45 डिग्री तापमान का दिमाग पर क्या असर पड़ता है?

गर्मी का प्रकोप हर गुजरते दिन बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली सहित कई शहरों में पारा 45 के पार ही दर्ज किया जा रहा है। ऐसे में आपने कबी सोचा है कि इस गार्मी का दिमाग प क्या असर पड़ सकता है। चलिए जानते हैं एक्सपर्ट से इस बारे में
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2025-06-11, 09:22 IST
image

देश के कई हिस्सों में इस बार गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पारा 45 के पार है। मौसम विभाग ने हीटवेव की चेतावनी जारी की है। शरीर का कूलिंग सिस्टम जैसे फेल होने लगा है। बाहर निकलते ही ऐसा लगता है मानों शरीर में किसी ने आग लगा दी हो। यह भीषण गर्मी न सिफ हमारी त्वचा पर असर करती है, बल्कि दिमाग भी इससे गहराई से प्रभावित होता है।क्या आपने सोचा है कि इतनी गर्मी का हमारे ब्रेन या तंत्रिका तंत्र पर क्या असर पड़ता है। खासकर उन पर जो पहले ही न्यूरोलॉजिकल दिक्कतों से जूझ रहे हैं। आइए जानते हैं इस बारे में हेल्थ एक्सपर्ट से Dr Anjana Kalia,Ayurvedic Doctor & Nutrionist , Bloom Clinix, Dwarka इस बारे में जानकारी दे रही हैं।

गर्मी का दिमाग पर क्या असर पड़ता है?

How extreme heat affect mental health

जब शरीर का तापमान बढ़ता है, तो दिमाग का थर्मोरेगुलेशन सिस्टम दबाव में आ जाता है। ऐसे में

  • ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत।
  • चिड़चिड़ापन।
  • थकावट और सुस्ती।
  • सिरदर्द
  • संज्ञानात्मक क्षमताओं में गिरावट।
  • सीखने की क्षमता पर असर
  • गुस्सा
  • ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन कम होना

कैसे करें देखभाल

dehydration and brain function

एक्सपर्ट के मुताबिक इससे सुरक्षा के लिए पानी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। इसलिए दिन भर में हर थोड़ी-थोड़ी देर पर पानी पिएं। नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ का सेवन करें, इससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स बना रहता है। तरबूज, खीरा, नींबू संतरा जैसे फलों को डाइट में शामिल करें।

बहुत ज्यादा हैवी खाना खाने से बचें, नमकीन और तली हुई चीजों से बचें, क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन बढ़ जाता है और दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। इन चीजों की जगह पर आप हल्का खाना खाएं, जो एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हो, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। कॉफी और चाय जैसी चीजों को एकदम न पिएं।

यह भी पढ़ें-क्या बार-बार सिरदर्द होना ब्रेन ट्यूमर की निशानी है? एक्सपर्ट से जानें

गर्मी के समय में आउटडोर टाइम मैनेजमेंट भी जरूरी है। सुबह 6 से 9 और शाम के 6 के बाद ही घर से बाहर निकलें।

अगर चक्कर, बेहोशी जैसे लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

यह भी पढ़ें-50 के बाद सेक्‍सुअल लाइफ को बेहतर कैसे बनाएं? डॉक्‍टर से जानें

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image Credit- Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP