"मैं जयपुर से गुरुग्राम आई थी। राजीव चौक बस स्टैंड पर बस रुकी तो मैंने वहां से घर तक जाने के लिए कैब बुक की। कैब का वेट ही कर रही थी कि एक आदमी पर नजर पड़ी वो मुझे घूर रहा था। मैंने डर गई थी। दोबारा उस आदमी पर नजर पड़ी तो उसने अपनी पैंट की जिप खोल ली और गंदे इशरे करने लगा..." यह काल्पनिक घटना नहीं है। बुधवार को वाकई ऐसा एक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर के साथ हुआ। खुद को अकेला पाकर वह महिला घबरा भी गई थी। मगर ऐसी सिचुएशन में घबराने से काम नहीं चलेगा, आपको खुद की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। यह कदम कानूनी होने के साथ-साथ व्यक्तिगत भी होने चाहिए।
महिलाएं सेल्फ डिफेंस के लिए क्या करें?
सबसे पहले तो यही कोशिश करनी चाहिए कि ऑड टाइमिंग्स में आपको कहीं कैब, बस या फिर किसी का भी वेट न करना पड़े। खासतौर पर बहुत सुबह-सुबह या फिर बहुत देर रात ऐसी परिस्थित से सभी को बचना चाहिए फिर चाहे वो महिला हो या पुरुष। दरअसल, यह समय ऐसा होता है, जब सन्नाटा होता है और गलत गतिविधियों को अंजाम देने के लिए परफेक्ट टाइम माना जाता है। हालांकि, बड़े से लेकर छोटे शहरों तक में कोई भी वक्त और कोई भी जगह को पूरे यकीन के साथ नहीं कहा जा सकता है कि वह सेफ है। ऐसे में महिलाओं को अपनी सेफ्टी और सेल्फ डिफेंस के लिए इन टिप्स पर जरूर ध्यान देना चाहिए-
- आपका फोन हमेशा चार्ज होना चाहिए। किसी भी समय जब आप घर से बाहर है और अकेले हैं, तो मोबाइल सबसे ज्यादा जरूरी चीज बन जाता है। आपको मोबाइल पर इमरजेंसी कॉल पर उस व्यक्ति का नाम डालना चाहिए, जो आपकी सूचना पाने के लिए तुरंत ही आपका कॉल पिक कर लें।
- अगर किसी सुनिश्चित स्थान पर पहुंच कर आपको कोई दूसरा साधन पकड़ना है, तो आपको पहले से ही वहां के लिए कैब या बाइक बुक कर लेनी चाहिए। ताकि जब आप उस स्थान पर पहुंचे तो आपको जरा भी वेट न करना पड़े।
- यदि कोई संदिग्ध आदमी आपको दिख रहा है या फिर कोई गलत हरकत करना रहा है, जो आपकी संवेदनाओं को ठेस पहुंचा रही हैं, तो आपको तुरंत ही उस स्थान से मूव कर जाना चाहिए।
- कोई व्यक्ति आपको घूर रहा है और बहुत समय से आप उसको नोटिस कर रही हैं, तो आपको घबराने की जगह पूरे आत्मविश्वास के साथ उससे पूछना चाहिए कि आखिर वो ऐसा क्यों कर रहा है या फिर आपको तुरंत ही पुलिस को कॉल लगा देना चाहिए। वैसे आपको कोशिश यही करनी चाहिए कि अपनी तरफ से उस व्यक्ति को कोई भी प्रतिक्रिया देने से बचें। जब मामला ज्यादा बिगड़े तो आस-पास खड़े किसी व्यक्ति से बात करें।

जरूर करें ये कानूनी प्रक्रिया
पब्लिक प्लेस पर कहीं भी आपके साथ हैरेसमेंट की घटना हो सकती है। अगर आप सोचती है कि यह हैरेसमेंट केवल गुंडे मवाली टाइप के लोग ही कर सकते हैं, तो नहीं। अच्छे पढ़े-लिखे और अच्छे संस्थानों पर काम करने वाले भी ऐसी हरकते करने से बाज नहीं आते हैं। इसलिए राह में जो मिले उससे सतर्क रहना चाहिए। मगर इससे भी ज्यादा जरूरी है कि आपको यह पता हो कि किस तरह की सिचुएशन में आपको कैसी कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए। इस बारे में हमारी बात सुप्रीम कोर्ट की सीनियर एडवोकेट कमलेश जैन से हुई है। वह हमें इस बारे में विस्तार बताती हैं-
- घूरना एक कानूनी जुर्म है। किसी महिला को यदि उसकी लज्जा भंग करने के इरादे से कोई आदमी घूरता है तो उस पर आईपीस की धारा 354 लग सकती है।
- यदि कोई व्यक्ति किसी महिला का पीछा करता है और उसे घूरता है, तो आईपीसी की धारा 354डी के तहत उसे सजा हो सकती हैं।
- अगर घूरने के साथ व्यकित यौन उत्पीड़न करने की भी कोशिश करता है, तो अधिनियम 2013 के तहत उसे सजा हो सकती है।
- आप इस तरह के अपराध के लिए 100 नंबर पर कॉल करके तुरंत ही एफआई आर दर्ज करा सकती हैं।
- कमलेश जी कहती हैं, "ऐसे मामलों में बिना किसी जांच पड़ताल के लड़की के कहने पर तुरंत ही आदमी को सजा हो सकती है।"
तो अगर कभी आप भी किसी खराब सिचुएशन में फंस गई हैं, तो ऊपर बताए गए टिप्स आपके भी बहुत काम आएंगे। यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इस लेख को लाइक और शेयर कर दें। इसी तरह के और भी लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: AI Image
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