बेहद रोचक है द्वापरकालीन महेंद्रनाथ बाबा की रहस्यमय कहानी, जहां दर्शन मात्र से दूर होता है चर्म रोग

आइए इस लेख में विस्तार से पंडित जी से द्वापरकालीन महेंद्रनाथ बाबा की मंदिर के बारे में जानते हैं। जहां दर्शन मात्र से रोगदोष से छुटकारा मिल जाता है। 
baba mahendranath temple siwan bihar history and significance

हिंदू धर्म में सभी मंदिर में दर्शन करने का विशेष महत्व है। मंदिर में सभी देवी-देवताओं की पूजा करने की मान्यताएं भी भिन्न है। कई मंदिर अपने रहस्य के लिए जाने जाते हैं और कई मंदिरों में दर्शन करने के भी अलग-अलग महत्व है। वहीं भारत को मंदिरों का देश कहा जाता है। यहां विभिन्न देवी-देवता की प्रतिमा देखने को मिलेगी। जो आज तक कोई नहीं जानता होगा। अब ऐसे में आइए हम आपको अपने इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से बिहार के सिवान जिले में स्थित महेंद्रनाथ बाबा की रहस्यमय कहानी और इस मंदिर के महत्व के बारे में जानेंगे।

द्वापरकालीन महेंद्रनाथ बाबा मंदिर की रहस्यमय कहानी

Mehdaar temple

महेंद्रनाथ बाबा का मंदिर नेपाल के राजा महेंद्र वीर विक्राम शाहदेव के नाम पर पड़ा है। इस मंदिर को लेकर कहना है कि नेपाल के राजा महेंद्र को कोढ़ की बीमारी हो गई थी। कुछ लोग इस रोग को बेहद घातक बते रहे थे कि यह बीमारी कभी ठीक ही नहीं हो सकती है। महेंद्र बाबा अपने कोढ़ की बीमारी को दिखाने के लिए बनारस गए थे। लेकिन वहां बीमारी ठीक नहीं होने पर वह हताश मन से नेपाल लौट रहे थे। लौटते समय जब नह मेंहदार पहुंचे, तो बेहद रात हो चुकी थी। उन्होंने वहां रात में विश्राम करने का निर्णय लिया। मेंहदार में एक तालाब था।

राजा समेत उनके साथ चल रहे सभी लोग उसी तालाब के किनारे आराम करने लगे। रात में राजा को भगवान भोलेबाबा का स्वप्न आया कि तुम चिंता न करो। सुबह उठकर जिस तालाब के किनारे सोए हो। उसी तालाब में स्नान जरूर करना। तुम्हारी बीमारी ठीक हो जाएगी। तालाब में स्नान करने के बाद तुम्हें किनारे में शिवलिंग दिखेगा। वहां जल जरूर चढ़ाना और हां बीमारी ठीक होने के साथ ही यहां शिवालय जरूर बनवा देना। तुम्हारी सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी।

इसे जरूर पढ़ें - मंदिर की दहलीज पर पैर रखने की क्यों होती है मनाही, जानें ज्योतिष कारण

महेंद्रनाथ बाबा मंदिर में दर्शन करने का महत्व

mahendranath temple

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि महेंद्रनाथ बाबा की मंदिर में जो भक्त भगवान शिव की पूजा विधिवत रूप से करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है और निसंतान दांपत्ति को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद भी मिलता गै। इतना ही नहीं, इस मंदिर में दर्शन करने से व्यक्ति को चर्म और कुष्ठ रोग से भी छुटकारा मिल जाता है।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- HerZindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP