क्या नाइट शिफ्ट में काम करने से वजन बढ़ सकता है?

क्या आप भी नाइट शिफ्ट करने में ज्यादा कंफर्टेबल महसूस करती हैं। अगर हां, तो आपको बता दें कि यह आपके वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। नाइट शिफ्ट करने से जैविक घड़ी प्रभावित होती है,जो फैट के जमाव के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2025-07-03, 17:43 IST
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आजकल नाइट शिफ्ट एडवांस लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है। लोगों के लिए रात में जग कर काम करना बहुत ही आम बात हो गई है। आईटी सेक्टर से लेकर,हेल्थ केयर और मीडिया तक में नाइट शिफ्ट में काम करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। हम सोचते हैं, कि अच्छा है रात में आराम से काम करे, और दिन में नींद पूरी कर लेंगे। लेकिन क्या आपको मालूम है कि सिर्फ नींद पूरी करना ही काफी नहीं है। यह आपकी सेहत, खासकर वजन पर बुरा असर डाल सकता है। अक्सर जो लोग नाइट शिफ्ट करते हैं उनमें वजन बढ़ने की शिकायत देखी जाती है । आइए जानते हैं कि आखिर नाइट शिफ्ट में काम करने से वजन क्यों बढ़ सकता है।डाइट एक्सपर्ट लवनीत बत्रा ने इस बारे में जानकारी दी है।

नाइट शिफ्ट और बढ़ता वजन

इसका सबसे पहला कारण है कि हमारे शरीर की एक नेचुरल घड़ी होती है, जिसे हम सर्केडियन रिदम के नाम से जानते हैं। नाइट शिफ्ट में काम करने से इसमें गड़बड़ी हो जाती है। यह घड़ी हमारे सोने, जागने, मेटाबॉलिज्म और भूख जैसे जरूरी शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करती है। लेकिन जब हम इस नेचुरल लय के उलट काम करते हैं, तो कई कारक वजन बढ़ाने में योगदान देते हैं।

weight gain due to NIGHT SHIFT

जो लोग नाइट शिफ्ट में काम करते हैं, उन्हें इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है, जहां शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया नहीं करती है।

नतीजन रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और फैट का जमाव ज्यादा होता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज और वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।

नाइट शिफ्ट में काम करने वालों में घ्रेलिन नाम के हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे आपको ज्यादा भूख लगती है। इससे आप रात भर उल्टा सीधा खाते रहते हैं।वहीं रात के वक्त में भोजन के विकल्प बहुत ही सीमित होते हैं।ऐसे में लोग ज्यादातर अनहेल्दी खाना ही खा लेते हैं, इनमें ज्यादा कैलोरी,चीनी, और अनहेल्दी फैट ज्यादा होते है।

weight gain due to 7 hour of sleep

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नींद के पैटर्न में बदलाव होता है, तो तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ सकता है। हाई कोर्टिसोल मेटाबॉलिज्म को धीमा करता है और पेट के आसपास फैट जमा होने को बढ़ावा देता है।

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Image Credit:Freepik

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