ड्रिप चढ़ाते वक्त बोतल में सुई क्‍यों लगाई जाती है? एक्सपर्ट से जानें

ड्रिप चढ़ाते वक्त नर्स एक सुई बोतल में अक्सर लगाती है। लेकिन ऐसा क्यों इसी सवाल का जवाब आर्टिकल में एक्सपर्ट में जानते हैं। साथ ही, जानते हैं कि इसके पीछे क्या होता है कारण।
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क्या आपने कभी अस्पताल या क्लिनिक में ड्रिप बोतल के ऊपरी हिस्से में सुई लगी हुई देखी है और सोचा है कि यह वहां क्यों है? यह हमें एक नॉर्मल चीज लग सकती है। लेकिन मेडिकल तौर पर इसे पीछे भी महत्वपूर्ण कारण होता है। आइए इसके बारे में स्टेरिस हेल्थकेयर के निदेशक और सीईओ जीवन कसारा से जानते हैं। साथ ही, यह भी जानते हैं कि हर बार यह क्यों जरूरी होता है।

ड्रिप क्या है

ड्रिप, जिसे IV ड्रिप के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसी प्रणाली है जिसका इस्तेमाल लिक्विड दवाइयों के तौर पर किया जाता है, ताकि मरीज को इसे लगाकर दवाई दी जा सके। ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार मरीज को दवाई की तुरंत जरूरत होती है। इसलिए ड्रिप की बोतल से दवाई चढ़ाई जाती है और बोतल को ऊपर स्टेंड पर लटकाया जाता है। इसके बाद ट्यूब के जरिए मरीज को दवाई चढ़ाई जाती है।

Drip

ड्रिप की बोतल में सुई क्यों लगाई जाती है

अक्सर हमने देखा है कि जो भी ड्रिप मरीज को लगाई जाती है। उसकी बोतल में ऊपर की तरफ सुई लगाई जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे बोतल में बब्ल नहीं बनते हैं। साथ ही, जो लिक्विडदवाईनसों में दी जा रही है, उसका फ्लो आसानी से चल सके। इसलिए मेडिकल की भाषा में बताएं तो इसे एयर वेंट सुई कहा जाता है। लेकिन अगर बोतल कांच की होती है, तो इसे नहीं लगाया जाता है।

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क्या ड्रिप में सूई लगाना सेफ है

हां, यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित है। इस्तेमाल की जाने वाली सूई स्टेराइल होती है और नर्स इसे जरूर लगाती है। कभी-कभी, सुई में एक छोटा सा फिल्टर भी लगाया जाता है ताकि यह देखा जा सके कि बोतल में बब्ल न रह जाए। साथ ही, दवाई का फ्लो भी सही बना रहे। ऐसे में जब आप अगली बार इसे लगा देखें तो इस जानकारी को जरूर ध्यान में रखें। इससे आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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ड्रिप में अक्सर नर्स ही इस सुई को लगाती है, ताकि बोतल का फ्लो सही बना रहे। जब ड्रिप चेंज होती है, तो इसे दोबारा दूसरी ड्रिप में लगाया जाता है, ताकि मरीज को किसी तरह की कोई दिकक्त न हो। आप चाहें तो अपने डॉक्टर से भी इसकी सलाह ले सकते हैं।

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Image Credit- Freepik

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