हिना खान इन दिनों थर्ड स्टेज ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं। काफी महीनों पहले उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके इस बात की जानकारी दी थी। हालांकि, अब वह काफी हद तक रिकवर कर चुकी हैं लेकिन अभी भी उनका इलाज जारी है। हिना अक्सर सोशल मीडिया पर या इंटरव्यूज के दौरान अपनी हेल्थ से जुड़े अपडेट्स शेयर करती रहती हैं। कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और सर्जरी समेत कई तरह के प्रोसिजर किए जाते हैं। इन थेरेपीज के साइड-इफेक्ट्स भी होते हैं। कीमोथेरेपी में स्ट्रॉन्ग मेडिसिन्स से कैंसर सेल्स को खत्म करने की कोशिश की जाती है। इसके कई दुष्प्रभाव होते हैं। नाखूनों का रंग बदलना या कमजोर हो जाना, इन्हीं में से एक है। हिना खान ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया पर बताया कि वह भी इससे डील कर रही हैं। बता दें कि यह कीमो से होने वाले कॉमन साइड-इफेक्ट्स में से एक है। यह क्यों होता है और क्या कीमो सेशन्स खत्म होने के बाद, नाखूनों और स्किन का रंग वापिस पहले जैसे हो जाता है, चलिए इस बारे में डॉक्टर से जानते हैं। यह जानकारी डॉक्टर अमित उपाध्याय दे रहे हैं। वह पीएसआरआई हॉस्पिटल में ऑन्कोलॉजिस्ट हैं।
कीमोथेरपी में किस वजह से बदल जाता है नाखूनों का रंग? (Why nails turn black or yellow during Chemotherapy?)
- कीमोथेरेपी हमारे शरीर में Rapidly Dividing Cells यानी तेजी से विभाजित होने वाली कोशिकाओं पर असर डालती है। हमारे नेल्स भी जहां से बढ़कर आगे आ रहै हैं यानी जहां उनका रूट है, कीमो उन सेल्स को को प्रभावित करती है।
- इसी वजह से नाखूनों के रंग में बदलाव होने लगता है। नाखून काले या नीले रंग के हो सकते हैं। ये वक्त के साथ और बढ़ता जाता है।
- कीमोथेरेपी खत्म होने के 4-6 बाद ये वापिस ठीक हो जाते हैं। नाखूनों का रंग बदलने के अलावा, नेल्स का कमजोर होना या नाखूनों पर लाइन पड़ना भी कीमो का एक कॉमन साइड-इफेक्ट है।
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- कीमोथेरेपी के दौरान आपको नाखूनों को मॉइश्चराइज रखना चाहिए और किसी भी तरह का इंफेक्शन होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। कीमो की दवाई की वजह से नाखूनों की ग्रोथ पर भी असर होता है।
- कीमोथेरेपी इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देती है और इसकी वजह से भी नाखून कमजोर होने लगते हैं।
- कीमोथेपी के कारण, शरीर के कई अंगों में ब्लड फ्लो पर भी असर होता है और इसके कारण भी नाखून कमजोर हो जाते हैं और उनका रंग बदलने लगता है।
- अगर आपको कीमो के दौरान, नेल्स में या शरीर के किसी भी अंग में कोई इंफेक्शन महसूस हो रहा है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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कैंसर से जीतने के लिए, सही इलाज के साथ, पेशेंट का पॉजिटिव रहना भी जरूरी है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik, Shutterstock/Instargam Hina Khan
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