अच्छा, अगर आपसे यह पूछा जाए कि भारत का सर्वोच्च सैन्य सम्मान क्या है, तो आप अधिक समय लिए बिना यह ज़रूर बोलेंगे कि 'परमवीर चक्र'। लेकिन, जब आपसे यह पूछा जाए कि सर्वोच्च सैन्य सम्मान यानि परमवीर चक्र का डिजाइन किसने किया, तो फिर आपका जवाब क्या होगा? खैर, इस सवाल-जवाब को पूर्ण विराम देते हैं।
आज इस लेख में हम आपको उस महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने परमवीर चक्र का डिजाइन किया। आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि वो एक विदेशी महिला थी और उन्होंने एक भारतीय व्यक्ति से शादी भी किया, तो आइए जानते हैं उस महिला के बार बारे में।
सावित्री विक्रम खानोलकर
जी हां, जिस महिला ने सर्वोच्च सैन्य सम्मान यानि परमवीर चक्र डिजाइन किया उस महिला नाम सावित्री विक्रम खानोलकर था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शादी से पहले इनका नाम इवा योन्ने मैडे डीमारोस (Eve Yvonne Maday de Maros) था। लेकिन, उन्होंने भारतीय इंडियन आर्मी में कैप्टन रहे विक्रम रामजी खानोलकर के साथ शादी कर ली और शादी के बाद उन्होंने अपना नाम सावित्री विक्रम खानोलकर रख लिया।
सावित्री विक्रम खानोलकर का जन्म स्विट्जरलैंड में 20 जुलाई 1913 को हुआ था। साल 1932 उन्होंने विक्रम रामजी खानोलकर से शादी की और शादी के बाद उन्होंने भारत में ही रहने का फैसला किया।
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परमवीर चक्र का डिजाइन
ऐसा कहा जाता है कि आजादी के बाद जनरल मेजर जनरल हीरा लाल अटल ने उनसे परमवीर चक्र को डिजाइन करने के लिए कहा। कहा जाता है कि एक विदेशी महिला के बाद भी सावित्री बाई खानोलकर को भारतीय संस्कृति और वेदों की गहरी जानकारी थी और इसलिए उन्हें इस काम के लिए चुना गया था। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि परमवीर चक्र के साथ-साथ उन्होंने महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, वीर चक्र, शौर्य चक्र और अशोक चक्र को भी डिजाइन किया।(UPSC एग्जाम में टॉप 10 महिला रैंकर्स)
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सावित्री विक्रम खानोलकर और विक्रम रामजी खानोलकर की लव लाइफ
सावित्री विक्रम खानोलकर और कैप्टन विक्रम रामजी की लव स्टोरी बेहद ही दिलचस्प थी। कहा जाता है कि विक्रम रामजी यूनाइटेड किंगडम में मिलिट्री का ट्रेनिंग हासिल कर रहे थे और उसी समय उनकी मुलाकात सावित्री से हुई और फिर कुछ दिनों की मुलाकात के बाद दोनों ने शादी करने का फैसल किया लिया लेकिन, सावित्री के पिता इससे खुश नहीं थे। ऐसे में सावित्री शादी के लिए अड़ी रही और साल 1932 दोनों से शादी कर ली।
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