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17 साल की उम्र में Aditi Gopichand कैसे बनी वर्ल्ड चैंपियन? जानें उनके बारे में

वर्ल्ड तीरंदाजी चैंपियनशिप के कंपाउंड महिला फाइनल में मेक्सिको की एंड्रिया बसेरा को हराकर भारत की 17 साल की अदिति स्वामी चैंपियन बन चुकी हैं। आइए जानते हैं उन्होंने कैसे इतिहास रचा। <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2023-08-30, 12:43 IST

Youngest Archery World Champion Aditi Gopichand: सिर्फ 17 साल की उम्र में सरकारी स्कूल के गणित शिक्षक की बेटी अदिति स्वामी ने इतिहास रच दिया है। वो सबसे कम उम्र की विश्व चैंपियन और विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में व्यक्तिगत कंपाउंड स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गईं। आश्चर्यजनक बात यह है कि ये चैंपियनशिप में उनका दूसरा स्वर्ण पदक था।

कौन हैं Aditi Gopichand

Youngest Archery World Champion Aditi Gopichand

  • अदिति गोपीचंद 17 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव रखती हैं। उनका परिवार 15 किलोमीटर दूर एक गांव से सतारा शहर चला गया, ताकि अदिति को खेल सुविधाएं मिल सकें। उनके पिता गोपीचंद ने शहर में गणित शिक्षक के रूप में सरकारी नौकरी करते हैं।
  • अदिति के लिए सबसे कठिन परीक्षा सेमीफाइनल में थी जहां उनका सामा ज्योति से हुआ। अदिति ने जबरदस्त मानसिक दृढ़ता दिखाते हुए 149-145 से शानदार जीत दर्ज की। गोपीचंद को शुरुआत से ही खेलों से बेहद लगाव था।

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अदिति गोपीचंद ने कैसे की तैयारी

अदिति गोपीचंद जब 12 वर्ष की थी, तो अपने पिता के साथ शहर के साहू स्टेडियम में ले गए। उन्होंने अपनी बेटी को विभिन्न खेलों से परिचित कराया। इस दौरान कुछ बच्चे फुटबॉल खेल रहे थे और कुछ एथलेटिक्स का प्रशिक्षण ले रहे थे। 1 कोने में एक छोटा समूह अपने लक्ष्य निर्धारित कर रहा था और अपने तीर चला रहा था। इसे देख अदिति बहुत आकर्षित हुई।

अदिति गोपीचंद के पिता

Aditi Gopichand in hindi

  • अदिति के पिता का कहना है कि वह काफी पतली थी और उसे ऐसे खेल पसंद नहीं थे जिन्हें शारीरिक रूप से देखा जाता था। मुझे लगता है कि उसे तीरंदाजी पसंद थी क्योंकि यह एक ऐसा खेल है जहां व्यक्ति को बेहद गणनात्मक होना पड़ता है।
  • 17 साल की उम्र में इतने बड़े मुकाम को हासिल करने वाली अदिति गोपीचंद पूरे भारतवासियों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। (एक ही वर्ल्डकप में दो बार की वर्ल्ड चैंपियन को हराकर जीता है गोल्ड)

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