अभिनेत्री विद्या बालन ने एम एस सुब्बुलक्ष्मी की 108वीं जयंती के अवसर पर कॉस्ट्यूम डिजाइनर अनु पार्थसारथी के साथ मिलकर भारत की कोकिला की प्रतिष्ठित शैलियों को दोबारा से रिक्रिएट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। बता दें ए रिक्रिएशन ऑफ आइकॉनिक स्टाइल नामक यह प्रोजेक्ट, महान गायिका और भारत रत्न से सम्मानित गायिका को एक फोटोग्राफिक श्रद्धांजलि है और यह उनके योगदान और सौंदर्य का प्रमाण है। विद्या और डिजाइनर अनु से बातचीत के दौरान, विद्या ने एमएस सुब्बुलक्ष्मी के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त की और महान गायिका का किरदार निभाने की इच्छा जताई। साथ ही आगे कहा कि "मुझे एमएस सुब्बुलक्ष्मी बहुत पसंद हैं।" "जब मैं बड़ी हो रही थी, तो मेरी मां सुबह सबसे पहले उनके द्वारा गाया गया सुप्रभातम बजाती थी। मेरा हर दिन आज भी उनकी आवाज़ से शुरू होता है।"
वीडियो शेयर कर एक्ट्रेस ने कही दिल की बात
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संगीतकार एम एस सुब्बुलक्ष्मी के आइकॉनिक लुक को रिक्रिएट वीडियो को शेयर करते हुए एक्ट्रेस ने लिखा कि उनकी 108वीं जयंती पर, मैं "भारत रत्न" एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी (एम.एस. अम्मा) को फोटोग्राफिक श्रद्धांजलि देने में सक्षम होने पर सम्मानित और अति प्रसन्न महसूस कर रहा हूं, जिन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 'संगीत की रानी' और सरोजिनी नायडू ने 'भारत की कोकिला' के रूप में संदर्भित किया था।"
कौन थी एम एस सुब्बुलक्ष्मी?
भारत रत्न महान संगीतकार मदुरै शानमुखवदिवु सुब्बुलक्ष्मी का जन्म 16सितंबर, 1916 को मदुरै में जन्म हुआ था। सुब्बुलक्ष्मी एक भारतीय कर्नाटक गायिका थी। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाली वह पहली संगीतकार थी। साथ ही साल 1974 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार पाने वाली पहली भारतीय संगीतकार, जिसमें प्रशस्ति पत्र पढ़ा गया था। वहीं 1966 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रदर्शन करने वाली पहली भारतीय थी।
एम एस सुब्बुलक्ष्मी का योगदान और उपाधि
गायिका एम एस सुब्बुलक्ष्मी ने कई फिल्मों में भी अभिनय किया। साल 1945 में उन्होंने फिल्म मीरा में मुख्य भूमिका में नजर आई थी। यह फिल्म तमिल तथा हिंदी में बनाई गई थी और इसमें उन्होंने कई प्रसिद्ध मीरा भजन गाए। सुब्बुलक्ष्मी को लता मंगेशकर ने 'तपस्विनी' कहा, उस्ताद बड़े गुलाम अली ख़ां ने 'सुस्वर लक्ष्मी' नाम और किशोरी अमोनकर ने 'आठवां सुर' कहा था। इसके अलावा भारत के कई माननीय नेता जैसे पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 'संगीत की रानी' और सरोजिनी नायडू ने 'भारत की कोकिला' के रूप में संदर्भित किया था।
संगीतकार सुब्बुलक्ष्मी का पहनावा उनकी पहचान
विद्या बालन चार प्रकार की साड़ियों में नजर आई हैं। बता दें वीडियो में जिन चार साड़ियों को दिखाया गया है, जिन्हें एम.एस. अम्मा ने 60 और 80 के दशक के बीच पहना और लोकप्रिय बनाया और यह एम.एस. अम्मा के कॉन्सर्ट व्यक्तित्व का चित्रण है।
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