फेंसर भवानी देवी ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई होकर रचा इतिहास, जानें पूरी खबर

तलवारबाजी के क्षेत्र में मुकाम हासिल करते हुए भारत की भवानी देवी ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई होकर हमारे देश के लिए एक इतिहास रचा है। जानें उनसे जुड़ी बातें। 

bhavani devi main

भारत की महिलाओं ने हमेशा से ही हर एक क्षेत्र में अपना परचम बुलंद किया है। कुछ ऐसी ही उपलब्धि हासिल की है भारत की भवानी देवी ने, जिन्होंने फेंसिंग यानी तलवारबाजी के खेल में महारत हासिल करते हुए 2021 के ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करके इतिहास रचा है।

किसी भी भारतीय के लिए ओलंपिक खेल के उच्चतम सोपानों को क्रैक करने का सपना देखना वास्तव में बड़ी बात है और उससे भी बड़ी बात है उस मुकाम को हासिल करना। तलवारबाज़ी में ये मुकाम हासिल करके भवानी देवी ने वास्तव में एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत किया है। आइए जानें उनसे जुड़ी पूरी खबर।

तलवारबाजी में लहराया परचम

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टोक्यो ओलंपिक के लिए 27 वर्षीय फ़ेंसर भवानी देवी तलवारबाजी के क्षेत्र में ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला हैं और वास्तव में इतनी काम उम्र में उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है। यह न सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक अविश्वसनीय उपलब्धि है। तलवारबाजी, एक कुलीन खेल, आला उपकरण और विशेष कोचिंग की मांग करता है,इसलिए ये भारत के लिए थोड़ा मुश्किल खेल है। अब तक, बहुत कम एशियाई देश इस खेल के ऊपरी क्षेत्रों तक मुकाम हासिल कर पाए हैं। भारतीय खेलों की दुनिया में एक नए युग की शुरुआत करने के लिए भवानी देवी ने एक अग्रणी कदम उठाया है।

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कड़ी मेहनत है जीत का नतीजा

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तलवारबाजी एक ऐसा खेल है जिसमें महारत हासिल करने के लिए अति विशिष्ट प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। लेकिन उनकी ये योग्यता भवानी के व्यक्तिगत प्रयास और उनकी कड़ी मेहनत की तरफ इशारा करता है। जिसकी वजह से आज वो इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल कर पाई हैं। भवानी देवी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय फ़ेंसर हैं। वह अपने पूरे चेहरे पर नकाबपोश हेलमेट के माध्यम से एक जाल के माध्यम से देखती हैं। वह रानी वेलु नचियार या सिवागंगा के शासक वीरमंगई की कहानी से भी बहुत ज्यादा प्रभावित हैं, जिसके लिए माना जाता है कि 1770 के दशक में अंग्रेजों पर आजादी के पहला संग्राम में मुख्य भूमिका निभाई थी।

हासिल की हैं कई उपलब्धियां

bhavani devi olympics

भारतीय तलवारबाज भवानी देवी ने रेक्जाविक में 'टर्नोई सैटेलाइट फेंसिंग चैम्पियनशिप' में स्वर्ण पदक जीता था। भवानी ने फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन की सारा जेन हैम्पसन को 15-13 से हराया था। विश्व रैंकिंग में भवानी देवी 45वें स्थान पर हैं। विश्व रैंकिंग के आधार पर 05 अप्रैल, 2021 तक एशिया-ओशिनिया क्षेत्र से ओलंपिक का टिकट हासिल करने के लिए दो जगह खाली हैं।तमिलनाडु की भवानी रैंकिंग में फिलहाल 45वें स्थान पर है और इस आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि वह निश्चित तौर पर एक स्थान हासिल करने में सफल रहेंगी। उनके ओलंपिक क्वालिफिकेशन पर आधिकारिक तौर पर मुहर भी 05 अप्रैल को ही लगाई जाएगी, जब तलवारबाजी में ताजा विश्व रैंकिंग जारी की जाएगी।

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इंस्टा पर कही ये बात

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भवानी देवी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर अपनी उपलब्धि के लिए सभी का धन्यवाद देते हुए अपने पेरेंट्स को उन पर भरोसा रखने के लिए धन्यवाद दिया है।

भवानी देवी वास्तव में सभी महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देने के साथ इस बात की भी एक जीती जागती उदाहरण हैं कि यदि ठान लिया जाए तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है।

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Image Credit:instagram.com @bhavanideviofficial

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