
गुड़हल के पौधा का अगर आप अच्छे से ध्यान रखती हैं, तो लंबे समय तक यह आपके गार्डन में हरा-भरा रहता है। इस पौधे की खासियत यह है कि एक साथ यह ढेर सारे फूल भी देता है। अक्सर लोगों को सर्दियों के मौसम में फूलों के पौधों का ख्याल रखने में दिक्कत आती है। ठंडी हवाएं और धूप की कमी से पौधा मुरझाने लगता है। कई पौधों के पत्ते भी झड़ने लग जाते हैं, जिससे कुछ ही दिनों में पौधा पूरी तरह से कमजोर पड़ जाता है। अगर आप भी गुड़हल के पौधे का अच्छे से ध्यान रखना चाहती हैं, तो आपको कुछ बातों पर पहले ही नजर बना लेनी चाहिए। आज के इस आर्टिकल में हम आपको गुड़हल के पौधे का ख्याल रखने का तरीका विस्तार से बताएंगे।
ध्यान रखें कुछ फूल वाले पौधे ऐसे होते हैं, जिन्हें धूप की जरूरत होती है। इसमें से गुड़हल का पौधा भी शामिल है। अगर पौधे को धूप नहीं मिलेगी, तो फूल नहीं खिलेगा। अगर लंबे समय तक सर्दियों के मौसम में पौधे को धूप नहीं मिलेगी, तो ठंड की वजह से पौधा मुरझा जाएगा और इसके पत्ते झड़ने लग जाएंगे। कोशिश करें कि पौधे को ऐसी जगह रखें, जहां 4 से 5 घंटे की धूप पौधे को मिल जाए।

रात के समय ओस पड़ने से मिट्टी गीली हो जाती है। इसके साथ ही पत्ते और फूलों को भी नुकसान होता है। ठंडा हवा की वजह से पौधे की जड़ें कमजोर होने लगती है। इसलिए, कोशिश करें कि रात के समय पौधे को ऐसी दीवार के किनारे लगा कर रखें, जहां हवा कम पड़ती हो। आप पौधे के ऊपर ऊंचाई पर कपड़ा भी लगा सकती हैं। रात में इसे कमरे के अंदर या शेड के नीचे भी रख सकती हैं।
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सर्दियों में पौधे की मिट्टी गीली रहती है, इसलिए हर रोज पानी देने से बचना चाहिए। आपको मिट्टी में उंगलियों को डालकर चेक करना चाहिए। अगर मिट्टी में उंगली चली जाती है, तो इससे आप समझ सकती हैं कि पौधे को पानी की जरूरत नहीं है। अगर मिट्टी सुखी है, तो इसमें उतना ही पानी डालें, जिससे मिट्टी गिली हो जाए। गमले को पूरा पानी से भरे नहीं। यह पौधे का ख्याल रखने का सही तरीका है।
सर्दियों के मौसम में खाद देने पर भी ध्यान रखना चाहिए। ज्यादा खाद देने से पौधे को नुकसान पहुंच सकता है। महीने में एक बार जैविक खाद आप दे सकती हैं। इसके साथ ही खाद देने से पहले पुराने और सूखे पत्ते काट दें। साथ ही नीम तेल का स्प्रे सप्ताह में एक बार जरूर करें। इससे पौधे को कीड़े लगने से बचाया जा सकता है।
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