Dhanteras Aarti 2024: धनतेरस के दिन करें धन्वंतरि जी की आरती, आय और सौभाग्य में होगी वृद्धि

Dhanteras Aarti 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस मनाने की परंपरा है। इस दिन धन्वंतरि जी की आरती करने का विशेष महत्व है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
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हिंदू धर्म में सभी तीज और त्योहारों को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। वहीं पंच दिवसीय दिवाली का त्योहार भी अब जल्द ही आरंभ होने जा रहा है। आज धनतेरस का त्यौहार मनाया जा रहा है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन यह त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि के साथ-साथ माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देवता की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस दिन पूजा-पाठ करने से कई शुभ फल प्राप्त होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति के जीवन में किसी तरह की परेशानियां आ रही है, तो धनतेरस के दिन इनकी पूजा करने के साथ-साथ आरती जरूर करनी चाहिए। अब ऐसे में धनतेरस के दिन धन्वंतरि जी की आरती करने का महत्व है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी के विस्तार से जानते हैं।

धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की आरती (Dhanvantri ji ki Aarti)

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धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की आरती पूजा-अर्चना करने के बाद जरूर करें। इससे व्यक्ति को शुभता की प्राप्ति होगी और आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिल जाता है।
जय धन्वंतरि देवा, जय धन्वंतरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा।।जय धन्वं.।।
तुम समुद्र से निकले, अमृत कलश लिए।
देवासुर के संकट आकर दूर किए।।जय धन्वं.।।
आयुर्वेद बनाया, जग में फैलाया।
सदा स्वस्थ रहने का, साधन बतलाया।।जय धन्वं.।।
भुजा चार अति सुंदर, शंख सुधा धारी।
आयुर्वेद वनस्पति से शोभा भारी।।जय धन्वं.।।
तुम को जो नित ध्यावे, रोग नहीं आवे।
असाध्य रोग भी उसका, निश्चय मिट जावे।।जय धन्वं.।।
हाथ जोड़कर प्रभुजी, दास खड़ा तेरा।
वैद्य-समाज तुम्हारे चरणों का घेरा।।जय धन्वं.।।
धन्वंतरिजी की आरती जो कोई नर गावे।
रोग-शोक न आए, सुख-समृद्धि पावे।।जय धन्वं.।।

भगवान धन्वंतरि की आरती करने का महत्व क्या है?

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धन्वंतरि जी को आरोग्य के देवता माना जाता है। उनकी आरती करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और स्वास्थ्य सुदृढ़ होता है। धन्वंतरि जी की पूजा करने से दीर्घायु प्राप्त होती है। धनतेरस के दिन धन्वंतरि जी की पूजा करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है। धन्वंतरि भगवान की आरती करने से जीवन सुखमय रहता है।

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भगवान धन्वंतरि की आरती करने के नियम क्या हैं?

भगवान धन्वंतरि की आरती कर रहे हैं, तो दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आप पूर्व या उत्तर दिशा में मुख करके भगवान की आरती कर सकते हैं।
धनतेरस के दिन शाम के समय भगवान धन्वंतरि की आरती करें।
भगवान धन्वंतरि की आरती के लिए आप सरसो तेल या घी के दीपक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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Image Credit- HerZindagi

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FAQ

  • धनतेरस के दिन किसकी पूजा की जाती है

    धनतेरस के दिन, भगवान धन्वंतरि, कुबेर देव और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।