महिलाओं की फर्टिलिटी कमजोर होने का मतलब है कि उन्हें कंसीव करने में दिक्कत आ रही है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर एक साल से भी अधिक समय तक कंसीव करने की कोशिश करने के बाद यानी अनप्रोटेक्टेड सेक्शुअल रिलेशन के बाद भी आप प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही हैं, तो आपकी फर्टिलिटी कमजोर हो सकती है। यह बात महिलाओं और पुरुषों दोनों पर लागू होती है। अनियमित ओव्यूलेशन, फैलोपियन ट्यूब में दिक्कत और यूट्रस में किसी परेशानी जैसे फाइब्रॉएड और एंडोमेट्रियोसिस की वजह से फर्टिलिटी प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, बढ़ती उम्र, डाइट और लाइफस्टाइल का असर भी फर्टिलिटी पर होता है। अगर आपको कंसीव करने में मुश्किल आ रही है, तो हो सकता है आपकी फर्टिलिटी कमजोर हो। इसके कुछ लक्षण भी शरीर में नजर आते हैं, जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए। इस बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।
फर्टिलिटी कमजोर होने पर नजर आते हैं ये लक्षण (How to know if you have low fert![how to get regular periods]()
- अगर आपके पीरियड्स अक्सर अनियमित रहते हैं, तो यह फर्टिलिटी कमजोर होने का एक लक्षण हो सकता है। प्रोजेस्टेरोन लेवल कम या प्रोलैक्टिन लेवल हाई होने पर पीरियड्स मिस हो सकते हैं।
- पीरियड का फ्लो भी आपकी फर्टिलिटी से जुड़े जरूरी संकेत देता है। अगर आपको पीरियड के दिनों में बहुत कम फ्लो आता है या पीरियड्स 1-2 दिन के लिए होते हैं, तो यह भी लो फर्टिलिटी का संकेत है। ऐसा प्रोजेस्टेरोन लेवल कम होने से होता है।
- पीरियड्स का बहुत हैवी होना भी फर्टिलिटी के कमजोर होने का संकेत है। पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग की वजह, प्रोजेस्टेरोन लेवल का कम होना या एस्ट्रोजन हार्मोन का बढ़ा होना हो सकता है।
- पीएमएस के लक्षण, बहुत अधिक महसूस होना या लंबे समय तक चलना भी फर्टिलिटी कमजोर होने का लक्षण है। शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के इंबैलेंस के कारण ऐसा हो सकता है।
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- अगर आपको बहुत अधिक मूड स्विंग्स होते हैं, तो इसका सीधा संबंध भी आपकी फर्टिलिटी से है। मूड स्विंग्स ज्यादा होने के पीछे, प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का लेवल कम होना और कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ा हुआ होना होता है।
- ब्रेस्ट टेंडरनेस अधिक महसूस होने का कारण भी आपकी फर्टिलिटी का कमजोर होना हो सकता है। ब्रेस्ट टेंडरनेस के पीछे एस्ट्रोजन या प्रोजेस्टेरोन का कम होना हो सकता है। इन दोनों हार्मोन्स के बीच इंबैलेंस भी फर्टिलिटी पर असर डालता है।
- अगर आपके हिप्स और जांघों के आस-पास चर्बी जमा हो रही है, तो इसकी वजह इंसुलिन रेजिस्टेंस या एंड्रोजन लेवल का बढ़ा हुआ होना सकता है। इसकी वजह से इन हिस्सों में चर्बी जमने लगती है। यह भी फर्टिलिटी कमजोर होने का संकेत है।
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फर्टिलिटी कमजोर होने पर नजर आने वाले इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें। साथ ही, अगर आप कंसीव करने की प्लानिंग कर रही हैं, तो डाइट और लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव करें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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