कोरोना वायरस ने सब कुछ बदल कर रख दिया है । सब लोग घरों में रहने पर मजबूर हो गए हैं। स्कूल्स बंद हो गए हैं और ऑफिसेस में वर्क फ्रॉम होम शुरू हो गया। ऐसे में कोई भी बड़ी गैदरिंग के बारे में सोचना मतलब कोरोना को न्योता देना है। जब बात हो शादी की तो क्या कहा जाए अब तो कोरोना ने शादी जैसे बड़े इवेंट को भी सीमाओं में बाँध दिया है।आने वाले वक्त में कोरोना वायरस शादियों के रंग ढंग पूरी तरह से बदल देगा।
शादी की धूम धाम कोरोना के डर से एक छोटे से फॅमिली इवेंट में बदल जाएगी। आइए जानें कोरोना की वजह से शादी में क्या बदलाव आएंगे।
मास्क के साथ होंगे दूल्हा दुल्हन
कोरोना काल की शादी कुछ अनोखी ही होगी। इसमें दूल्हा और दुल्हन दोनों तैयार होकर स्टेज पर तो आएंगे लेकिन दोनों के मुंह पर मास्क जरूर होगा। ये मास्क थोड़ा डिज़ाइनर भले ही हो सकता है लेकिन मास्क लगाना कोरोना वायरस की डिमांड और लोगों को वायरस से बचाने का एक मात्र तरीका होगा। यहां तक कि शादी कराने वाले पंडित और सारे बाराती भी मास्क में ही होंगे।
थर्मल स्क्रीनिंग से होगा बारातियों का स्वागत
जहां पहले के समय में बारातियों को फूल और माला देकर उनका स्वागत किया जाता था। वहीं अब बारातियों को थर्मल चेकअप और सैनिटाइजर स्प्रे करके ही एंट्री मिलेगी। वर पक्ष का चाहें कितना भी क्लोज़ बाराती क्यों न हो बिना चेकअप के उसे एंट्री नहीं मिलेगी। इसमें बुरा मानने की भला क्या बात है कोरोना की डिमांड ही कुछ ऐसी है।
लिमिटेड होंगे बाराती
जहां पहले की शादियों में हजारों बाराती आ जाते थे वहीं अब कोरोना वायरस ने बारातियों की संख्या भी लिमिटेड कर दी। अब कितनी भी बड़ी शादी क्यों न हो उसमें दूल्हा और दुल्हन पक्ष के ख़ास लोग ही सम्मिलित हो पाएंगे। जो लोग शादी में सम्मिलित नहीं हो पा रहे हैं उसका मतलब ये नहीं है कि वो वर और वधू के ख़ास नहीं हैं बल्कि वो कोरोना वायरस की सीमाओं में बंधे हैं। मतलब लिमिटेड बारातियों की श्रेणी में नहीं आ पा रहे।
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फेरों में होगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
फेरे कराने वाले पंडित जी के साथ बहुत कम लोग फेरों में हिस्सा लेंगे क्योंकि वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर ही शादी समारोह संपन्न हो पाएगा।
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कम बजट में होंगी शादियां
ये एक ध्यान देने वाली बात है कि शादियां कम बजट में ही संपन्न हो जाएंगी क्योंकि जितने ज्यादा लोग सम्मिलत होते थे उतना ज्यादा शादी का खर्चा होता था। यही नहीं ज्यादा लोगों के लिए शादी की जगह भी बड़ी होती थी और खाने की प्लेट्स भी ज्यादा होती थीं। अगर बजट को देखा जाए तो शादियां बजट फ्रेंडली हो जाएंगी जहां शादियां लाखों खर्च करके होती थीं वहीं अब हजारों में ही हो जाएंगी।
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फ़ूड स्टाल्स भी होंगे अनोखे
शादी में सबसे ज्यादा आकर्षित करने वाला खाना ही होता है। जहां पहले खाने की बहुत सी वैरायटी होती थीं वहीं अब वैरायटी तो कम होंगी लेकिन इम्युनिटी बूस्टअप फ़ूड और ड्रिंक्स उपलब्ध होंगे। इसलिए इम्युनिटी को बढ़ाने वाले खाने का मज़ा अब शादियों में भरपूर लिया जा सकेगा।
कोरोना वायरस के प्रभाव से शादियों की धूम धाम कुछ कम तो हो जाएगी। लेकिन इन सभी नियमों का पालन जरूरी होगा जिससे हम कोरोना का डटकर सामना कर सकें।
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