हाई ही नहीं, लो बीपी भी बन सकता है दिल के लिए खतरा! डॉक्टर से समझें ब्लड प्रेशर का कितना कम होना है खतरनाक?

बीपी का हाई होना दिल के लिए खतरनाक होता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि अगर आपका बीपी बहुत अधिक लो हो जाए, तो भी यह हार्ट के लिए रिस्क बन सकता है। बीपी का कितना लो होना हार्ट के लिए परेशानी बन सकता है, चलिए डॉक्टर से समझते हैं।
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बीपी का हाई होना सेहत पर बुरा असर डालता है। अगर ब्लड प्रेशर बहुत अधिक बढ़ जाए, तो यह हार्ट अटैक का कारण बन सकता है और कई बार इसकी वजह से स्ट्रोक भी आ सकता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि हाई ही नहीं बल्कि लो बीपी भी हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाता है और खासकर हार्ट हेल्थ पर बुरा असर डालता है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आपका बीपी 90/60 mmHg से कम है, तो इसे लो बीपी या हाइपोटेंशन कहा जाता है। कई बार महिलाओं में इसके कुछ खास लक्षण नजर नहीं आते हैं और ऐसे में वे इसे नजरअंदाज करती रहती हैं। लेकिन, कई मामलों में कमजोरी महसूस होना, चक्कर आना, धुंधला दिखना और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। अगर आपका बीपी ज्यादा लो हो जाए, तो दिल की धड़कन तेज हो सकती है, सांस लेने में तकलीफ होने लगती है और यह हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है। बीपी का कितना लो होना दिल के लिए खतरनाक हो सकता है, चलिए एक्सपर्ट से समझते हैं। यह जानकारी, डॉक्टर विनीत बंगा दे रहे हैं। वह फोर्टिस हॉस्पिटल, फरीदाबाद में न्यूरोलॉजी विभाग के डायरेक्टर हैं।

बीपी का कितना लो होना बन सकता है हार्ट के लिए खतरा?

low bp can also cause heart problmes

  • एक्सपर्ट का कहना है कि अक्सर लोग हाई बीपी को तो खतरनाक समझते हैं। लेकिन, लो बीपी को सीरियसली नहीं लेते हैं। असल में लो बीपी यानी हाइपोटेंशन भी सेहत को काफी नुकसान पहुंचाता है।
  • बीपी लो होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं और इसका असर पूरे शरीर पर होता है।
  • अगर आपका बीपी लगातार लो है या अचानक से लो हो जाए, तो इसकी वजह से दिल तक सही मात्रा में ब्लड नहीं पहुंचता है और हार्ट को पंप होने में मुश्किल आती है।
  • इसके कारण, दिल की धड़कन का तेज होना, सांस लेने में मुश्किल और कई मामलों में हार्ट फेल तक हो सकता है।
  • अगर आपका बीपी अक्सर 90/60 mmHg से कम हो जाता है, तो आपको अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देना चाहिए और समय-समय पर बीपी भी चेक करते रहना चाहिए।

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  • बीपी लो होने पर दिल की मांसपेशियां कमजोर महसूस करती हैं और इसकी वजह से इसे सही तरह से फंक्शन करने में मुश्किल आती है।
  • डॉक्टर का कहना है कि लो बीपी को भी रेगुलर मॉनिटर करने की जरूरत होती है। इसकी वजह से हार्ट, ब्रेन और किडनी समेत पूरे शरीर पर असर होता है।

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बीपी का लो या हाई रहना, दोनों ही सही नहीं है। इसका सेहत पर बुरा असर हो सकता है।अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit: Shutterstock, Freepik

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