महिलाएं चाहती हैं कि घर परिवार में संपन्नता रहे, परिवार के सदस्यों को रुपये-पैसे की कमी ना आए, इसके लिए महिलाएं अपनी खर्चों में भी काफी कटौती करती हैं। इसके बावजूद अक्सर ऐसा होता है कि महीने के आखिर तक आते-आते पैसे खत्म हो जाते हैं और सेविंग्स भी नहीं हो पातीं। घर-परिवार की इमरजेंसी की जरूरतों और भविष्य को देखते हुए महिलाओं के लिए बचत करना बहुत जरूरी है।
अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके खर्च बहुत ज्यादा हैं और इसी वजह से आपकी सेविंग्स नहीं हो पातीं, तो आपको नए नजरिए से सोचने की जरूरत है। आपकी आमदनी चाहें भले ही कम क्यों ना हो, अगर आप घर का बजट सही तरीके से बनाएं, तो आप थोड़ी-थोड़ी सेविंग्स करके भी बड़ी बचत कर सकती हैं। आइए जानते हैं महीने का बजट बनाने के कुछ ऐसे तरीके, जिनसे आपका घर का फाइनेंस अच्छे तरीके से मैनेज होगा, जरूरी खर्चों के लिए पैसे रहेंगे और आप सेविंग्स करने में भी कामयाब होगीं।
घर का बजट बनाने के आसान टिप्स
- बजट बनाने में सबसे पहले अपने बड़े और जरूरी खर्चों की लिस्ट बना लें, जैसे मकान का किराया, बिजली का बिल, बच्चों की स्कूल फीस, ट्यूशन फीस, घर का राशन, होम लोन की ईएमआई, क्रेडिट कार्ड का बकाया आदि।
- बजट बनाने में खाने-पीने की चीजों पर कटौती नहीं करें। अगर आप अनाज जैसे कि दाल, गेंहू, चावल, मसाले आदि थोक की दुकान से खरीदेंगी तो पैसे की बचत के साथ-साथ अच्छी क्वालिटी का सामान भी खरीद सकती हैं। मुमकिन हो तो सुपर मार्केट के बजाय लोकल मार्केट से ही अच्छा सामान खोजने की कोशिश करें। साथ ही मॉल में छोड़े-बड़े सामान पर मिलने वाले ऑफर और सेल का भी आप फायदा उठा सकती हैं।
- घर का बजट बनाते हुए उसमें अपने, अपने परिवार के बड़ों और बच्चों के खर्च जरूर शामिल करें। आप चाहें तो उनसे इस बारे में एक बार बात भी करें और उसी के आधार पर सबके लिए बजट निर्धारित कर लें।
- बिजली और गैस का यूज जरूरत के हिसाब से करें। ऐसा इसलिए क्योंकि छोटी-छोटी बचत भी आपके लिए अच्छी सेविंग्स का साधन बन सकती हैं, बजट को और मजबूत बना सकती हैं।
- बजट बनाते समय अपनी इनकम और खर्चे का रिकार्ड साथ में रखें, क्योंकि इसी के आधार पर आप सेविंग्स के लिए अपना टार्गेट सेट कर सकती हैं और एक अच्छा बजट बना सकती हैं। इसके लिये एक निर्धारित फॉर्मेट बना लें और उस पर अपनी इनकम और होने वाले खर्चों को उसमें जोड़ते जाएं।
- अपनी पसंद वाली छोटी और बड़ी चीजों की एक लिस्ट अलग से बनायें, जिन चीजों की जरूरत ज्यादा है, उन्हें प्रायोरिटी पर रखें। कभी-कभी मजे-मजे में अनावश्यक फिजूलखर्ची भी हो जाती है और इससे बाद में परेशानी होती है। इसे देखते हुए जब भी पार्टी करने जाएं या आउटिंग पर जाएं तो उसके लिए अपने खर्च की लिमिट पहले से ही सोच लें।
- बजट को बोझ समझकर मन छोटा ना करें। शुरूआत में आपको इससे प्रेशर फील हो सकती है, लेकिन इससे होने वाली बचत से आपको बाद में बड़े फायदे हो सकते हैं।
- बजट बनाने से आप अपने खर्चों पर असरदार तरीके से काबू रख सकती हैं और फाइनेंशियली मजबूत हो सकती हैं।
- बजट बनाते हुए अलग-अलग खर्चों के लिए अलग लिफाफे रखें, ताकि फाइनेंस के मामले में आप पूरी तरह से ऑर्गनाइज रहें। इससे आपको महीनेभर खर्च की चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- इमरजेंसी की जरूरतों के लिए एक लिफाफा अलग से बनाएं और इसमें भी कुछ रुपये अलग से रखें, क्योंकि इमरजेंसी सिचुएशन कभी भी आ सकती है और इससे आपका महीने का बजट पूरी तरह से बिगड़ सकती है।