एक रिश्ते में प्यार व इमोशनल बॉन्डिंग तभी होती है, जब दोनों लोग एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझते हों और इसके लिए उनके बीच कम्युनिकेशन भी बेहतर होना चाहिए। रिश्ते में कम्युनिकेशन उस ब्रिज की तरह काम करता है, जो दो लोगों के बीच की दूरियों को कम करके उनके आपसी प्यार को बढ़ाता है। अगर आपने कभी नोटिस किया हो तो एक रिश्ता तभी कमजोर होना शुरू होता है, जब उनके बीच बातचीत का सिलसिला कम होने लगता है। इतना ही नहीं, इफेक्टिव तरीके से कम्युनिकेशन न होने पर कई बार गलतफहमियां भी रिश्ते में जगह लेने लगती हैं और रिश्ता धीरे-धीरे बिखरने लगता है। अगर आप किसी के साथ एक रिश्ते में हों और आपके बीच कम्युनिकेशन इतना अच्छा न हो कि आप अपने मन क बात अपने पार्टनर से शेयर कर सकें तो एक रिलेशन में होने के बाद भी आपको काफी अकेला महसूस होता है। ऐसे में वक्त आता है कि आप अपने रिश्ते को बेहतर बनाएं और इसकी शुरूआत कम्युनिकेशन को इंप्रूव करके करें। तो चलिए आज हम आपको उन तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप अपने रिश्ते में कम्युनिकेशन को बेहतर बना सकती हैं-
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उलझनों से निकले बाहर
रिश्ते में इफेक्टिव कम्युनिकेशन न होने के पीछे लोगों के कई कारण होते हैं। जहां कुछ लोगद काम की व्यस्तता की बात करते हैं तो कुछ लोग समय होते हुए भी अपने मन की गांठों को खोलना नहीं चाहते। कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ टॉपिक्स काफी काम्पलैक्स होते हैं और इसलिए हम उन पर बात करने से बचते हैं। वहीं कई बार महिलाएं सोचती हैं कि उनका पार्टनर उनके बिना बोले ही उनके मन की बात समझ जाए। लेकिन ऐसा हर बार होना संभव नहीं है। इसलिए मन की सभी उलझनों से बाहर निकलें और खुलकर अपने दिल की बात कहें। जब तक आप खुद को एक्सप्रेस नहीं करेंगी, आपका पार्टनर कभी भी आपको व आपके मन की फीलिंग्स को समझ ही नहीं पाएगा और चाहकर भी आपका रिश्ता उतना मजबूत नहीं होगा, जितना वास्तव में होना चाहिए।
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सुनें ध्यान से
कम्युनिकेशन का अर्थ सिर्फ बोलना ही नहीं होता। आप कोशिश करें कि जिस तरह आप अपने मन की बात को अपने पार्टनर के सामने व्यक्त करना चाहती हैं, ठीक उसी तरह वह भी अपनी बातें आपने शेयर करना चाहते हैं और इसलिए जब भी वह आपसे अपने मन की बात कहें, आप बेहद ध्यान से उनकी बातें सुनें। एक कम्युनिकेशन तभी बेहतर बनता है, जब दोनों व्यक्ति बोलने के साथ-साथ एक-दूसरे को सुनना भी पसंद करते हैं।
नॉन वर्बल कम्युनिकेशन
किसी भी रिश्ते में बोलने से ज्यादा नॉन वर्बल कम्युनिकेशन की अहमियत होती है। आमतौर पर कपल्स के बीच नॉन वर्बल कम्युनिकेशन सबसे ज्यादा होता है। आपकी आवाज़ का लहज़ा, इशारे, चेहरे के हाव-भाव भी रिश्ते को खट्टा-मीठा बनाते हैं। इसलिए अगर आप चाहे तो नॉन वर्बल कम्युनिकेशन की मदद से भी अपने रिश्ते के बेहतर बना सकती हैं।
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छोटी-छोटी बातें
अगर आप सच में अपने रिश्ते में कम्युनिकेशन को बेहतर बनाना चाहती हैं तो आपको कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना होगा। जैसे-अपने पार्टनर से उनके डेली रूटीन पर चर्चा करें। इससे वह बेहद सहज तरीके से अपनी परेशानी को बता देते हैं। किसी बात को कहने से पहले उसकी टाइमिंग पर जरूर ध्यान दें। कई बार गलत समय पर कही गई सही बातें भी नकारात्मक प्रभाव छोड़ती है। कभी भी बातचीत के दौरान पुरानी बातों को न निकालें। इससे रिश्ते में कड़वाहट घुलती है। बातचीत के दौरान शब्दों की मर्यादा को बनाए रखें। भले ही आपका रिश्ता कपल्स का है, लेकिन फिर भी ऐसे शब्दों का प्रयोग न करें, जिससे आपके पार्टनर का दिल दुखे।
बातचीत के दौरान सम्मान की भावना रखें। sorry, thankyou जैसे शब्दों का प्रयोग रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है।