दूध को अपने आप में एक संपूर्ण आहार माना जाता है, जिसमें प्रोटीन, कैल्शियम से लेकर शरीर के लिए आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। ऐसे में दूध के अधिक से अधिक सेवन की सलाह दी जाती है, ताकि शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति की हो सके। पर यहां जानने और समझने वाली बात यह है कि आप दूध का कब और कैसे सेवन करते हैं।
गौरतलब है कि कुछ लोग दूध को फायदेमंद मानते हुए इसके साथ दवाओं का सेवन करना शुरू कर देते हैं, जोकि सेहत के लिहाज से गलत है। असल में ऐसा करने से न सिर्फ दवाओं का प्रभाव कम हो सकता है बल्कि इससे सेहत पर हानिकारक प्रभाव भी पड़ सकता है। यहां हम आपको कुछ ऐसी दवाओं के बारे में बता रहे हैं जिनका सेवन दूध के भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
बता दें कि हमने इस बारे में लखनऊ के जनरल फिजिशियन डॉ बृजेंद्र सिंह से बात की है और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
थायराइड की दवा
अगर आप थायराइड की दवा ले रहे हैं तो इसके साथ दूध के सेवन की गलती न करें। असल में थायराइड की दवा हमेशा खाली पेट ली जाती है, ताकि यह शरीर में अच्छी तरह से अवशोषित हो सके। वहीं दवालेने के कम से कम आधे घंटे बाद ही कुछ भी खाने-पीने की सलाह दी जाती है। इसलिए थायराइड की दवा के साथ दूध के सेवन से भी बचना चाहिए। बेहतर होगा कि थायराइड की दवा के कम से कम 3 से 4 घंटे बाद ही दूध का सेवन करें।
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एंटीबायोटिक दवाएं
एंटीबायोटिक दवाएं, बैक्टीरियल संक्रमण के रोकथाम में कारगर साबित होती है। ऐसे में अक्सर इनके सेवन की जरूरत पड़ती है, पर ध्यान रखने वाली बात यह है कि इसके साथ दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। असल में दूध में मौजूद कैल्शियम एंटीबायोटिक दवाओं के प्रभाव को कम कर सकता है। इसके चलते एंटीबायोटिक दवाओं के सेवन के बावजूद इनका लाभ नहीं मिल पाता है। इसलिए बेहतर होगा कि दोनों के सेवन के बीच निश्चित अंतराल रखा जाए।
आयरन सप्लीमेंट्स
एनीमिया और खून की कमी से जूझ रहे लोगों को आयरन सप्लीमेंट्स लेने की आवश्यकता पड़ती है। वहीं खून की कमी कमजोरी की निशानी मानी जाती है, ऐसे में लोग इसके साथ दूध का सेवन भी करना शुरू कर देते हैं। पर असल में ऐसा करना हानिकारक हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आयरन और कैल्शियम दोनों परस्पर क्रिया कर सकते हैं। इसलिए इससे बचने के लिए बेहतर होगा कि इनके सेवन के बीच कम से कम 1 से 2 घंटे का अंतराल रखें।
ऑस्टियोपोरोसिस की दवा
ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डियों से संबंधी समस्या है जिसमें बोन मास डेंसिटी कम होने के कारण हड्डियां कमजोर पड़ने लगती है। इसके रोक-थाम के लिए बिस्फोस्फोनेट (Bisphosphonates) दवाओं का सेवन किया जाता है। इस तरह की दवाओं के साथ भी दूध या दूध से बने उत्पाद का सेवन हानिकारक माना जाता है। असल में, बिस्फोस्फोनेट सुबह खाली पेट लेने वाली दवा है इसलिए बेहतर होगा कि इसे लेने के आधे घंटे बाद ही दूध या दूसरे डेयरी उत्पाद का सेवन करें।
पाचन की दवा
अगर पाचन संबंधी समस्याओं के लिए दवा ले रहे हैं तो उसके साथ दूध का सेवन करने से बचें। असल में दूध में मौजूद कैल्शियम जहां दवाओं के अवशोषण क्षमता को प्रभावित करता है, वहीं पाचन संबंधी समस्याओं में दूध का सेवन हानिकारक भी साबित हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि पाचन संबंधी दवाएं लेने के दौरान दूध का सेवन न किया जाए।
उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।
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