-1765877199759.webp)
लखनऊ और कानपुर की स्पेशल ‘आलू-मेथी’ रेसिपी सभी को बेहद पसंद आती है। ये न केवल स्वाद में अच्छी होती हैं बल्कि सेहत के लिए अच्छी भी होती है। अब सर्दियां आ गई हैं ऐसे मेथी का महक ने उत्तर प्रदेश की रसोई में अपनी जगह बना ली है। ऐसे में यदि आप भी लखनवी और कानपुरी आलू मेथी का स्वाद अपनी रसोई में लाना चाहते हैं तो यहां दी गई 5 रेसिपीज आपके बेहद काम आ सकती हैं। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आप लखनवी और कानपुर में कैसे आलू मेथी बना सकते हैं। पढ़ते हैं आगे...
लखनवी खाना मंद आंच पर पकने वाली पाक कला के लिए प्रसिद्ध है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले आलू को हल्का तले जाते हैं। मेथी को अदरक के साथ-साथ दही और चुटकी भर गरम मसाले के साथ धीमी आंच पर पकाया जाता है। दही और धीमी आंच मेथी की कड़वाहट को कम करती है, इससे मुलायम ग्रेवी वाली सब्जी तैयार होती है।
-1765881554555.jpg)
इसका सेवन लच्छा पराठा या शीरमाल के साथ किया जा सकता है। आप छोटे आलू 200 ग्राम और मेथी के पत्ते 1 कप ले सकती हैं।
कानपुर के घरों में ये क्लासिक रेसिपी काफी बनाई जाती है। इसमें मेथी को हींग और अजवाइन के तड़के के साथ पकाया जाता है। फिर मेथी की कड़वाहट को कंट्रोल करने के लिए आलू को उबालकर यूज किया जाता है। इससे मेथी के पानी को सोखा जाता है और सब्जी को एक नमी और मिठास मिलती है। यह सूखी सब्जी दाल-चावल के साथ परफेक्ट साइड डिश होती है। इसमें आप मेथी के पत्ते 2 कप और आलू 3 से 4 मध्यम आकार के ले सकती हैं।
इसे भी पढ़ें -मेथी का थेपला बनाने की आसान रेसिपी शेफ से जानिए
यह रेसिपी उन लोगों के बना है दो सब्जी थोड़ी रसीली बनाना और खाना पसंद करती हैं। इसमें आलू और मेथी को एक साथ भूनते हैं, लेकिन आखिरी में टमाटर की प्यूरी को एड किया जाता है। टमाटर का खट्टापन न केवल मेथी की कड़वाहट को कम करता है बल्कि एक चटपटा और लटपटा स्वाद देता है। इसमें अमचूर या नींबू का इस्तेमाल नहीं किया जाता बल्कि टमाटर का खट्टापन उपयोग में लाया जाता है, जो इसे और स्पेशल बनाता है।

इसे पारंपरिक रेसिपी में गिना जाता है, जिसमें मेथी और आलू के साथ मूंग दाल की मुंगौरी (सूखे वड़े) एड किए जाते हैं। मुंगौरी, मेथी के पानी और कड़वाहट को सोखती है, जिससे सब्जी का स्वाद कंट्रोल हो जाता है। मुंगौरी में प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है, जो इसे और पौष्टिक और कंप्लीट बनाता है।
इस रेसिपी में, मेथी और आलू को लहसुन की अच्छी मात्रा से तड़का बनाया जाता है। ऐसे में जब सब्जी पूरी तरह से सूखने वाली होती है, तब एक चम्मच बेसन डाला जाता है और भूना जाता है। ऐसे में बेसन, अतिरिक्त नमी को सोखता है और सब्जी को गाढ़ा बनाता है। लहसुन का तीखा और बेसन का भुना हुआ स्वाद मिलकर एक ऐसा फ्लेवर देते हैं जो मेथी की कड़वाहट को महसूस ही नहीं होने देता।
इसे भी पढ़ें -सर्दियों की ठंड को दूर कर देगी ‘आलू सोया मेथी’ की सब्जी, आसान है रेसिपी
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Images: Freepik/pinterest
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।