बाल आपके व्यक्तित्व और चेहरे का अहम हिस्सा होते हैं... इनकी खूबसूरती आपके चेहरे की शोभा बढ़ाती है। ऐसे में बालों की सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है और इसके लिए जरूरी है कि आपके पास सही जानकारी हो। दरअसल, हेयर ग्रोथ यानी बालों के विकास को लेकर लोगों के बीच ढ़ेरों भ्रांतियां प्रचलित हैं... जैसे कि बाल बढ़ाने के नाम पर कई तरह के घरेलू उपाय प्रयोग में लाए जाते हैं। पर असल में ये उपाय कितने कारगर हैं यह ज्यादातर लोगों को नहीं पता होता है। इसीलिए इस आर्टिकल में हम आपको हेयर ग्रोथ (Hair growth)से जुड़ी पूरी और सही जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं।
हमने इस बारे में महाराष्ट्र के शताब्दी हॉस्पिटल के स्किन एंड हेयर स्पेशलिस्ट डॉ. विप्लव कांबले से बात की और उनसे मिली जानकारी यहां हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं। यहां हम आपको बालों के विकास की प्रकिया समझाने के साथ ही इससे जुड़े मिथ पर बात करेंगे और उनके बारे में सही तथ्य (Myths and Facts about Hair growth) आप तक पहुंचाएंगे।
कैसे होता है बालों का विकास (What is the Process of Hair Growth)?
सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि बालों का विकास कैसे होता है? तो इस बारे में डॉ. विप्लव बताते हैं कि बालों के रोम(Hair follicles) में निश्चित समय पर नई कोशिकाएं बनती हैं और फिर यही नई कोशिकाएं एक दूसरे के साथ मिलकर सख्त हो जाती हैं। चूंकि एक साथ कई सारी नई कठोर कोशिकाएं नीचे से बालों में जुड़ती हैं, ऐसे में यह धीरे-धीरे त्वचा से ऊपर की ओर आगे बढ़ती हैं। इस प्रकार से प्रतिमाह बाल 1 सेमी की रफ्तार से बढ़ते हैं, लेकिन अलग-अलग जगहों के बालों की विकास दर अलग-अलग होती है। जैसे की सिर के बजाय चेहरे और शरीर के बाकी हिस्सों पर बाल धीमी गति से बढ़ते हैं।
बालों के विकास के 4 चरण (4 Stage of Hair Growth Cycle)
मेडिकल दुनिया में बालों के विकास को 4 चरणों में बांटा गया है... एनाजेन, कैटाजेन, टेलोजन और एक्सोजेन। इनमें एनाजेन सक्रिय विकास चरण है और इस दौरान बाल अपनी पूरी लंबाई तक बढ़ते हैं। इसके बाद आता है कैटाजेन जिसे हिंदी में प्रतिगमन कहते हैं, जो कि बालों के सक्रिय विकास से विश्राम चरण में संक्रमण का प्रतीक है। वहीं तीसरा चरण टेलोजन यानी विश्राम का चरण है, जब बाल कूप (Hair follicles) निष्क्रिय हो जाते हैं और इसके बाद बालों का विकास रुक जाता है। आखिर में आता है एक्सोजेन, जब रोम कूप से बाल अलग होकर गिरने लगते हैं और उनके स्थान पर नए बाल उगते हैं।
इस तरह से इन 4 चरणों में सिर में नए बाल उगने से लेकर उनके गिरने की प्रकिया चलती रहती है। बालों का जीवन च्रक खत्म होने के बाद उनका झड़ना स्वाभाविक है, क्योंकि उनकी जगह दूसरे बाल लेते हैं। हमारे एक्सपर्ट के अनुसार, एक वयस्क व्यक्ति के सिर से रह रोज लगभग 70 से 100 बाल झड़ना सामान्य है। पर अगर विकास प्रकिया के दौरान ही बालों की जड़ें क्षतिग्रस्त हो जाएं तो इसके कारण बाल असमान्य रूप से गिरने लगते हैं और उनके जगह कोई नया बाल नहीं उगता है। ऐसे में सिर की त्वचा का वह विशेष हिस्सा गंजा हो जाता है, जिसे एलोपेसिया (Alopecia) कहते हैं। गंजेपन की समस्या अपने आप में बेहद जटील है, क्योंकि दोबारा से उस जगर पर बाल उगाना मुश्किल होता है। फिलहाल यहां हम हेयर ग्रोथ की बात कर रहे हैं तो इससे जुड़े मिथ और फैक्ट्स की बात कर लेते हैं।
बालों के विकास से जुड़े मिथ और उनकी सच्चाई (Myths and Facts about Hair growth)
लंबे घने बालों की चाहत में लोग बिना सोचे-समझे हर तरह के उपाय आजमाते हैं, जबकि इनमें से ज्यादातर उपाय बालों के विकास प्रकिया पर कोई सीधा या बड़ा प्रभाव नहीं डालते हैं। हमने हेयर ग्रोथ से जुड़े कुछ ऐसे ही प्रचलित धारणाएं और मिथ चलन के बारे में अपने हेयर एक्सपर्ट से पूछा और उनसे मिली जानकारी आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
सिर में अंडे लगाने से बढ़ते हैं बाल?
हेयर ग्रोथ के लिए लोग कई तरह के देसी नुस्खे अपनाते हैं, इनमें से सिर पर अंडा लगाना भी आम है। पर क्या सच में अंडा लगाने से बाल तेजी से बढ़ते हैं? इस बारे में हमारे हेयर एक्सपर्ट डॉ. विप्लव कांबले बताते हैं कि अंडा प्रोटीन का बड़ा स्त्रोत है और वहीं प्रोटीन बालों के विकास के लिए जरूरी है, क्योंकि बाल प्रोटीन से ही निर्मित होते हैं। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि बाहरी तौर पर लगाने के बजाय उस प्रोटीन का सेवन किया जाए। बाहरी तौर पर अंडे का लेप बालों के टेक्सचर को सुधार सकता है न कि उनके विकास को बढ़ावा देता है।
ट्रिमिंग कराने से बढ़ते हैं बाल?
बालों से जुड़ा दूसरा आम प्रचलित चलन है कि बालों को ट्रिम करवाने से बाल बढ़ते हैं। तो इस बारे में हमारे हेयर एक्सपर्ट डॉ. विप्लव कांबले कहते हैं कि ट्रिमिंग से उन्ही बालों के विकास में मदद मिलती है, जो विकास चरण की प्रकिया में हैं। अगर बाल पहले से ही टेलोजन यानी विश्राम के चरण में जा चुके हैं तो इससे बालों के विकास पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हां, इससे दो मुंहे बालों की समस्या से छुटकारा जरूर मिल सकता है और इसके कारण आपके बाल देखने में पहले से बेहतर लगेंगे।
रोज शैंपू करने से बाल बढते हैं?
वहीं कुछ लोगों को मानना है कि अगर आप नियमित रूप से हर रोज शैम्पू करते हैं तो इससे बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं। जबकि वास्तव में शैम्पू का बालों कि विकास प्रकिया पर कोई सीधा असर नहीं पड़ता है, यह सिर्फ स्कैल्प यानी सिर की त्वचा को साफ रखने में मदद करता है।
हमारे डॉ. विप्लव कांबले कहते हैं असल में बालों के विकास के लिए संतुलित आहार और दिनचर्या के साथ मानसिक सेहत का बेहतर होना जरूरी है। खाने में प्रोटीन, आयरन और विटामिन ए और विटामिन ई से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए जैसे कि दूध, दही, अंडा, पालक, गाजर, दालें और बीजों का सेवन लाभकारी होता है। वहीं तनाव बालों के विकास को प्रभावित करता है, इसलिए तनाव को कम से कम करने के साथ ही अच्छी नींद और मानसिक सेहत को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए शीर्षासन, मत्स्यासन और बालासन जैसे योग काफी हद तक लाभकारी होते हैं।
उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी और अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें। साथ ही अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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Image Credit:Freepik
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