ज्यादातर महिलाएं अपनी डाइट में विटामिन बी-12 युक्त फूड्स का सेवन नहीं करती हैं, जिससे वह हमेशा विटामिन बी-12 की कमी से ग्रस्त रहती हैं। जबकि विटामिन बी-12 हमारी बॉडी के लिए बहुत जरूरी तत्व है। ये रेड सेल्स का निर्माण करता है और साथ ही ब्रेन स्पाइनल कॉर्ड के कुछ तत्वों की रचना करने में भी सहायक होता है। आइए जानें इसकी कमी से हमारी बॉडी में कौन सी परेशानियां हो सकती हैं।
बॉडी को हेल्दी रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में विभिन्न विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स और फाइबर आदि की जरूरत होती हैं। बॉडी के लिए ज्यादातर आवश्यक तत्वों को हम डाइट के द्धारा ही पाते हैं। एक विटामिन ऐसा है जो आपकी बॉडी के लिए बेहद जरुरी है, परन्तु आहार तत्वों में वह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने से ज्यादातर भारतीय महिलाओं में इस विटामिन की कमी पाई जाती हैं। इस विटामिन का नाम विटामिन बी-12 हैं।
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विटामिन बी-12
जी हां विटामिन बी 12 अन्य विटामिन की तरह हेल्थ के लिए बेहद जरूरी विटामिन में से एक है। रेगुलर व बैलेंस विटामिन बी 12 डाइट न सिर्फ हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाती है बल्कि इससे त्वचा सुंदर व कोमल बनती है। इससे सही मात्रा लेने से बॉडी में ब्लड की कमी नहीं होती है और बाल मजबूत बनते हैं। साथ ही बॉडी का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। विटामिन बी बॉडी को ब्रेस्ट, कोलोन, लंग और प्रोस्टेस कैंसर से बचाता है। जिन महिलाओं के अंदर इस विटामिन बी की कमी होती है वे इसकी पूर्ती के लिए सप्लीमेंट्स लेती हैं। हालांकि विटामिन बी 12 की कमी को मांस-मछली और अन्य वेजिटेरियन के रेगुलर लेने पूरी की जा सकती है।
विटामिन बी-12 क्यों जरूरी है?
- बॉडी में विटामिन बी-12 में रेड सेल्स के निर्माण के लिए जरुरी होता हैं।
- बॉडी में नर्वस प्रणाली को हेल्दी बनाए रखता है। इसकी कमी से ब्रेन डैमेज भी हो सकता है।
- शरीर में फोलिक एसिड का अवशोषण नहीं हो पाता हैं।
- हार्ट डिजीज का खतरा होता है कम।
- अल्जाइमर जैसे रोगों का खतरा कम रहता हैं।
- एनर्जी का संचार करता है और बुढ़ापे को दूर रखता है।
- इम्यूनिटी बढ़ाता है और साथ ही तनाव से निपटने से मदद भी करता हैं। विटामिन बी-12 को इसलिए एंटी-स्ट्रेस विटामिन भी कहा जाता है।
विटामिन बी12 की कमी के लक्षण
- थकान और कमजोरी
- त्वचा में पीलापन
- डायरिया
- पेट खराब होना
- वजन घटना
- याददाश्त में कमी
- ब्लड की कमी
- भूख कम लगना
- आंखों की कमजोरी
- कमजोर इम्यूनिटी
- सिरदर्द
- आलस
- अनियमित पीरियड्स
क्यों होती है बी12 की कमी?
बी12 की कमी के अधिकांश मामले दरअसल अवशोषण की कमी से जुड़े होते हैं, क्योंकि 40 की उम्र के बाद महिलाओं में बी12 अवशोषण की क्षमता धीरे-धीरे कम होती जाती है। बहुत सी दवाइयां भी लंबे समय तक प्रयोग किए जाने पर बी12 के अवशोषण को अस्थाई रूप से या सदा के लिए बाधित करती हैं। बी-12 की कमी कई कारणों से पाई जाती है, जिनमें लाइफस्टाइल संबंधी गलत आदतें तथा बायो-केमिकल संबंधी समस्याएं शामिल हैं।
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कैसे करें विटामिन बी12 की कमी दूर?
अगर आपकी बॉडी में विटामिन बी-12 की कमी हो गई है तो इसे दूर करना बहुत जरूरी है। इसे दूर करने के लिए एनिमल प्रोडक्ट्स जैसे – अंडा, पनीर, दूध, दही, सोया मिल्क और चिकन, मछली एवं मांस है। इन्हें खाने से काफी मात्रा में विटामिन B12 की कमी को दूर किया जा सकता है।
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