आज के समय में अधिकतर लोग अपने बढ़े हुए वजन की वजह से परेशान रहते हैं और इसलिए वे उसे कम करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। वजन कम करने के लिए वर्कआउट करना काफी अच्छा माना जाता है। अमूमन लोग तरह-तरह के वर्कआउट को अपने फिटनेस रूटीन में शामिल करते हैं। इन्हीं में हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग और जुम्बा आदि भी शामिल है। हालांकि, लोग अक्सर इसे लेकर उलझन में रहते हैं कि इनमें से कौन-सा वर्कआउट सबसे सही रहेगा।
इस बात में कोई दोराय नही है कि हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग और जुम्बा दोनों ही बेहतरीन वर्कआउट हैं, जो आपको अधिक सेहतमंद बनाने में मदद करते हैं। अगर आप अपने वर्कआउट को एक मस्ती भरे अंदाज में करना चाहते हैं तो ऐसे में जुम्बा करना काफी अच्छा माना जाता है। जबकि अगर आप कम समय में ज्यादा से ज्यादा कैलोरी बर्न करना चाहते हैं तो ऐसे में हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग की जा सकती है। तो चलिए आज इस लेख में पावरलिफ्टिंग में नेशनल रिकॉर्ड होल्डर और एनीटाइम फिटनेस के फिटनेस ट्रेनर विनय माहौर आपको बता रहे हैं कि जुम्बा और हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग में से वेट लॉस के लिए क्या ज्यादा बेहतर है-
जुम्बा और हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग में क्या अंतर है
जुम्बा और हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग दोनों ही कैलेरी बर्न करने के बेहतर तरीके हैं। लेकिन फिर भी इनमें कुछ अंतर होता है। जहां जुम्बा एक डांस बेस्ड वर्कआउट होता है, जिसमें मजेदार स्टेपस और कार्डियो का मिक्स होता है। जुम्बा के दौरान फुल बॉडी मूवमेंट होता है, लेकिन एक रिदम में। जबकि हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग में इंटेंस एक्सरसाइज की जाती है और छोटे ब्रेक्स लिए जात हैं। मसलन, 30 सेकंड जंप स्क्वॉट्स करते समय महज दस सेकंड का ब्रेक लिया जाता है और फिर दोबारा इसे दोहराया जाता है।
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वजन कम करने में जुम्बा किस तरह फायदेमंद है
वजन कम करने के लिए जुम्बा को काफी फायदेमंद माना जाता है। सबसे पहले तो यह एक फन एक्टिविटी है और इसलिए वर्कआउट करना आपके लिए बोरिंग नहीं होता। इसमें कार्डियो को भी शामिल किया जाता है, जिससे फैट बर्न होता है और साथ ही स्टेमिना भी बेहतर होता है। अगर आप लगभग 45 मिनट जुम्बा सेशन करते हैं तो ऐसे में आप 300-600 कैलोरी तक बर्न कर सकते हैं।
हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग वजन कम करने में किस तरह सहायक है
हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग करते हुए आप कम समय में ज्यादा से ज्यादा कैलोरी बर्न कर पाते हैं। इसका एक फायदा यह भी है कि बॉडी वर्कआउट के बाद भी कैलोरी बर्न करती रहती है। इससे मसल्स भी टोती है। इस तरह बॉडी स्ट्रेन्थ और फैट लॉस दोनों एक साथ होते हैं। हालांकि, इसे करना काफी टफ होता है और एक बिगनर के लिए इसे करना शायद काफी मुश्किल हो।
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क्या है ज्यादा बेहतर
अब सवाल यह उठता है कि जुम्बा और हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग में से क्या ज्यादा बेहतर है- अगर आप फैट लॉस करना चाहती हैं, लेकिन आपके पास टाइम की कमी है तो ऐसे में आप हाई इंटेसिटी इंटरवल ट्रेनिंग कर सकती हैं। वहीं, अगर आपको वर्कआउट को एक मजेदार अंदाज में करना चाहती हैं और आपको डांस पसंद है तो ऐसे में जुम्बा किया जा सकता है। बेहतर रिजल्ट के लिए कोशिश करें कि आप दोनों को ही अपने वर्कआउट रूटीन का हिस्सा बना लें।
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Image Credit- freepik
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