वजाइना का PH बैलेंस क्यों जरूरी है? जानें यह किन कारणों से होता है प्रभावित

वजाइनल इंफेक्शन महिलाओं को काफी परेशान करते हैं। इनसे बचने के लिए, वजाइना का PH बैलेंस सही होना बहुत जरूरी है। वजाइना के पीएच संतुलन को कई कारण प्रभावित करते हैं।

What does pH balanced mean in a woman

लगभग सभी महिलाओं को उम्र के किसी न किसी पड़ाव पर वजाइनल इंफेक्शन से दो-चार होना पड़ता है। यह काफी आम है और कई बार महिलाओं को बहुत कम अंतराल पर बार-बार हो जाते हैं। हालांकि, अगर आपको बार-बार वजाइनल इंफेक्शन हो रहे हैं, तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। हार्मोनल इंबैलेंस और हाइजीन सही न होने के अलावा भी इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। महिलाओं के लिए, इंटिमेट हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। वजाइनल इंफेक्शन से बचने के लिए, वजाइना का पीएच सही होना जरूरी है। अगर वजाइना का पीएच इंबैलेंस है, तो इंफेक्शन्स आपको जल्दी घेर लेते हैं। वजाइना का पीएच क्या है, यह क्यों जरूरी है और किन कारणों से प्रभावित होता है, इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी, डॉक्टर अदिति बेदी जानकारी दे रही हैं। वह, कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट और आब्स्टिट्रिशन हैं।

वजाइनल PH बैलेंस क्या होता है और यह क्यों जरूरी है?

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महिलाओं की वजाइनल हेल्थ के लिए, वजाइना के पीएच बैलेंस का सही होना बहुत जरूरी है। वजाइना में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया होते हैं। जब वजाइना में बैड बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, तो इसकी वजह से वेजाइनल इंफेक्शन्स होते हैं। वजाइना में मौजूद बैक्टीरिया ही वजाइन के पीएच को एसिडिक बनाते हैं। वजाइना का नॉर्मल पीएच 3.6 से 4.6 होता है। जब इसमें बदलाव होता है, तो कई तरह के बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन हो सकते हैं। वजाइना में मौजूद एसिड ही नुकसानदेह यीस्ट, बैक्टीरिया और इंफेक्शन से बचाव करता है।

वजाइनल PH किन कारणों से प्रभावित होता है?

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  • खान-पान, हार्मोनल इंबैलेंस और हाइजीन समेत कई कारणों से वजाइना का पीएच प्रभावित होता है।
  • जब वजाइना में एसिड कम होता है, अधिक एल्कलाइन हो जाता है, तो इसके कारण, बैक्टीरिया और यीस्ट को पनपने का वातावरण मिल जाता है और इसकी वजह से कई इंफेक्शन्स हो सकते हैं।
  • पीरियड्स, मेनोपॉज या प्रेग्नेंसी के दौरान भी वजाइना का पीएच प्रभावित होता है।
  • क्रॉनिक स्ट्रेस भी हार्मोन्स को इंबैलेंस कर देता है और इसकी वजह से भी वजाइना के पीएच पर असर होता है।
  • टाइट पेंटी पहनने या वजाइना की सही से साफ-सफाई न करने पर भी ऐसा हो सकता है।
  • हार्श साबुन या केमिकल प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से भी वजाइना का पीएच इंबैलेंस हो जाता है।

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वजाइनल हेल्थ के लिए, वजाइना का पीएच बैलेंस सही होना बहुत जरूरी है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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