आजकल की लाइफस्टाइल बहुत ही खराब हो चुकी है। लोग घंटे कंप्यूटर पर काम करते हैं, गाड़ी में बैठकर घर लौटते हैं। मतलब हर वक्त बैठना ही दिनचर्या बन चुकी है। लंबे समय तक बैठने से कई तरह की बीमारी होती है। लेकिन कहा यह भी जा रहा है कि यह मां बनने की क्षमता को भी प्रभावित कर सकती है। चलिए जानते हैं गायनेकोलॉजिस्ट और हेल्थ एक्सपर्ट्स की नजर से कि यह आदत फर्टिलिटी को कैसे प्रभावित करती है? Dr Bhavna Banga,Clinical Director- Department of Fertility at,Cloudnine Group of hospitals - South Delhi इस बारे में जानकारी दे रही हैं।
क्या सच में बैठना आपके गर्भधारण में बाधा बन सकता है?
- एक्सपर्ट बताती है कि लंबे समय तक बैठना या एक ही पोजीशन में काम करना गर्भधारण में कोई भूमिका नहीं निभाता है।
- सच्चाई यह है कि लंबे समय तक लगातार बैठने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन धीमा पड़ सकता है, जिससे पेल्विक रीजन में ब्लड फ्लो कम हो सकता है। यह स्थिति ओव्यूलेशन, यूटरिन हेल्थ और फैलोपियन ट्यूब फंक्शन पर असर डाल सकती है।
- इसके अलावा, वजन बढ़ाने से इन्सुलिन रेजिस्टेंस और हार्मोन असंतुलन की संभावना बढ़ जाती है। यह सभी फैक्टर मिलकर प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं।

क्या करें फिर?
- हर रोज 30 से 40 मिनट के बाद खड़ी हो और 2 से 5 मिनट टहलें।
- डेस्क पर बैठते समय पोजीशन बदलते रहें।
- दिन में कम से कम 20 से 30 मिनट हल्की एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग करें।
- एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाएं। जैसे सीढियां चढ़ना, पैदल चलना या फिर योग करना।
एक्सपर्ट बताती हैंं, ''फर्टिलिटी सिर्फ हार्मोन और मेडिकल ट्रीटमेंट का मामला नहीं है। यह लाइफस्टाइल, पोषण और मूवमेंट से भी गहराई से जुड़ी होती है। अगर आप मां बनने की योजना बना रही हैं, तो हर दिन छोटे-छोटे बदलाव और मूवमेंट करके बड़ा असर डाल सकती हैं। लंबे समय तक बैठने की आदत को हल्के में न लें।''
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Image Credit:Freepik
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