निकल जाए तो इसे एक साफ़ कपड़े से पोंछ लें। वहीं बाहर से इसे सैनिटाइज करने के लिए वाइप का इस्तेमाल कर सकती हैं। 2 से तीन महीने पर ऐसा जरूर करें।
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पाईप और नल की सफ़ाई करना ना भूलें
सिर्फ़ आरओ टैंक ही नहीं बल्कि आरओ टैंक में मौजूद पाइप की साफ़-सफाई भी बहुत जरूरी है। इसके लिए हर दो साल में इस पाइप को बदल डालें। पाइप के अलावा नल को साफ करना जरूरी है। आप चाहें तो इसे ड्राई ब्रश से साफ़ कर सकती हैं, फिर बाद में पानी से रिंस कर लें। बता दें कि जब आपको लगे कि वॉटर प्यूरीफायर के ये पार्ट्स खराब हो गए हैं तो उन्हें तुरंत बदल डालें।
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