हार्मोनल असंतुलन के कारण महिलाओं को कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। सफैद पानी यानी ल्यूकोरिया भी इनमें से एक है,जिससे कई महिलाएं परेशान रहती हैं। यह समस्या शरीर में हार्मोनल असंतुलन या
हाइजीन की कमी से होती है। कई बार सफेद पानी की समस्या तनाव के कारण भी हो सकती है। हालांकि, समस्या के गंभीर होने पर डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है, लेकिन हल्की परेशानी में योग नेचुरल और असरदार उपाय हो सकता हे। एक्सपर्ट का मनाना है कि कुछ खास योगासन की मदद से शरीर में एनर्जी का बहाव सही तरीके से होता है और अंदरूनी अंगों में मजबूती आती है, जिससे सफेद पानी की समस्या कम होती है।
योग सिर्फ शारीरिक वर्कआउट नहीं, बल्कि मन और शरीर को जोड़ने का माध्यम है। यह शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है, ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है और तनाव को कम करता है, जो हार्मोनल संतुलन के लिए जरूरी है। जब हमारे हार्मोन संतुलित होते हैं और शरीर के अंदरूनी अंग ठीक से काम करते हैं, तब ऐसी समस्याएं अपने आप कम होने लगती हैं। आइए ऐसे कुछ स्पेशल और डायनामिक योगासनों के बारे में जानते हैं, जो आपको सफेद पानी की समस्या से नेचुरली कम करने में मदद करेंगे। रोजाना इन्हें करने से आपकी सेहत भी ठीक रहती है। इनके बारे में हमें सर्टिफाइड योगा एक्सपर्ट हिमांशु प्रताप सिंह बता रहे हैं।
डायनामिक सेतुबंधासन
सेतुबंधासन को ब्रिज पोज के नाम से भी जानते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे करते समय आपके शरीर की आकृति ब्रिज जैसी हो जाती है। यह आसन पेल्विक फ्लोर की मसल्स का मजबूत करता है और रिप्रोडटिव अंगों में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, जिससे हार्मोनल बैलेंस में मदद मिलती है।
डायनामिक सेतुबंधासन कैसे करें?
- इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।
- घुटनों को मोड़ें और पैरों को जमीन पर हिप्स के करीब रखें।
- सांस लेते हुए, अपने हिप्स को ऊपर की ओर उठाएं और कमर और पीठ के ऊपर ओर स्ट्रेच करे।
- सांस छोड़ते हुए, धीरे-धीरे वापस नीचे की ओर आएं।
- यह एक रेपिटेशन है।
- आपको 3 सेट करना है और हर सेट में 15-25 बार दोहराएं।
डायनामिक उष्ट्रासन
इसे करते समय आपकी मुद्रा ऊंट की तरह हो जाती है, इसलिए, इसे कुछ लोग कैमल पोज के नाम से भी जानते हैं। यह आसन चेस्ट और पेट को फैलाता है, जिससे हार्मोनल ग्लैंड्स को उत्तेजना मिलती है। यह पेट और पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाता है।
डायनामिक उष्ट्रासन कैसे करें?
- इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठ जएं।
- घुटनों को हिप्स की चौड़ाई पर खुल लें।
- सांस लेते हुए, शरीर को पीछे की ओर मोड़ें।
- फिर, सांस छोड़ते हुए, नॉर्मल पोजीशन में आ जाएं।
- आपको इसके 3 सेट करने हैं और हर सेट में 15-20 बार दोहराएं।
डायनामिक बालासन
बालासन या चाइल्ड पोज एक शांत करने वाला आसन है। यह तनाव को कम करता है और पेट के अंगों को हल्का सा प्रेशर देता है, जिससे डाइजेशन और शरीर के आंतरिक अंगों के काम में सुधार होता है। यह तनाव को भी कम करता है, जो हार्मोनल असंतुलन का सबसे बड़ा कारण है।
डायनामिक बालासन कैसे करें?
- इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं।
- फिर, एड़ियों पर बैठें।
- सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और अपने माथे को जमीन पर रखें।
- हाथों को आगे की ओर फैलाकर रखें।
- अब सांस लेते हुए धीरे-धीरे वापस ऊपर की ओर आएं।
- ऐसा 3 सेट में करें। हर सेट में 10-20 बार दोहराएं।
डायनामिक वज्रासन
यह एक ऐसा आसन है, जिसे खाने के बाद भी किया जा सकता है। वज्रासन डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत करता है और पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेश्न को बढ़ाता है, जिससे महिलाओं में सफेद पानी की समस्या कम होती है।
डायनामिक वज्रासन कैसे करें?
- इसे करने के लिए बालासन की तरह पहले घुटनों के बल बैठ जाएं।
- फिर, एड़ियों पर बैठें।
- पीठ सीधी और हथेलियां थाइज पर होनी चाहिए।
- अब सांस लेते हुए थोड़ा सा उठें और सांस छोड़ते हुए वापस एड़ियों पर बैठ जाएं।
- यह एक हल्का मूवमेंट होना चाहिए।
- इसके 3 सेट करें और हर सेट में योगासन को 15-20 बार दोहराएं।
डायनामिक पश्चिमोत्तनासन
डायनामिक पश्चिमोत्तनासन बैठकर आगे झुकने वाला आसन है। यह महिलाओं की सफेद पानी की समस्या के साथ संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। यह आसन पेट के अंगों पर हल्का प्रेशर डालकर कार्य को ठीक से करने में मदद करता है, जिससे डाइजेशन बेहतर होता है और शरीर से टॉक्सिंस बाहर निकलते हैं। यह आसन हार्मोनल का संतुलन भी करता है।
डायनामिक पश्चिमोत्तनासन कैसे करें?
- अपनी पीठ को सीधा करके पैरों को सामने फैलाकर बैठ जाएं।
- फिर, सांस लेते हुए अपने हाथों को ऊपर उठाएं।
- इसके बाद, सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और पैरों की उंगालियों को पकड़ने की कोशिश करें।
- इस दौरान अपनी पीठ को सीधा रखें और फिर सांस लेते हुए ऊपर की ओर वापस आएं।
- इसके 3 सेट करें और हर सेट में योगासन को 15-25 बार दोहराएं।
इन आसनों को रेगुलर और सही तरीके से करें। योग के साथ-साथ, पर्याप्त पानी पीना, बैलेंस डाइट लेना और हाइजीन बनाए रखना भी सफेद पानी की समस्या को कम करने में मदद करता है।
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Image Credit: Shutterstock & Freepik
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